राजद व वामदल देने लगे इंडिया एलायंस को टेंशन
जानें किन सीटों का तालमेल हुआ गड़बड़
झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर तस्वीर धीरे-धीरे साफ हो रही है। जेएमएम 43 सीटों पर चुनाव मैदान में है। कांग्रेस 30 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है। राजद 7 सीटों पर और भाकपा माले 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगा। इंडिया गठबंधन की 4 सीटें फंस गई हैं। यह 4 सीटें ऐसी हैं जहां इंडिया गठबंधन के दो-दो उम्मीदवार हैं। यह सीटें हैं धनवार, जमुआ, छतरपुर और बिश्रामपुर। धनवार और जमुआ में जेएमएम व भाकपा माले दोनों ने अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया है। धनवार से जेएमएम के उम्मीदवार निजाम अंसारी हैं। जबकि, धनवार से भाकपा माले ने राजकुमार यादव को अपना उम्मीदवार बनाया था। जमुआ से झामुमो ने केदार हाजरा को उम्मीदवार बनाया था। बाद में यहां से भाकपा माले ने भी अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया। बिश्रामपुर और छतरपुर सीट से भी राजद और कांग्रेस दोनों ने अपने-अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। बिश्रामपुर में कांग्रेस के सुधीर कुमार व राजद के नरेश प्रसाद सिंह चुनाव मैदान में हैं। छतरपुर में कांग्रेस के राधा कृष्ण किशोर के सामने राजद ने विजय राम को खड़ा कर दिया है।
इन 4 सीटों पर इंडिया गठबंधन में फूट पड़ गई है। इन 4 सीटों पर फ्रेंडली फाइट की बात सामने आ रही है। धनवार व जमुआ में जेएमएम व भाकपा माले और बिश्रामपुर व छतरपुर में राजद व कांग्रेस के बीच फ्रेंडली फाइट होने जा रही है। जेएमएम और कांग्रेस तो एकजुट होकर चुनाव लड़ रही हैं मगर, राजनीतिक जानकार हैरान हैं कि राजद व भाकपा माले को अनदेखा क्यों किया जा रहा है। आज हम इसी पर एक समीक्षात्मक रिपोर्ट पेश करेंगे। इसके पहले आप हमारे इस न्यूज चैनल फिफ्थ पिलर को सब्सक्राइब कर लीजिए। ताकि आप तक हर अपडेट पहुंचता रहे। खबर को अंत तक पढ़िए ताकि पता चल सके कि झारखंड की सियासत किधर करवट लेने जा रही है।
43 सीटों पर लड़ रही है जेएमएम, 30 पर कांग्रेस, धनवार व बिश्रामपुर में टूटा इंडिया गठबंधन
पहले जेएमएम और कांग्रेस ने एलान किया था कि वह दोनों 70 सीटों पर चुनाव लडेंगी। यानि जेएमएम 41 सीट पर चुनाव लड़ना चाहती थी और कांग्रेस 29 सीट पर। बाकी की 11 सीटें राजद और वाम दलों के लिए छोड़ी गई थीं। सीटों के बंटवारे को लेकर हुई पहले राउंड की बैठक में राजद और भाकपा माले को शामिल नहीं करने का विरोध भी हुआ था। राजद के तेजस्वी यादव झारखंड पहुंच गए थे। रांची में वह सीएम हेमंत सोरेन से मिले थे। बाद में खबर आई कि राजद और भाकपा माले का जेएमएम के साथ पैचअप हो गया है। राजद 6 सीटों और वाम दल 4 सीटों पर चुनाव लडेंगे। यानि 11 में से 1 सीट और कम कर दी गई थी।
देखिए कैसे पल पल बदलती है सियासत
अब आप देखिए पल पल राजनीति कैसे बदलती है। पहले राउंड में जब जेएमएम और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर मीटिंग हुई थी तो जेएमएम 41 सीटों पर चुनाव लडने की इच्छुक थी और कांग्रेस 29 सीट पर चुनाव मैदान में उतरने को तैयार हो गई थी। तभी तो प्रेस कांफ्रेंस में इन दो फीगर का एलान किया गया था। राजद व वामदलों के लिए 11 सीटें छोड़ी गई थीं। मगर, बाद में राजद व वामदलों ने जब विरोध किया तो सीटों के बंटवारे के लिए दूसरी मीटिंग हुई। इस मीटिंग में जेएमएम ने अपनी सीटों की संख्या बढा कर 42 कर ली और राजद व वामदलों के लिए 10 सीटें छोड दी गईं। एलान हो गया कि राजद 6 सीटों पर और वामदल 4 सीटों पर चुनाव लडेंगे। कांग्रेस 