झारखंड के मंत्रिमंडल में कांग्रेस कोटे से चार मंत्री होंगे। झारखंड के विधानसभा में सीटों की संख्या के हिसाब से मंत्रियों की संख्या पर मंथन हुआ है। तय हुआ है कि कांग्रेस के विधायकों की संख्या के अनुसार उसके चार मंत्री हों। यह मंत्री कौन होंगे अभी इनके नाम पर मंथन चल रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि मंत्री के नाम पर दिल्ली में मोहर लगेगी। कांग्रेस के आला कमान सोनिया गांधी और राहुल गांधी बैठक कर तय करेंगे कि झारखंड में वह चार कौन से विधायक होंगे जिन्हें हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी। दिल्ली से उन नाम की सूची मांगी गई है जिन्हें मंत्री बनाया जा सकता है। प्रदेश इकाई से नाम भेज दिए गए हैं।
इसे लेकर हालांकि कयास का दौर शुरू हो गया है। इरफान अंसारी और रामेश्वर उरांव के नाम तय बताए जा रहे हैं, क्योंकि यह पूर्व में भी मंत्री रह चुके हैं। इसलिए इन्हें अनुभव के आधार पर मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी। दो अन्य नेता कौन मंत्री बनेंगे इस पर विचार किया जा रहा है। बन्ना गुप्ता जमशेदपुर पश्चिम से चुनाव हार गए हैं। इसलिए अब उनकी जगह नए नाम पर चर्चा होगी। सूत्र बताते हैं कि इरफान अंसारी स्वास्थ्य मंत्रालय के लिए रस्साकशी में लग गए हैं। इरफान अंसारी पूरा जोर लगाए हुए हैं कि उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय मिले। वह पिछली सरकार में स्वास्थ्य मंत्रालय चाहते थे। लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय बन्ना गुप्ता को मिल गया था। इससे इरफान अंसारी नाराज देखे जा रहे थे।
इस बार बन्ना गुप्ता के विधानसभा में नहीं होने का लाभ इरफान अंसारी को मिल सकता है। कांग्रेस के पोडेयाहट से विधायक प्रदीप यादव और महगामा की विधायक दीपिका पांडे सिंह में से किसी एक को मंत्री बनाया जा सकता है। वैसे प्रदीप यादव का चांस ज्यादा है। क्योंकि वह लगातार विधायक बनते रहे हैं। इसके अलावा झामुमो से 6 विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा। आरजेडी से एक विधायक को मंत्री पद मिल सकता है।
झामुमो से इस बार कल्पना सोरेन को मंत्री पद मिल सकता है। कल्पना सोरेन एक तेज तर्रार और धाकड़ नेता के तौर पर उभरी हैं। वह झामुमो की स्टार प्रचारक रही हैं। राजनीति के जानकारों का कहना है कि इंडिया गठबंधन को इस बार अगर इतनी सीटें मिली हैं तो इसके पीछे कल्पना सोरेन की मेहनत है।