श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में 10 साल के बाद साल 2024 में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इसे लेकर भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की है। सोमवार 26 अगस्त सुबह 10:00 बजे भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। मगर, इसे जारी करने के बाद दो घंटे के अंदर ही भाजपा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स से इस लिस्ट को डिलीट कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार भाजपा बदलाव के बाद फिर से नई लिस्ट जारी करेगी। जारी की गई पहली लिस्ट में 3 फेज में होने वाले चुनाव के लिए 44 प्रत्याशियों के नाम थे। इस लिस्ट में दो पूर्व डिप्टी सीएम रविंद्र गुप्ता और निर्मल सिंह का नाम नहीं था। लिस्ट में जम्मू कश्मीर के पार्टी अध्यक्ष रविंद्र रैना का भी नाम नहीं था।
कई दिग्गजों को नहीं दिया था टिकट
कहा जा रहा है कि भाजपा ने जम्मू-कश्मीर के कई दिग्गजों का नाम सूची में नहीं डाला था। जैसे ही यह सूची सोशल मीडिया पर आई। इसे लेकर बवाल मच गया। जिन लोगों के नाम सूची में नहीं थे उन्होंने पार्टी के आला कमान को फोन करने शुरू कर दिए। इसी के बाद आनन-फानन में सूची को सोशल मीडिया से हटा लिया गया। 18 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच जम्मू कश्मीर की 90 सीटों के लिए तीन चरणों में मतदान होगा। इस चुनाव के नतीजे 4 अक्टूबर 2024 को आएंगे। जम्मू कश्मीर में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 46 है। धारा 370 हटाए जाने के बाद जम्मू कश्मीर में यह पहला विधानसभा चुनाव हो रहा है। जम्मू कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 25 अगस्त को दिल्ली में भाजपा चुनाव समिति की बैठक हुई थी। मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के केंद्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और जितेंद्र सिंह ने उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की थी।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के भाई को मिला टिकट
डॉ देवेंद्र सिंह राणा को नगरोटा से भाजपा ने टिकट दिया है। वह केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के भाई हैं। नेशनल कांफ्रेंस छोड़कर उन्होंने भाजपा ज्वाइन की थी। 15 अगस्त को लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि राजनीति में अब फ्रेश ब्लड होना जरूरी है। राजनीति में 100000 युवाओं को लाना है। वह यह युवा हैं जिनका कोई फैमिली बैकग्राउंड राजनीति से जुड़ा हुआ ना हो।
70 सीटों पर लड़ेगी भाजपा, 20 सीटों पर निर्दलीयों को देंगे समर्थन
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव जीतने के लिए भाजपा ने न केवल जम्मू में बल्कि कश्मीर में भी मुस्लिम उम्मीदवारों पर दांव लगाया है। ऐसा पहली बार देखने को मिला है जब पार्टी में पहली लिस्ट में मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया है। कश्मीर घाटी के विधानसभा सीट अनंतनाग पश्चिम से रफीक वाणी, बनिहाल से सलीम भट्ट और राजपुरा से हर्षित भट्ट भाजपा के उम्मीदवार बनाए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक इस बार होने वाले जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में भाजपा 90 में से 70 सीटों में अपना कैंडिडेट खड़ा करेगी। कश्मीर की 20 सीटों पर निर्दलीयों को समर्थन देने की रणनीति तैयार की गई है।
41 मिनट के बाद 15 नामों की लिस्ट जारी
जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव होने वाले हैं पहले चरण में मतदान 18 सितंबर को होगा जिनमें 24 सीट हैं। भाजपा ने, पंपोर से इंजीनियर सैयद शौकत यूर अंद्राबी, राजपोरा से अर्शीद भट्ट, शोपियां से जावेद अहमद कादरी, अनंतनाग पश्चिम से मोहम्मद रफीक वाणी, अनंतन जी अधिवक्ता सैयद वजाहत, श्रीगुफवाड़ा बिजबेहरा से सोफी युसूफ, शानगुस अनंतनाग पूर्व से वीर सराफ, इंदरवाल से तारिक कीन , किश्तवाड़ से शगुन परिहार, पाडेर नगसोनी से सुनिल शर्मा, भदरवाह से दिलीप सिंह परिहार, डोडा से गजय सिंह राणा, डोडा पश्चिम से शक्ति राज परिहार, रामबन से राकेश ठाकुर और बनिहाल से सलीम भट्ट को टिकट दिया है ।
25 सितंबर को होगा दूसरे चरण का चुनाव
