बजट में झारखंड की उपेक्षा पर झामुमो ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी पर साधा निशाना, जानें क्या कहा
रांची : केंद्र सरकार के बजट में झारखंड की उपेक्षा की गई है। जबकि, बिहार और आंध्र प्रदेश को दिल खोल कर योजनाएं दी गई हैं। इस पर झामुमो ने कमेंट किया है। एक्स पर पार्टी की तरफ से लिखा गया है कि क्या इसमें भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का हाथ है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ने बजट में झारखंड ही नहीं आंध्र प्रदेश व बिहार को छोड़ कर पूरे देश के साथ भेदभाव किया है। कांग्रेस ने इसे केंद्र सरकार को बचाने वाला बजट बताया।
प्रदेश का बकाया वापस कर दे केंद्र
झामुमो की तरफ से कहा जा रहा है कि झारखंड का केंद्र सरकार पर एक लाख 36 हजार करोड़ रुपये बकाया है। केंद्र सरकार यह रकम प्रदेश को वापस दे दे यही बहुत है। झामुमो ने कहा है कि साल 2014 और 2019 में झारखंड ने एनडीए को 14 में से 12 सांसद दिए थे। इस साल भी लोकसभा चुनाव में झारखंड ने एनडीए को नौ सांसद दिए हैं। फिर भी झारखंड को कुछ नहीं दिया गया। झामुमो ने पूर्व सीएम रघुवर दास पर भी निशाना साधा। पार्टी की तरफ से कहा गया कि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास डीवीसी का 5000 करोड़ रुपये बकाया कर के चले गए थे। केंद्र सरकार ने इसे बिना बताए प्रदेश के खाते से काट लिया और भाजपा नेता इसे लेकर ताली बजार रहे थे।
कांग्रेस बोली- यह था मोदी सरकार बचाव बजट
कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने इस बजट को मोदी सरकार बचाव बजट बताया है। उन्होंने कहा है कि यह केंद्र सरकार को बचाने के लिए बजट बनाया गया है। इसमें बिहार और आंध्र प्रदेश का ही ख्याल रखा गया है। गुलाम अहमद मीर ने कहा है कि इस बजट के जरिए केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि उसे सिर्फ दो राज्य की ही जरूरत है। बाकी राज्यों की नहीं। गुलाम अहमद मीर ने कहा कि केंद्र सरकार बिहार और आंध्रपदेश को भी बजट में एलान के अनुसार उतना फंड नहीं देगी।