जमशेदपुर : झारखंड की सियासत नया करवट लेने जा रही है। झारखंड विधानसभा चुनाव के सह प्रभारी असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने ओडिशा के राजभवन में राज्यपाल झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास से मुलाकात की है। इस मुलाकात के बाद झारखंड की सियासत में तूफान आ गया है। भाजपा के ही कद्दावर नेता इस मुलाकात के बाद तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं। राजनीतिक सूत्रों के अनुसार असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का पैगाम लेकर रघुवर दास के पास गए थे। सूत्रों की मानें तो हिमंता बिस्वा सरमा ने रघुवर दास को अमित शाह का संदेश सुनाया तो वह गदगद हो गए। इस मुलाकात के दौरान तस्वीरों में रघुवर दास के चेहरे पर विजयी मुस्कान देखी जा सकती है। इस मुलाकात के दौरान ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी भी मौजूद थे।
अमित शाह तय करेंगे रघुवर की इंट्री का समय
राजनीतिक सूत्रों की मानें तो झारखंड में रघुवर दास की इंट्री तय है। असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा जो संदेश लेकर ओडिशा गए हैं उसका सार यही है। बताया जा रहा है कि रघुवर दास को सब्र रखने को कहा गया है। झारखंड में राजनीतिक इंट्री को लेकर हड़बड़ी नहीं करने की सलाह दी गई है। उन्हें समझाया गया है कि उनकी झारखंड की सियासत में इंट्री होगी। यह इंट्री कब होगी यह अमित शाह तय करेंगे। सूत्र बताते हैं कि अमित शाह को चुनाव के दौरान ही राजनीति में इंट्री कराने की बात तय की गई है।
भाजपा तैयार कर रही है उम्मीदवारों की लिस्ट
राजनीतिक सूत्रों की मानें तो भाजपा झारखंड की विभिन्न सीटों पर उम्मीदवार की सूची तैयार कर रही है। भाजपा के सूत्रों का कहना है कि पार्टी की कोशिश है कि दुर्गा पूजा से पहले एक सूची जारी कर दी जाए। इसी बीच असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा रघुवर दास से मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है। रघुवर दास जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं। इस बार इस सीट पर जदयू का दावा है। जदयू से यहां के सिटिंग विधायक सरयू राय चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। जबकि, रघुवर दास चाहते हैं कि इस सीट से उन्हें या उनके परिवार के किसी करीबी को टिकट दिया जाए। रघुवर दास चाहते हैं कि इस सीट पर उनका दबदबा कायम रहे। माना जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान जमशेदपुर पूर्वी सीट को लेकर भी अमित शाह ने रघुवार दास को कुछ संदेश भेजा है और उनकी भी राय जानी है।
इस मुलाकात के बाद भाजपा के कद्दावार चौकन्ना
भाजपा अगर विधानसभा चुनाव जीतती है तो सीएम कौन होगा। इसे लेकर लगातार कयास लगते आए हैं। भाजपा में पहले से मौजूद कद्दावर नेता बाबूलाल मरांडी और अर्जुन मुंडा पहले से ही इस लाइन में लगे हैं। दोनों अपने अपने तरीके से इसके लिए लॉबिंग भी कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो खूंटी से लोकसभा चुनाव हारने के बाद अर्जुन मुंडा का दावा कमजोर है। इधर बीच, झामुमो छोड़ कर भाजपा में आए चंपई सोरेन को लेकर चर्चा चलने लगी। इससे बाबूलाल मरांडी नाराज भी हुए थे। अब रघुवर दास के झारखंड आने की चर्चा जोर शोर से चल रही है तो अन्य कद्दावर नेता सशंकित हो गए हैं।