जमशेदपुर : जेएलकेएम अब झारखंड को लेकर मुद्दे उठाने लगा है। यहां कुछ दिन पहले निकली बिहार यूपी स्वाभिमान यात्रा के जवाब में जयराम महतो की पार्टी जेएलकेएम ने झारखंड स्वाभिमान यात्रा निकाली है। बारीडीह गोलचक्कर से एग्रिको ट्रांसपोर्ट मैदान तक आई इस यात्रा में युवाओं और महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया. जयराम महतो चुनाव को लेकर अपनी तैयारी जोर शोर से कर रहे हैं. वह हर क्षेत्र में अपनी रैली कर रहे हैं. JLKM ने इस यात्रा के जरिए अपना शक्ति प्रदर्शन किया है और कोल्हान में अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की है।
झारखंड के लोगों को नहीं मिल रही पहचान
JLKM की महिला मोर्चा की केंद्रीय सचिव बेबी महतो ने कहा कि इस झारखण्ड स्वाभिमान यात्रा का उद्देश्य यह है की झारखंडियों को हर जगह सम्मान मिलना चाहिए और झारखंडियों का स्वाभिमान बचाने के लिए यह यात्रा निकाली गई है. उन्होंने आगे कहा कि झारखण्ड पूरे देश में अकेले 40 प्रतिशत खनिज संपदा देती है. झारखण्ड अकेले भारत की 40 प्रतिशत अर्थव्यवस्था को चलाता है. इसके बाद भी झारखण्ड के लोगों को सम्मान और पहचान नहीं मिली है. झारखंडियों को किसी अन्य प्रदेश जाने से सामान नहीं मिलता है. उन्होंने आगे कहा कि पूरे झारखण्ड में 10 हजार से भी ज्यादा कंपनियां हैं. हर जगह यह प्रावधान है कि 75 प्रतिशत स्थानीय लोगों को पहले नौकरी देना है. उन्होंने कहा कि कंपनियां दिखाएं कि यहां कितने प्रतिशत झारखंडी काम करते हैं. इसमें सारी कंपनियां विफल हो जाएंगी. अगर देखें तो झारखंड में सिर्फ 25 प्रतिशत सराहनीय लोग सारी कंपनियों में काम करते हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग बाहर या दूसरे प्रदेश से आए हैं वह यहां काम कर रहे हैं। खा रहे हैं। तो वह उसी प्रकार रहें. अगर उनको झारखण्ड का स्वाभिमान है तो वह JLKM की स्वाभिमान यात्रा में शामिल हो सकते थे. उन्होंने यह भी कहा कि झारखण्ड के लोग सब पढ़े लिखे लोग हैं. लेकिन इसके बाद भी यहां झारखंडियों को नौकरी में नहीं रखा जाता है। बाहर के लोगों को नौकरी में रखा जा रहा है.
70 सीटों पर जेएलकेएम लड़ेगी चुनाव
JLKM के केंद्रीय महिला मोर्चा अध्यक्ष दमयंती मुंडा ने कहा कि सभी लोग यूपी बिहार स्वाभिमान यात्रा निकाल रहे थे. इसके खिलाफ में यह स्वाभिमान यात्रा निकली गई है. उन्होंने आगे यह आरोप भी लगाया है कि दूसरे प्रदेश के लोग झारखंड में आकर झारखंडियों के अधिकारों का हनन कर रहे हैं. उन्होंने इस यात्रा में झारखंड के लोगों की एकता को दिखाया है. दमयंती मुंडा ने यह कहा कि JLKM लगभग इस चुनाव में 60 से 70 सीटों में चुनाव लड़ने के प्रयास में है. उन्होंने आगे कहा कि झारखण्ड में जयराम महतो के डर से बाहर के बड़े नेता यहां प्रचार करने आ रहे हैं. विधानसभा चुनाव को लेकर उनकी तैयारी जोर शोर से हो रही है. उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन पर आरोप लगाया है कि सीएम कहते हैं कि उन्होंने नियोजन नीति में सुधार करने के लिए उसे पारित कर के भेज दिया. दमयंती मुंडा ने आरोप लगाया कि एक बार प्रयास करने के बाद वह इसे भूल गए। उन्होंने इसके लिए और कोई प्रयास नहीं किया है. स्थानीय पार्टी होने के बावजूद भी सीएम हेमंत सोरेन ने झारखंड के लोगों के लिए कुछ नहीं किया है।