इस बार झारखंड में चुनाव लड़ेगी जीतन राम मांझी की पार्टी, जानें किन सीटों पर है दावा
रांची : बिहार के कद्दावर नेता जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) इस बार झारखंड में चुनाव लड़ने जा रही है। इसके लिए पार्टी ने कमर कस ली है। पार्टी ने बिहार के सीमावर्ती इलाकों की सीटों पर चुनाव लड़ने की रणनीति तैयार की है। इसके लिए इन इलाकों में संगठन को मजबूत बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। पार्टी ने हाल ही में रांची में कार्यकारिणी की मीटिंग की थी। इस मीटिंग में इस बात का आकलन किया गया कि पार्टी को प्रदेश में कितनी और कौन सी सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए।
सीटों के लिए होगी सौदेबाजी
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी बिहार में एनडीए का हिस्सा है। केंद्र में भी वह एनडीए सरकार में हैं। जीतन राम मांझी खुद केंद्र में मंत्री बनाए गए हैं। ऐसे में पार्टी झारखंड में भी भाजपा से सौदेबाजी कर कुछ सीटें हथिया सकती है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि जीतनराम मांझी अगर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के सामने प्रस्ताव रखेंगे तो उन्हें इस बार एक-दो सीटें मिल ही सकती हैं। पार्टी का चतरा और पलामू जिलों में आने वाली सीटों पर नजर है। जनता दल युनाइटेड तो झारखंड में पहले से ही चुनाव लड़ती रही है। इस बार झारखंड में जनता दल युनाइटेड की सियासी स्थिति मजबूत है। इस वजह से वह भी भाजपा से सीटों की सौदेबाजी कर रही है।
बिहार के मंत्री संतोष मांझी हुए सक्रिय
बिहार के मंत्री संतोष मांझी इन दिनों झारखंड में सक्रिय हैं। उन्होंने प्रदेश के बिहार के सीमावर्ती जिलों में संगठन मजबूत करने की कमान संभाल रखी है। कई जिलों में संगठन तैयार किया जा रहा है। रांची के हम पार्टी के एक कार्यकर्ता बताते हैं कि संगठन को तैयार करने के लिए जिलों के दौरे किए जा रहे हैं। जिलों में मीटिंग का दौर शुरू हो गया है। संगठन तैयार होने के बाद इन इलाकों में बूथ कमेटी का गठन किया जाएगा। बताया जा रहा है कि झारखंड के चतरा और पलामू जिलों में पार्टी संगठन तैयार करने में जुटी हुई है।
जीतनराम मांझी ने जीती थी गया की सीट
लोकसभा चुनाव में बिहार से जीतनराम मांझी की पार्टी को एक सीट मिली थी। जीतन राम मांझी ने गया से एनडीए में शामिल होकर चुनाव लड़ा था। उन्होंने गया की सीट जीत ली थी। बिहार विधानसभा में उनके चार विधायक हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि जीतन राम मांझी ने अभी झारखंड में इंट्री ही की है। अभी उनका यहां राजनीतिक संगठन बेहद कमजोर है। अभी उन्हें झारखंड में पार्टी की जमीन तैयार करने में वक्त लगेगा। इसके चलते यह जीतन राम मांझी को झारखंड में एनडीए से अपनी पार्टी के लिए सीट लेना काफी मुश्किल होगा।