29 सीट पर चुनाव लड़ेगी। मगर, इसी बीच जेएमएम का मन डोल गया और उसने वामदल को मिली सीट धनवार पर भी उम्मीदवार उतार दिया। इस तरह, जेएमएम की सीटों की संख्या 43 हो गई। जेएमएम की 2 सीटें बढीं तो कांग्रेस से भी रहा नहीं गया। कांग्रेस ने भी अपनी 1 सीट बढा दी और एलान किया कि वह 30 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इस तरह, कांग्रेस ने अपनी दूसरी सूची में राजद के कोटे की बिश्रामपुर से उम्मीदवार उतार दिया। अब जो राजनीतिक सीन है उसमें जेएमएम 43 और कांग्रेस 30 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। भाकपा माले ने 5 और राजद ने 7 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। मगर, धनवार व जमुआ में भाकपा माले के साथ ही जेएमएम और बिश्रामपुर व छतरपुर में राजद के साथ ही कांग्रेस का भी उम्मीदवार है। राजद पहले से ही छतरपुर सीट मांग रही थी। मगर, यह सीट उसे नहीं मिली। इस सीट पर राजद के उम्मीदवार पहले जीतते भी रहे हैं। अब राजद ने छतरपुर से विजय राम को उतार दिया है।
बिश्रामपुर में साल 2005 में जीती थी राजद
अब हम आपको बिश्रामपुर की केमिस्ट्री समझा देते हैं। बिश्रामपुर में राजद कमजोर है। साल 2005 में बिश्रामपुर सीट से 40 हजार 658 वोट पाकर राजद के रामचंद्र चंद्रवंशी चुनाव जीते थे। तब कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही थी। कांग्रेस के अजय कुमार दुबे को 22 हजार 46 वोट मिले थे। साल 2000 में यहां से 44 हजार 308 वोट पाकर कांग्रेस के चंद्रशेखर दुबे चुनाव जीते थे। तब राजद के रामचंद्र चंद्रवंशी 31 हजार 511 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। साल 2009 के चुनाव में भी यहां से कांग्रेस के चंद्रशेखर दुबे 25 हजार 609 वोट पाकर विधायक बने थे। तब राजद के रामचंद्र चंद्रवंशी दूसरे स्थान पर रहे थे। साल 2014 के चुनाव में भाजपा ने रामचंद्र चंद्रवंशी को तोड कर अपनी पार्टी में शामिल कर लिया। इसके बाद इस चुनाव में भाजपा ने 37 हजार 974 वोट बटोर कर कांग्रेस के अजय कुमार दुबे को हरा दिया। साल 2019 में भाजपा के रामचंद्र चंद्रवंशी ने 40 हजार 635 वोट पाकर बसपा के राजेश मेहता को 8 हजार 513 वोट से हराया था। कांग्रेस के उम्मीदवार चंद्रशेखर दुबे को 26 हजार 957 वोट मिले थे और वह चौथे स्थान पर सरक गए थे। इस सीट पर रामचंद्र चंद्रवंशी ही राजद की जान थे। उनके भाजपा में जाने के बाद इस सीट पर राजद कमजोर पड गई है।
लुइस मरांडी को जामा से जेएमएम का टिकट देने में क्यों हुई देर
जेएमएम ने उम्मीदवारों की अपनी आखिरी सूची जारी कर दी है। इसमें जामा से लुइस मरांडी को टिकट दिया गया है। जामा से लुइस मरांडी का टिकट पहले से ही फाइनल था। अब सवाल है कि जेएमएम को लुइस मरांडी की उम्मीदवारी का एलान करने में इतनी देर क्यों हुई। इसके पीछे वजह है। जामा में जेएमएम कार्यकर्ता लुइस मरांडी का विरोध कर रहे थे। इस वजह से जेएमएम कार्यकर्ताओं को मनाने में जुटी थी। लुइस मरांडी भी भाजपा के अगले कदम का इंतजार कर रही थीं। उन्हें भी लग रहा था कि भाजपा उन्हें मनाने के लिए दुमका से उम्मीदवार बदल सकती है। मगर, ऐसा नहीं हुआ। भाजपा इसी जिद पर अड़ी थी कि लुइस मरांडी बरहेट से हेमंत सोरेन के खिलाफ ही चुनाव लड़ें। लुइस ने इससे सिरे से इंकार कर दिया। सूत्रों की मानें तो असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने लुइस मरांडी से कहा कि उन्होंने तो दुमका में एक बार हेमंत को हराया है। बरहेट में भी हरा दीजिए। इस पर लुइस मरांडी ने साफ कहा कि वह दुमका था। बरहेट में उनका कोई आधार नहीं है। इसके बाद जेएमएम ने अपने कार्यकर्ताओं को राजी कर लिया तो लुइस मरांडी ने जेएमएम ज्वाइन कर ली और जामा से जेएमएम के उम्मीदवार के तौर पर उनके नाम का एलान कर दिया गया।
