जमशेदपुर : पिछली सरकार नाकाम रही है। जनता सब समझ रही है। वह चुनाव में इंडिया गठबंधन को सबक सिखाएगी। जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र के विधायक मंगल कालिंदी ने इलाके में कोई काम नहीं किया है। जनता उनसे मिल तक नहीं पाती थी। जनता विधायक मंगल कालिंदी से मिलने को तरसती थी। इससे मंगल कालिंदी का इलाके में क्या हाल है कोई भी जाकर देख सकता है। यह बातें जुगसलाई के पूर्व विधायक एनडीए गठबंधन से जुगसलाई के उम्मीदवार रामचंद्र सहिस ने फिफ्थ पिलर के साथ एक इंटरव्यू में कहीं। पेश है रामचंद्र सहिस का पूरा इंटरव्यू।
सवाल : झामुमो के विधायक मंगल कालिंदी का दावा है कि उन्होंने काफी काम किया है क्षेत्र में। जनता खुश है।
जवाब : मंगल कालिंदी ने कुछ नहीं किया। मैं दावे के साथ कह रहा हूं। आजादी के बाद से अब तक जुगसलाई में जितने विधायक बने हैं, उनमें मंगल कालिंदी सबसे गैर जिम्मेदार विधायक है। गैर जवाबदेह विधायक है। इनके जैसा गैर जिम्मेदार विधायक न तो हमने देखा है और ना ही जनता ने देखा है। क्योंकि, जब कभी जनता मंगल कालिंदी से बात करना चाहती थी। उनसे जुड़ना चाहती थी तो उन्होंने जनता को कभी तवज्जो नहीं दी। यह लोगों का कहना है। जनता ने मुझे बताया है। मंगल कालिंदी को काम करने का मौका जनता ने दिया था। मगर, वह काम नहीं कर पाया। देखिए शिक्षा के क्षेत्र में क्या किया।
सवाल : राम चंद्र सहिस जी आप विधायक थे तो आपने क्या किया
बोड़ाम में जो डिग्री कॉलेज बन रहा है उसमें इनका कोई योगदान नहीं है। मैं फिफ्थ पिलर के माध्यम से मंगल कालिंदी को चैलेंज करते हैं कि अगर डिग्री कॉलेज निर्माण में उनका कोई योगदान है तो जनता के सामने पेश करें। तो हम मान जाएंगे। वित्तीय साल 2016-17 में एनडीए सरकार ने बोड़ाम में डिग्री कॉलेज के निर्माण की प्रक्रिया शुरू की थी। बोड़ाम डिग्री कॉलेज एनडीए सरकार की उपलब्धि है। मंगल कालंदी हर जगह इस डिग्री कॉलेज के निर्माण की क्रेडिट लेने के लिए बोलते हैं। मगर, उनका इसमें कोई योगदान नहीं है। जब मैं जल संसाधन मंत्री बना तो चांडिल डैम से पानी लाकर पटमदा और बोड़ाम के किसानों को देने की योजना तैयार की। बड़ा प्रोजेक्ट था। लंबी कागजी प्रक्रिया थी। हमने सारी प्रक्रिया पूरी की। अब यही योजना धरातल पर उतर रही है। सतनाला वाली सड़क मेरे कार्यकाल में बना। भुइयांसिनान से लावजोड़ा भुला होते हुए बंगाल सीमा तक सड़क मेरे कार्यकाल में बनी। कोल्ड स्टोरेज मेरे कार्यकाल की देन है। आइटीआइ मेरे कार्यकाल में बना। माडल स्कूल यह लोग चालू नहीं कर पाया। झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय मेरे कार्यकाल की देन है। यह विद्यालय लिंटर तक बना था। इसके बाद आज तक इसमें एक ईंट अलग से नहीं रखी गई है। मंगल कालिंदी ने कुछ नहीं किया है।
सवाल : रामचंद्र सहिस जी इस बार विधानसभा चुनाव में क्या माहौल है। किसकी सरकार बनने जा रही है।
जवाब : पिछली सरकार की जो नाकामी रही है उसको लोग देख रहे हैं। इसके पहले जो साल 2014 में एनडीए गठबंधन की सरकार थी। उसकी खूबियों को लोग याद कर रहे हैं। लोग दोनों सरकारों के काम की समीक्षा कर रहे हैं। इंडिया गठबंधन की सरकार ने 2019 में जो चुनावी वादे किए थे। उस पर जनता ने उन्हें जनादेश दिया था। मगर, सरकार जनता की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई है। जनादेश पाने के बाद भी वह काम नहीं कर पाए हैं। हम लोग जनसंपर्क में निकल रहे हैं तो साफ पता चलता है कि लोग इंडिया गठबंधन की सरकार से नाराज हैं। झामुमो और कांग्रेस की सरकार से जनता खुश नहीं है। पूरे प्रदेश में लोग यही कह रहे हैं कि इस बार एनडीए की सरकार बनेगी।