दूसरे फेज में होने वाले चुनाव में कुल 26 सीटें हैं। दूसरे फेस का चुनाव 25 सितंबर को होगा। इसमें भाजपा ने अपने 10 उम्मीदवारों का ही नाम फाइनल किया है । इसमें हब्बाकदल से अशोक भट्ट को टिकट दिया गया है। गुलाबगढ़ से मोहम्मद अकरम चौधरी, रियासी से कुलदीप राज दुबे, श्री माता वैष्णो देवी से रोहित दुबे, कलाकोट सुंदरबानी से ठाकुर रणदीर सिंह, बुधल से चौधरी जुल्फिकार अली, थन्नामंडी से मोहम्मद इकबाल मल्लिक, सुरंकोटे से सैयद मुश्ताक अहमद बुखारी, पुंछ हवेली से चौधरी अब्दुल घनी और मेंढर से मुर्तजा खान को टिकट दिया गया है ।
तीसरे चरण में एक अक्टूबर को मतदान
तीसरे चरण में मतदान एक अक्टूबर को होगा। इसमें 40 सीटें हैं। इसके लिए भाजपा ने 19 उम्मीदवारों का ही नाम फाइनल किया है। इसमें उधमपुर वेस्ट से पवन गुप्ता को टिकट दिया गया है, चेनानी से बलवंत सिंह मनकोटिया, रामनगर से सुनील भारद्वाज, बनी से जीवन लाल , दिलावर से सतीश शर्मा, बसोहली से दर्शन सिंह, जसरोटा से राजीव जसरोटिया, हीरानगर से विजय कुमार शर्मा, रामगढ़ से डॉक्टर देवेंद्र कुमार, सांबा से सुरजीत सिंह सलाथिया, विजयपुर से चंद्र प्रकाश गंगा, सुचेतगढ़ से घारूराम भगत, आरएसपुरा (जम्मू साउथ) से डॉक्टर नरेंद्र सिंह रैना, जम्मू ईस्ट से युद्धवीर सेठी, नगरोटा से डॉक्टर देविंदर सिंह राणा, जम्मू पश्चिम से अरविंद गुप्ता, जम्मू उत्तर से श्याम लाल शर्मा, अखनूर से मोहनलाल भगत और छंब से राजीव शर्मा को टिकट दिया गया है। मीडिया समन्वय के लिए जम्मू कश्मीर में राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह और शाजिया इल्मी को नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही पंजाब राज्य मीडिया संयोजक विनीत जोशी को भी जम्मू कश्मीर चुनाव के लिए मीडिया समन्वय टीम का हिस्सा बनाया गया है।
भाजपा के पहले तीन पार्टियों ने जारी की थी लिस्ट
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद की डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी ने 25 अगस्त को अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। इस लिस्ट में कुल 13 नाम को फाइनल किया गया था। पार्टी ने गंदरबल से कैसर सुल्तान को नेशनल कांफ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के सामने उतारा है। राज्य के पूर्व एडवोकेट जनरल असलम गनी को बद्रवाह से प्रत्याशी बनाया है और पूर्व मंत्री अब्दुल मजीद वानी को डोडा पूर्व से उम्मीदवार बनाया है।
आम आदमी पार्टी ने जारी की सूची
आम आदमी पार्टी ने भी अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। इसमें कुल सात उम्मीदवारों के नाम है। पार्टी ने बनिहाल से मुदस्सिर अजमत मीर को टिकट दिया है, डोडा वेस्ट से यासिर शफी मैट, डोडा से महाराज दीन मलिक, डोरू से मोहसिन शफकत मीर, देवसर से शेख फिदा हुसैन, राजपुरा से मुदस्सिर हुसैन और पुलवामा से फैयाज अहमद सोफी को टिकट दिया है।
जमात भी लड़ेगी चुनाव
प्रतिबंधित जमात ए इस्लामी पार्टी ने 7 सीटों पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। गुलाम कबीर वाणी के नेतृत्व वाली इस पार्टी को UAPA एक्ट 1967 के तहत केंद्र सरकार ने 2019 में गैरकानूनी संगठन घोषित कर दिया था और इसे बना कर दिया था। इसका प्रतिबंध फरवरी 2024 में 5 साल बढ़ा दिया गया है। पार्टी त्राल ,राजपुरा, पुलवामा, शोपियां, जैनपुरा, अनंतनाग, बिजबेहरा ,देवरस और कुलगाम से अपना उम्मीदवार उतारेगी।
साल 2014 में हुए थे विधानसभा चुनाव
साल 2014 में आखिरी बार जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव हुए थे। तभी भाजपा ने पीडीपी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई थी। यह गठबंधन साल 2018 में टूट गया। इसके बाद राज्य में 6 महीने तक राज्यपाल शासन चला। इसके बाद राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। राष्ट्रपति शासन के दौरान ही साल 2019 में लोकसभा चुनाव हुए थे। तब भाजपा ने भारी बहुमत से केंद्र में दोबारा सरकार बनाई थी। 5 अगस्त 2019 में भाजपा ने आर्टिकल 370 खत्म करके जम्मू कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया था। इसमें जम्मू कश्मीर और लद्दाख अलग हो गए थे। इस साल 2024 में जम्मू कश्मीर में 10 साल के बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं।