क्या है बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट की पगड़ी का राज, क्यों चली गई बिहार की अध्यक्षी
पटना : बिहार के डिप्टी सीएम भाजपा के सम्राट चौधरी की पगड़ी इन दिनों फिर चर्चा में है। कहा जा रहा है कि उनकी तरक्की का राज उनकी पगड़ी में था। पगड़ी क्या उतरी, भाजपा ने उन्हें बिहार के अध्यक्ष पद से उतार दिया। सम्राट चौधरी ने अयोध्या जाकर अपनी पगड़ी सरयू में प्रवाहित कर दी थी। कहा जा रहा है कि इसका उन्हें नुकसान उठाना पड़ा है। पगड़ी उतारने के 21 दिन बाद भाजपा ने उनसे बिहार की अध्यक्षी छीन ली है। सम्राट चौधरी की अध्यक्षी छिनने के बाद कहा जा रहा है कि उन्हें अपनी पगड़ी उतारना महंगा पड़ा है।
नीतीश के पलटी मारने पर बांधी थी पगड़ी
सम्राट चौधरी ने साल 2022 में यह कह कर पगड़ी बांधी थी कि जब तक वह नीतीश कुमार को सीएम के पद से हटा नहीं देते तब तक पगड़ी बांधे रहेंगे। उन्होंने यह पगड़ी तब बांधी थी जब नीतीश कुमार भाजपा को छोड़ कर चले गए थे। बताते हैं कि पगड़ी बांधने के बाद सम्राट ने दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की की। सम्राट चौधरी को भाजपा की अध्यक्षी मिल गई। जनवरी 2024 में जब नीतीश ने फिर पलटी मारी और भाजपा के साथ आ गए तो सम्राट चौधरी डिप्टी सीएम बन गए। बिहार के सियासी गलियारे में सम्राट की पगड़ी काफी चर्चित हो गई। इस बीच सम्राट ने कभी पगड़ी से छेड़छाड़ नहीं की। वह पगड़ी बांधे ही रहे और सब कुछ पटरी पर रहा। मगर, उनके पगड़ी उतारते ही बिहार में भाजपा ने नंद किशोर यादव को नया अध्यक्ष बना दिया है। अब सम्राट सिर्फ डिप्टी सीएम ही रह गए हैं।
पगड़ी का ज्योतिष कनेक्शन
सम्राट चौधरी की बिहार की अध्यक्षी जाते ही उनकी पगड़ी एक बार फिर चर्चा में है। लोग बताते हैं कि सम्राट चौधरी को एक ज्योतिषी ने पगड़ी बांधने की सलाह दी थी। इसी के बाद सम्राट ने भगवा पगड़ी बांध ली थी। बताते हैं कि जब ज्योतिषी ने उन्हें पगड़ी बांधने की सलाह दी थी तभी उनकी मां का भी निधन हो गया था। इसी के बाद सम्राट ने पगड़ी बांध ली थी। लोकसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन उम्मीद से कम रहा तो बीजेपी की निगाह में नीतीश कुमार की अहमियत बढ़ गई। सम्राट को कहना पड़ा था कि साल 2025 में होने वाला विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार की अगुवाई में लड़ा जाएगा। बाद में सम्राट चौधरी ने तारीख बताते हुए एलान कर दिया कि वह अपनी पगड़ी उतारने जा रहे हैं। पगड़ी उतारने के बाद ही उनके लिए खराब खबर आ गई।