नीति आयोग की मीटिंग में बीच में ही छोड़ कर निकलीं ममता, पीएम पर जड़ दिया यह आरोप
नई दिल्ली : नीति आयोग की मीटिंग बीच में छोड़ कर बंगाल की सीएम ममता बनर्जी बाहर निकल गई हैं। ममता ने भी मीटिंग का बायकाट कर दिया है। ममता ने बाहर निकल कर कहा है कि जब वह बोल रही थीं तो उनका अचानक माइक बंद कर दिया गया। यह ठीक नहीं है। ममता ने कहा कि नीति आयोग की मीटिंग में गैर भाजपा शासित प्रदेश से एक मात्र वही सीएम थीं। उन्होंने कहा कि वह नीति आयोग की मीटिंग में बंगाल का पक्ष रख रही थीं तभी माइक बंद कर दिया गया। इसके बाद ममता बनर्जी बाहर निकल आईं।
नीति आयोग खत्म करने को कहा
नीति आयोग की मीटिंग में जाने से पहले बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने पत्रकारों से बात की थी। उन्होंने कहा था कि नीति आयोग को खत्म कर देना चाहिए। उनका कहना था कि नीति आयोग की जगह योजना आयोग को लाना जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि योजना आयोग सुभाष चंद्र बोस का आइडिया था। उन्हीं की पहल पर तत्कालीन केंद्र सरकार ने योजना आयोग का गठन किया था। योजना आयोग पंचवर्षीय योजना लाता था और इससे देश काफी विकास हुआ है।
कई सीएम नहीं पहुंचे नीति आयोग
नीति आयोग की मीटिंग में कांग्रेस शासित प्रदेशों के सीएम नहीं पहुंचे हैं। इसके अलावा, केरल, तमिलनाडू, झारखंड आदि भाजपा शासित प्रदेशों के सीएम ने भी नीति आयोग का बायकाट किया है। इंडिया गठबंधन की तरफ से पहले से ही नीति आयोग की मीटिंग का बायकाट करने की बात अपने लोगों को बता दी गई थी। इसके बाद भी बंगाल की सीएम ममत बनर्जी मीटिंग में पहुंची थीं।
सीएम ने पहले तो भाग लेने की बात कही थी, फिर नहीं गए
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने कहा था कि वह नीति आयोग की मीटिंग में जाएंगे। इसके लिए प्लान भी तैयार कर लिया गया था। मगर, बाद में ऐन वक्त पर सीएम हेमंत सोरेन ने मीटिंग में जाने से इंकार कर दिया। सीएम हेमंत सोरेन बजट में झारखंड की अवहेलना किए जाने की वजह से केंद्र सरकार से नाराज चल रहे हैं। सीएम का कहना है कि प्रदेश की जनता जानती है कि झारखंड केंद्र सरकार को कितना देता है और उसे केंद्र से क्या मिला।