जमशेदपुर: कोल्हान टाइगर पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने झामुमो से इस्तीफा दे दिया है। चंपई सोरेन ने बुधवार को अपना इस्तीफा पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन को भेजा है। इस इस्तीफे में चंपई सोरेन ने लिखा है कि वह पार्टी की नीतियों से नाराज होकर इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने लिखा है कि पार्टी में ऐसा कोई फोरम नहीं है जहां वह अपनी बात रख सकें। इसी के चलते उन्हें मजबूरन इस्तीफा देना पड़ रहा है। चंपई सोरेन ने शिबू सोरेन को भेजे पत्र में कहा है कि अभी शिबू सोरेन का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। इसके चलते वह सक्रिय राजनीति से दूर हैं। इसी वजह से वह अपनी बात नहीं रख पा रहे थे। चंपई सोरेन ने कहा है कि वह अलग दौर था जब वह शिबू सोरेन के साथ झारखंड की बेहतरी के लिए जंगल की खाक छानते थे। लेकिन आज पार्टी अपने दिशा से भटक गई है। इस वजह से वह इस्तीफा दे रहे हैं। चंपई सोरेन ने पत्र में अनुरोध किया है कि उनका इस्तीफा स्वीकार किया जाए। गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जब जेल जा रहे थे तो उन्होंने तत्कालीन परिवहन मंत्री चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया था। जेल से बाहर आने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बन गए। इसी के बाद से चंपई सोरेन ने बगावत कर दी। चंपई सोरेन दिल्ली पहुंचे और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले। उनके साथ उनके बेटे बाबूलाल सोरेन भी थे। चंपई सोरेन और बाबूलाल सोरेन भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं।इसी के चलते उन्होंने झामुमो की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दिया है।