दो दशक बाद गिरीडीह का मिला है मंत्री, धनबाद का हाथ खाली
हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल में कुछ ऐसे नाम शामिल हैं जिनके मंत्री बनने पर सभी चौंक गए। इनके नाम अचानक सामने आए हैं। इनमें से एक हैं गिरीडीह के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू। सुदिव्य कुमार को न केवल मंत्री बनाया गया बल्कि अच्छा विभाग (नगर विकास एवं आवास विभाग) भी दिया गया है।
सुदिव्य कुमार सोनू सीएम हेमंत सोरेन के विश्वासपात्र माने जाते हैं। हेमंत सोरेन के पिछले कार्यकाल में भी सुदिव्य कुमार सोनू सीएम के करीबी थे। बताया जा रहा है कि इस चुनाव में सुदिव्य कुमार सोनू ने अपनी विधानसभा सीट गिरीडीह में खुद का चुनाव प्रचार किया ही मगर, कल्पना सोरेन के लिए जी जान से चुनाव प्रचार में जुटे रहे। गांडेय विधानसभा सीट पर पहले कल्पना सोरेन को उप चुनाव जितवाया। इसके बाद विधानसभा आम चुनाव में भी जीत दिलाई। कहा जा रहा है कि सुदिव्य कुमार सोनू को गांडेय की जीत का ही इनाम मिला है।
सुदिव्य कुमार सोनू के मंत्री बनने पर गिरीडीह में खुशी का माहौल है। गिरीडीह को दो दशक बाद मंत्री मिला है। इससे लोग खुश हैं। लोगों का कहना है कि सुदिव्य कुमार सोनू के मंत्री बनने का फायदा गिरीडीह को मिलेगा। गिरीडीह का अब और तेजी से विकास होगा।
धनबाद का हाथ खाली
इस बार विधानसभा में धनबाद से कोई मंत्री नहीं है। धनबाद और झरिया से भाजपा के उम्मीदवार जीते हैं। टुंडी से विधायक मथुरा महतो को किसी वजह से मंत्री पद नहीं मिला। उनकी जगह गोमिया के विधायक योगेंद्र महतो को मंत्री पद मिल गया। भाकपा माले के दो विधायक जीते हैं। मगर, भाकपा माले ने मंत्री पद लेने से इंकार कर दिया है। इस वजह से मंत्रिमंडल में धनबाद का प्रतिनिधित्व नहीं हो सका।