जमशेदपुर: देश भर में नवरात्रि को लेकर भक्तों के बीच खुशी का माहौल है. माता के आगमन से पुरे देश में उत्साह का है. झारखण्ड के जमशेदपुर में नवरात्रि के पहले शहर में कई हिन्दू दुकानदारों ने अपनी दुकानों में हिन्दू संगठनों का दिया गया भगवा झंडा लगाया था. आरोप है कि इस मामले में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के नेताओं ने पुलिस से शिकायत की और झंडा हटाने को कहा. इसके बाद सभी दुकानदारों को स्थानीय पुलिस ने झंडा हटाने का निर्देश दिया.
इस बात की सूचना मिलने के बाद बजरंग दल और हिंदू संगठन के कार्यकर्ता सोनारी थाना पहुंचे. उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा की उन्होंने यह काम इसलिए किया क्योंकी जिस तरह से तिरुपति बालाजी के मंदिर में मिल रहे प्रसाद में मिलावट की बात आई थी. उस तरह जमशेदपुर में कुछ न हो. उनका कहना है की नवरात्रि के समय हिंदू समाज के लोग पूजा की सामग्री सिर्फ और सिर्फ हिंदू दुकानदारों से ही लें.
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सोनारी थाना में शिकायत की है कि ऐसे कई दुकानदार हैं जिनके पास से दो-दो आधार कार्ड बरामद हुए हैं. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि यह आधार कार्ड किसने और कब बरामद किए हैं। जिनके पास से आधार कार्ड बरामद हुए हैं उनका नाम क्या है। आरोप लगाया कि उनके खिलाफ अब तक कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है. इसके बजाए जब हिन्दू संगठन और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने दुकानदारों के दुकानों में झंडा लगाया उसको हटाने की बात की जा रही है. उन्होंने पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर एक भी झंडा हिंदू दुकानदारों के दूकान से हटा तो बजरंग दल के साथ हिंदू संगठन के लोग सड़क पर उतर के इसके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे.
इसकी सूचना मिलते ही डीएसपी सोनारी थाना पहुंचे और बजरंग दल और हिंदू संगठन के लोगों से बात कर के मामला शांत करवाया. इस मामले में हिंदू दुकानदारों का कहना है की उन्होंने तो झंडा लगाने के लिए कोई विरोध नहीं किया क्येंकी झंडा केवल उनके ही दुकान में लगाया गया है और मुस्लिम दुकानदारों ने भी इस पर कोई विरोध नहीं किया है. फिर इस मामले में पुलिस के द्वारा क्यों कार्रवाई का दबाव बनाया जा रहा है. बल्कि मुस्लिम दुकानदारों का कहना है कि बाहर से जो भी कोई आकर दुकान लगा रहे हैं उन पर कोई भी कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है. जबकि, ऐसी कोई सूची पुलिस को सौंपी नहीं गई है।