तीन छात्रों ने उखाड़ फेंकी शेख हसीना की सरकार , जानें कौन हैं वह स्टुडेंट्स
नई दिल्ली : वह कौन तीन छात्र हैं जिन्होंने बांग्लादेश में तख्ता पलट कर दिया। शेख हसीना की सरकार उखाड़ फेंकी। बांग्लादेश की ढ़ाका युनिवर्सिटी के इन तीन छात्रों नाहिद इस्लाम, आसिफ महमूद और अबूबकर मजूमदार ने आरक्षण के खिलाफ आंदोलन शुरू किया था। इसी आंदोलन ने बाद में हिंसक रूप अख्तियार कर लिया और जनता भी इसमें शामिल हो गई। फिर इसमें फौज की इंट्री हुई और आंदोलन ने शेख हसीना सरकार को उखाड़ फेंका। इस आंदोलन ने बांग्लादेश की सियासत बदल कर रख दी है। इस आंदोलन ने एशिया में छात्रों की ताकत का एहसास करा दिया।
छात्रों के इसी आंदोलन ने शेख हसीना सरकार को इस्तीफा दे कर देश छोड़ कर भागने पर मजबूर कर दिया। नौकिरयों में आरक्षण के मुद्दे पर शुरू हुआ यह आंदोलन इतना हावी हुआ कि सेना को इसमें इंट्री लेनी पड़ी। पूरे आंदोलन को यही तीन छात्र लीड कर रहे थे। इनमें से एक छात्र है ढाका यूनिवर्सिटी का समाज शास्त्र का छात्र नाहिद हसन। नाहिद हसन को आंदोलन के बीच कई बार बांग्लादेश का झंडा सर पर बांधे देखा गया। नाहिद हसन का नाम तब सामने आया जब पुलिस ने उसे हिरासत में लिया।
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छात्रों का कहना है कि वह सेना द्वारा संचालित कोई भी सरकार कुबूल नहीं करेंगे। छात्रों का कहना है कि उन्होंने जिस सरकार की सिफारिश की है। उससे अलग हट कर कोई भी सरकार स्वीकार नहीं है। सन् 1998 में ढाका में जन्में नाहिद हसन अब हर उस मीटिंग में शामिल किए जा रहे हैं, जो अंतरिम सरकार बनाने के लिए बांग्लादेश की राजधानी में हो रही है।
बांग्लादेश छोड़ कर भाग रहे आइटी मिनिस्टर गिरफ्तार
बांग्लादेश के आइटी मिनिस्टर जुनैद अहमद पलक ढ़ाका के हजरत शाह जलाल अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिए गए हैं। बताया जा रहा है कि वह दिल्ली के लिए उड़ान भर रहे हवाई जहाज में बैठ कर भारत आ रहे थे कि एयरपोर्ट अथारिटी ने उन्हें पकड़ लिया। बाद में सेना को इसकी जानकारी दी गई।