इन 43 सीटों से चुनाव लड़ रही है जेएमएम
अब हम आपको बताएंगे कि जेएमएम किन 43 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है। इन सीटों पर उनका उम्मीदवार कौन है। बरहेट से सीएम हेमंत सोरेन, राजमहल से एमटी राजा, बोरियो से धनंजय सोरेन, महेशपुर से स्टीफन मरांडी, शिकारीपाड़ा से आलोक सोरेन, नाला से रवींद्र नाथ महतो, दुमका से बसंत सोरेन, मधुपुर से हफीजुल हसन, सारठ से उदयशंकर सिंह, गांडेय से कल्पना मुर्मू सोरेन, गिरीडीह से सुदिव्य कुमार, डुमरी से बेबीदेवी, चंदनक्यारी से उमाकांत रजक, टुंडी से मथुरा प्रसाद महतो, बहरागोड़ा से समीर मोहंती, घाटशिला से रामदास सोरेन, पोटका से संजीव सरदार, जुगसलाई से मंगल कालिंदी, ईचागढ से सविता महतो, चाईबासा से दीपक बिरुवा, मझगांव से निरल पूर्ति, मनोहरपुर से जगत मांझी, खरसावां से दशरथ गागराई, तमाड से विकास मुंडा, तोरपा से सुदीप गुडिया, गुमला से भूषण तिर्की, लातेहार से बैद्यनाथ राम, गढ़वा से मिथिलेश ठाकुर, जमुआ से केदार हाजरा, भवनाथपुर से अनंत प्रताप देव, सिमरिया से मनोज चंद्रा, सिल्ली से अमित महतो, बरकट्ठा से जानकी यादव, धनवार से निजामुद्दीन अंसारी, लिट्टीपाड़ा से हेमलाल मुर्मू, रांची से महुआ माजी, गोमिया से योगेंद्र प्रसाद, चक्रधरपुर से सुखराम उरांव, खूंटी से रामसूर्य मुंडा, सिसई से जिग्गा सुसारन होरो, बिशुनपुर से चमरा लिंडा, सरायकेला से गणेश महली और जामा से लुइस मरांडी।
कांग्रेस 30 सीटों पर लड़ रही चुनाव
अब हम आपको बताएंगे कि कांग्रेस किन 30 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और वहां उनका उम्मीदवार कौन है। जामताड़ा से इरफान अंसारी, जरमुंडी से बादल पत्रलेख, पोड़ैयाहाट से प्रदीप यादव, महगामा से दीपिका पांडेय सिंह, बड़कागांव से अंबा प्रसाद साहू, रामगढ़ से ममता देवी, मांडू से जयप्रकाश पटेल, हजारीबाग से मुन्ना सिंह, बेरमो से कुमार जयमंगल, झरिया से पूर्णिमा नीरज सिंह, बाघमारा से जलेश्वर महतो, जमशेदपुर ईस्ट से अजय कुमार, जमशेदपुर वेस्ट से बन्ना गुप्ता, खिजरी से राजेश कच्छप, हटिया से अजयनाथ शाहदेव, मांडर से शिल्पी नेहा तिर्की, सिमडेगा से भूषण बारा, कोलेबीरा से नमन विक्सल कोंगाडी, लोहरदगा से रामेश्वर उरांव, मनिका से रामचंद्र सिंह, पाकुड़ से निशात आलम, बरही से अरुण साहू, कांके से सुरेश कुमार बैठा, पांकी से लाल सूरज, डाल्टन गंज से केएन त्रिपाठी, बिश्रामपुर से सुधीर कुमार चंद्रवंशी और छतरपुर से राधा कृष्ण किशोर। कांग्रेस ने अब तक धनबाद और बोकारो से अपने उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं।
राजद सात सीटों पर लड़ रही चुनाव
राजद इन 7 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। देवघर से सुरेश पासवान, गोड्डा से संजय प्रसाद यादव, कोडरमा से सुभाष यादव, चतरा से रश्मि प्रकाश, विश्रामपुर से नरेश प्रसाद सिंह, छतरपुर से विजय राम और हुसैनाबाद से संजय कुमार सिंह यादव। राजद ने बिश्रामपुर से उम्मीदवार खड़ा किया है। यहीं से बाद में कांग्रेस ने भी अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया है। यहां इंडिया गठबंधन के वोट बंटेंगे। यहां कांग्रेस व राजद के उम्मीदवार आपस में ही लड़ेंगे। भाकपा माले ने निरसा, बगोदर, सिंदरी, जमुआ और राजधनवार में अपने उम्मीदवार का एलान किया है। राज धनवार में भाजपा के बाबूलाल मरांडी के सामने जेएमएम के निजाम अंसारी और भाकपा माले के प्रत्याशी के बीच भी लड़ाई रहेगी।