ईरान में हमास लीडर इस्माइल हनिया की हत्या
तेहरान : ईरान की राजधानी तेहरान में हमास लीडर 62 वर्षीय इस्माइल हनिया की हत्या कर दी गई है। इस्माइल हनिया के तेहरान स्थित आवास पर बुधवार की सुबह हमला किया गया। इस हमले में इस्माइल हनिया के अलावा उनका एक बाडी गार्ड भी मारा गया है। इस्माइल हनिया ईरान के प्रेसीडेंट मसूद पेजेश्कियन के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने तेहरान गया था। हत्या कैसे हुई है अब तक इसका विवरण सामने नहीं आया है।
मोसाद पर शक की सूई
ईरानी अधिकारियों ने इस हत्या के पीछे इसराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद पर शक जताया है। मोसाद ईरान में पहले भी हत्या की कई घटनाओं को अंजाम दे चुकी है। ईरान के कई परमाणु वैज्ञानिक मौत के घाट उतारे जा चुके हैं। इसराइल ने पहले ही हमास से बदला लेने की घोषणा की थी। ईरानी अधिकारियों का कहना है कि वह इस इस्माइल हनिया हत्याकांड की जांच में जुट गए हैं।
इस्माइल हनिया का पूरा परिवार खत्म
इसराइल और हमास के बीच पिछले साल से युद्ध शुरू है। इसराइल ने इसी साल अप्रैल में इस्माइल हनिया के गजा स्थित घर पर हवाई हमला किया था। इस हमले में इस्माइल हनिया के तीन बेटे और चार पोते मारे गए थे। पिछले महीने इस्माइल हनिया की बहन की भी हत्या कर दी गई थी।
कतर में रहता था इस्माइल
हमास लीडर इस्माइल हनिया ने गजा को छोड़ कर कतर में अपना ठिकाना बनाया था। वह कतर की राजधानी दोहा में रहता था। इस्माइल का जन्म फिलिस्तीन की गजा पट्टी में एक रिफ्यूजी कैंप में हुआ था। 1980 के दशक में फिलिस्तीनियों ने इसराइल के खिलाफ इंतिफादा आंदोलन चलाया तो इस्माइल उसमें शामिल हुआ। बाद में इस्माइल हनिया हमास में शामिल हो गया।
हमास ने बदला लेने की कही बात
इस्माइल हनिया की हत्या के बाद हमास ने बदला लेने की बात कही है। इस्माइल हनिया की मौत के बाद मध्य पूर्व में तनाव बढ़ गया है। ईरान 1980 के दशक से ही हमास का समर्थन करता रहा है। हमास और इसराइल के बीच चल रहे युद्ध में भी ईरान हमास के साथ है। ईरान समर्थित हिजबुल्लाह और यमन भी इस जंग में फिलिस्तीन की तरफ से युद्ध में कूद चुके हैं।