रांची : झारखंड में सियासी रण का बिगुल बज चुका है. विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है, राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ रही है. झारखंड की राजनीति का यह महासंग्राम, जहां दो चरणों में चुनाव होना है. पहले चरण की वोटिंग 13 नवंबर को होगी, और 43 विधानसभा सीटों पर जनता अपने नुमाइंदों का फैसला करेगी. इसी महीने के 13 तारीख को वो पल आएगा, जब झारखंड की जनता अपनी उम्मीदों की बुनियाद पर वोट करेगी. दीपावली का उजाला झारखंड की फिजाओं से उतर चुका है, लेकिन चुनाव प्रचार का जोश अब अपने चरम पर है.
इस बार प्रत्याशियों को 10 से 11 दिन का मौका मिला है चुनाव प्रचार करके खुद को जनता की नजरों में अपने सच्चे हमदर्द के रूप में पेश करने का. 10 दिन का यह संघर्ष, सियासी सड़कों पर बिछा हुआ एक बडा इम्तेहान बन चुका है. 11 नवंबर की शाम, जब प्रचार का शोर थम जाएगा, तो उस खामोशी में चुनावी संघर्ष की धड़कने सुनाई देंगी. इस बार चुनाव का रंग निराला है. एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच सीधे मुकाबले में सियासी पारा चरम पर पहुंच चुका है. झारखंड की राजनीति में नई संभावनाएं जन्म ले रही हैं, और कई सीटों पर तगड़ी त्रिकोणीय टक्कर देखने को मिल सकती है. हालांकि, मुख्य मुकाबला एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच है, परंतु कुछ सीटों पर क्षेत्रीय दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने इस चुनावी रण को और भी दिलचस्प बना दिया है.
झारखंड की जनता का विश्वास जीतने की जंग में उतरने वाले 683 उम्मीदवार इस चुनावी समर में अपना भाग्य आजमा रहे हैं. दक्षिणी और उत्तरी छोटानागपुर, पलामू और कोल्हान प्रमंडल के क्षेत्र इन चुनावों के पहले चरण में मुख्य मैदान बन गए हैं. जहां बड़े नेता, चर्चित चेहरे और उभरते उम्मीदवार अपनी सीटों के लिए लड़ते नजर आएंगे. यहां हर प्रत्याशी का सपना है कि वह अपने क्षेत्र की समस्याओं का मसीहा बने, लेकिन सच्चाई का फैसला जनता के वोट से ही होगा. अब बात करते हैं सीट दर सीट, जहां सियासी जंग का मैदान सज चुका है.
झारखंड विधानसभा चुनाव : 43 सीटों पर NDA और INDIA गठबंधन की सीधी टक्कर
झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 43 सीटों पर सियासी मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है. इस चरण में कोडरमा सीट पर राजद के सुभाष यादव और भाजपा की नीरा यादव के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है. बरकट्ठा में झारखंड मुक्ति मोर्चा के केदार हाजरा को भाजपा के अमित यादव से चुनौती मिल रही है, जबकि बरही में कांग्रेस के अरुण साहू और भाजपा के मनोज यादव आमने-सामने हैं. बड़कागांव में कांग्रेस की अंबा प्रसाद और भाजपा रोशन लाल चौधरी में जोरदार टक्कर है. हजारीबाग में कांग्रेस के मुन्ना सिंह भाजपा के प्रदीप प्रसाद से मुकाबला कर रहे हैं. सिमरिया में जेएमएम के मनोज चंद्रा और भाजपा के उज्जवल दास के बीच संघर्ष जारी है, वहीं चतरा में राजद की रश्मि प्रकाश और लोजपा आर जर्नादन पासवान में सीधी टक्कर है.
कोल्हान प्रमंडल में बहरागोड़ा सीट पर जेएमएम के समीर मोहंती और भाजपा के दिनेशानंद गोस्वामी आमने-सामने हैं, जबकि घाटशिला में जेएमएम के रामदास सोरेन और भाजपा के बाबूलाल सोरेन के बीच कड़ा मुकाबला है. पोटका सीट पर जेएमएम के संजीव सरदार और भजपा की मीरा मुंडा के बीच टक्कर देखने को मिल रही है. जुगसलाई सीट पर जेएमएम के मंगल कालिंदी और आजसू के रामचंद्र सहिस में कड़ी टक्कर हो रही है. जमशेदपुर पूर्वी में कांग्रेस के डॉक्टर अजय कुमार और भाजपा की पूर्णिमा दास साहू में कड़ी टक्कर है, वहीं जमशेदपुर पश्चिमी सीट पर कांग्रेस के बन्ना गुप्ता और जेडीयु के सरयू राय का आमना-सामना हो रहा है.
