रांची : भाजपा चाहती थी कि चंपई सोरेन दिल्ली पहुंचे और इसके बाद नाराज होकर झामुमो उन पर कार्रवाई कर दे। सीएम हेमंत सोरेन चंपई पर कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दें और मंत्रिमंडल से भी बाहर करने का एलान कर दें। ऐसा होते ही भाजपा झामुमो पर हमलावर हो जाती। जनता में यह मैसेज देने की येाजना थी कि चंपई सोरेन के साथ झामुमो में गलत हुआ है। कोल्हान टाइगर को अपमानित किया गया है। उसे पार्टी से निष्कासित कर दिया गया जबकि, वह चश्मा बनवाने और निजी काम से दिल्ली गए थे।
पुरानी पार्टी के सवाल पर कन्नी काट गए चंपई
झामुमो ने जब चंपई पर कार्रवाई नहीं की तो उन्हें दिल्ली बुला कर भाजपा में शामिल कराने का एलान कर दिया गया। इसके बाद जब चंपई सोरेन दिल्ली से लौट कर रांची पहुंचे तो प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों ने उनसे झामुमो के बारे में पूछा मगर, चंपई ने यह कह कर सवाल टाल दिया कि अब वह पुरानी पार्टी के बारे में कुछ नहीं कहेंगे। जो कहना था कह दिया। एक सवाल के जवाब में चंपई सोरेन ने कहा कि भाजपा में जो जिम्मेदारी मिलेगी वह निभाएंगे।
घुसपैठ का मुद्दा उठा रहे चंपई
अब जहां भी चंपई सोरेन जा रहे हैं वह भाजपा के मुद्दे को ही आगे कर रहे हैं। उनका बयान आया कि संथाल एरिया में बांग्लादेशियों की घुसपैठ बढ़ रही है। उन्होंने इसे लेकर आदिवासी अस्मिता की बात की। पहले जब चंपई सोरेन मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने भाजपा के घुसपैठ वाले मुद्दे का जवाब देते हुए कहा था कि बांग्लादेश की सीमा पर झारखंड के की पुलिस तैनात नहीं है। तब चंपई ने भाजपा के इस मुद्दे का मजाक उड़ाया था। मगर, अब हालात बदल गए हैं। अब चंपई खुद भाजपा में आने वाले हैं और भाजपा की ही भाषा बोलने लगे हैं।
रांची एयरपोर्ट पर हुआ स्वागत
दिल्ली से जब चंपई बुधवार को रांची पहुंचे तो एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया गया। चंपई सोरेन के साथ उनके बेटे बाबूलाल सोरेन भी थे। इसके बाद चंपई सोरेन ने सोशल साइट एक्स पर लिखा कि एयरपोर्ट पर स्वागत किए जाने से वह गदगद हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड आंदोलन के समय से अब तक जनता उनके साथ है। जनता को इसका आभार।