सवाल : इंडिया गठबंधन के नेता कहते हैं कि उन्होंने काफी काम किया है। वह अपने काम को लेकर वोट मांग रहे हैं।
जवाब : इंडिया गठबंधन की सरकार का काम बड़े होर्डिंग और अखबारों में ही दिखाई देता है। वह एक ही योजना झारखंड मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना का ढिढोरा पीट रहे हैं। वह एक हजार रुपये प्रति माह दे रहे हैं और लग रहा है कि वह मइयां को 10-10 लाख रुपये दे रहे हैं। मेरा भी मानना है कि मइयां का सम्मान होना चाहिए। मगर, बहन-बेटियों की सुरक्षा बेहद जरूरी है। आने वाला कल बेहतर है तो आज के छात्र और छात्राओं पर ध्यान देने की जरूरत है। मगर, यह काम सरकार नहीं कर पाई है। इसी वजह से वह झारखंड मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना लाकर दोबारा जनादेश प्राप्त करने के चक्कर में है। मगर, लोग उनके कार्यकाल से वाकिफ हैं। लोग सावधान हैं। वह समझ बूझ कर वोट करेंगे।
सवाल : सरकार का कहना है कि झारखंड मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना से विपक्ष डरा हुआ है। इसी वजह से वह इस योजना को टार्गेट कर रहा है।
जवाब : योजना को कोई टार्गेट नहीं कर रहा है। बल्कि, हम सच्चाई को जनता के सामने लाने का काम कर रहे हैं। लोकतांत्रिक व्यवस्था में सच्चाई सामने रखने का सबको अधिकार है। जब तक सच्चाई सामने नहीं आएगी तब तक बहुत से लोगों को वस्तु स्थिति के बारे में पता नहीं चल पाएगा। इसीलिए हम कहते हैं कि झामुमो और कांग्रेस के लोग राज्य की जनता और मइयां को गुमराह कर जनादेश पाने की कोशिश कर रहे हैं। मगर, इनकी कोशिश नाकाम रहेगी।
सवाल : झामुमो के नेताओं का कहना है कि विपक्ष एक तरफ तो झारखंड मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना को टार्गेट कर रहा है तो दूसरी तरफ भाजपा और आजसू के कार्यकर्ताओं के घर की महिलाओं ने भी योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन दिया है।
जवाब : यह झारखंड सब का है। यह किसी दल विशेष का राज्य नहीं है। इस राज्य में कई धर्म व जाति के लोग रहते हैं। सभी को अपना संगठन चलाने का अधिकार है। इसमें लाभ लेने और नहीं लेने का जो तर्क है वह ठीक नहीं है। इंडिया गठबंधन की सरकार के पहले एनडीए की सरकार थी। तब सरकार की योजनाओं का लाभ क्या झामुमो और कांग्रेस के लोगों ने नहीं लिया है। अगर नहीं लिया तो वह लोग इस बात को साफ करें, जो ऐसा आरोप लगा रहे हैं।
सवाल : भाजपा गो गो दीदी योजना लाई है। वह किसके लिए है।
जवाब : निश्चित रूप से मइयां सम्मान योजना मेरा दृष्टिकोण है। एक हजार रुपये देने से सम्मान नहीं होता। कोई योजना लाई जाती है तो सरकार को यह बताना होता है कि वह कोई योजना ला रही है तो क्यों ला रही है।सरकार ने तर्क दिया है कि वह नारी सशक्तिकरण के लिए मइयां सम्मान योजना ला रही है। अब जनता बताए कि क्या महिलाओं को एक हजार रुपये प्रति माह देने से नारी सशक्तिकरण हो जाएगा। यह रोज 33 रुपये 33 पैसा हो रहा है। इस रकम से नारी का क्या सम्मान होगा। सरकार के इस आचरण से संदेह होता है। इसीलिए हम लोग यह बात सामने रख रहे हैं।