इचागढ़ में जेएमएम की सबिता महतो और आजसू के हरेलाल महतो के बीच मुकाबला है, जबकि निर्दलीय अरविंद सिंह भी चुनाव मैदान में हैं. सरायकेला में जेएमएम के गणेश महाली और भाजपा के चंपाई सोरेन के बीच चुनावी संघर्ष है. चाईबासा में जेएमएम के दीपक बिरुआ और भाजपा की गीता बलमुचू में जोरदार मुकाबला है. मझगांव में जेएमएम के निरल पुरती और भाजपा के बड़कुंवर गगराई आमने-सामने हैं.
दक्षिणी हिस्सों में तमाड़ सीट पर जेएमएम के विकास मुंडा और जेडीयू के राजा पीटर बीच कांटे की टक्कर है, जबकि राजकुमार मुंडा भी झारखंड पार्टी से मैदान में हैं. तोरपा में जेएमएम के सुदीप गुडिया और भाजपा के कोचे मुंडा में जोरदार टक्कर है. खूंटी सीट पर जेएमएम के रामसूर्य मुंडा और भाजपा के नीलकंठ सिंह मुंडा में मुकाबला है. राजधानी रांची में रांची सीट पर जेएमएम की महुआ माजी और भाजपा के सीपी सिंह के बीच चुनावी जंग है. हटिया में कांग्रेस के अजयनाथ शाहदेव और भाजपा के नवीन जायसवाल का सीधा मुकाबला है.
मांडर में कांग्रेस की शिल्पी नेहा तिर्की और भाजपा के सन्नी टोप्पो के बीच मुकाबला है. सिसई में जेएमएम के जिगा सोसारण होरो और भाजपा के अरुण उरांव आमने-सामने हैं. गुमला में जेएमएम के भूषण तिर्की और भाजपा के सुदर्शन भगत बीच कड़ा संघर्ष है. बिशुनपुर में जेएमएम के चमरा लिंडा और भाजपा के समीर उरांव बीच मुकाबला है, जिसमें शिव कुमार भगत भी निर्दलीय के रूप में चुनौती दे रहे हैं. सिमडेगा में कांग्रेस के भूषण बाड़ा और भाजपा के श्रद्धानंद बेसरा आमने-सामने हैं.
कोलेबिरा में कांग्रेस के नमन विक्सल कोंगाड़ी और भाजपा के सुजान टोप्पो में मुकाबला है, जबकि लोहरदगा में कांग्रेस के रामेश्वर उरांव और आजसू की नीरू शांति भगत के बीच टक्कर है. मनिका में कांग्रेस के रामचंद्र सिंह और भाजपा के हरेकृष्ण सिंह के बीच संघर्ष है, जिसमें निर्दलीय मुनेश्वर उरांव भी हैं. लातेहार में जेएमएम के बैद्यनाथ राम और भाजपा के प्रकाश राम आमने-सामने हैं.
डालटनगंज में कांग्रेस के केएन त्रिपाठी और भाजपा के आलोक चौरसिया के बीच जोरदार टक्कर है. विश्रामपुर में कांग्रेस के सुधीर चंद्रवंशी और भाजपा के रामचंद्र चंद्रवंशी के बीच संघर्ष हो रहा है, जिसमें राजद के नरेश सिंह भी मैदान में हैं. छतरपुर में कांग्रेस के राधाकृष्ण किशोर, भाजपा की पुष्पा देवी और राजद के विजय राम के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है.
प्रतिष्ठा की जंग: बड़े नाम और उनकी उम्मीदें
इस चुनावी महासंग्राम में कई चर्चित चेहरे अपनी सियासी किस्मत आजमा रहे हैं. इनमें पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन और उनके पुत्र बाबूलाल सोरेन, ओडिशा के राज्यपाल की बहू पूर्णिमा दास साहू, और पूर्व सीएम मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा की प्रतिष्ठा दांव पर है. इनके साथ ही मंत्री बन्ना गुप्ता, पूर्व मंत्री सरयू राय, और सांसद महुआ माजी जैसे बड़े चेहरे भी चुनावी रण में हैं. इनके लिए यह चुनाव सिर्फ जीत की नहीं, बल्कि अपने राजनीतिक अस्तित्व की लड़ाई भी बन गया है.
बागी उम्मीदवारों का बढ़ता खतरा
इस बार बागी उम्मीदवार भी गठबंधनों के आधिकारिक प्रत्याशियों के लिए बड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं. कई सीटों पर बागी उम्मीदवारों ने चुनाव को और भी रोचक बना दिया है. एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों ही अपने बागियों से चिंतित हैं. झारखंड की राजनीति के समीकरण हर दिन बदल रहे हैं, और बागी उम्मीदवारों की बढ़ती तादाद से मुकाबला और भी कठिन हो गया है.
चुनावी मैदान में उतरे 158 प्रत्याशियों पर दर्ज है आपराधिक मामले
चुनाव आयोग के आंकड़ो के अनुसार इस बार चुनाव में 158 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके ऊपर आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें सबसे अधिक 18 उम्मीदवार भाजपा के हैं, जो विभिन्न आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं. कांग्रेस के 9 प्रत्याशियों पर केस दर्ज हैं, जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा के 10 उम्मीदवारों पर भी आपराधिक मामले चल रहे हैं.