झारखण्ड विधानसभा चुनाव होने ही वाले है. इसे लेकर चुनाव आयोग जल्द ही तारीखों की घोषणा कर देगी. सत्ता दल और विपक्षी दल एक दूसरे पर निशाना साधने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रही है. राज्य की राजनीति में ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत की स्थिति को लेकर वार-पलटवार शुरू हो गया है. झारखण्ड मुक्ति मोर्चा ने ग्लोबल हंगर इंडेक्स को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है. झामुमो ने भाजपा पर निशाना साधते हुए सवाल किया की पिछले 10 सालों में देश को कहा से कहा पहुंचा दिया है? भाजपा ने जवाब देते हुए कहा की विपक्षी दल के नेता विदेशी एजेंसियों के बहकावे में ना आए जो साजिश रचकर देश के खिलाफ एजेंडा चला रहे है. इसके बाद बीजेपी ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज में देश में कोई भूखमरी नहीं है.
जनता की जगह उद्योगपतियों-व्यवसायियों का हित प्राथमिकता-JMM
झामुमो ने भारत के ग्लोबल हंगर इंडेक्स में ख़राब स्तिथि को मुद्दा बना लिया है. झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा की भाजपा के नेता अपने मोदी जी के सरकार के उपलब्धियों में ही ग्लोबल हंगर इंडेक्स का साच बयान कर देते है. उन्होंने आगे कहा की जिस डेस्क के 80 प्रतिशत लोग सरकार के दिए जाने वाले 5 किलो अनाज पर निर्भर हो, उस देश की हालात समजने में मुश्किल नहीं है. भाजपा ने 10 सालों में देश की क्या स्थिति बना दी है वह किसी से नहीं छुपा है. जब केंद्र और भाजपा राज वाले राज्य में जनता के जगह उद्योगपतियों-व्यवसायियों का हित प्राथमिकता बन जाए तो यह स्थिति बनना संभव है.
विदेशी एजेंसी के रिपोर्ट में कैसे करेंगे हेर फेर-JMM
झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त रिपोर्टेड संस्थाओं के द्वारा तैयार कराई गई ग्लोबल हंगर इंडस को लेकर रिपोर्ट बिलकुल सही है और इसमें भारत की स्थिति भी सही बताई गई है. उन्होंने आगे कहा की यह बात झुठलाया नही जा सकता. उन्होंने आगे कहा की आप अपने रिपोर्ट को बदल सकते है. लेकिन विदेशी एजेंसियों के रिपोर्ट में कैसे बदलाव करेंगे. यह बात सही है इ ग्लोबल हंगर इंडेक्स, देश पर बढ़ता कर्ज का बोझ, काला धन सब साचा है और इसपर केंद्र सरकार को जवाब देना चाहिए.
विदेशी एजेंसियां करती है भ्रमित- BJP
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं के ग्लोबल हंगर इंडेक्स की रिपोर्ट पर आक्रामक प्रतिक्रिया के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने अपनी टिप्पणी में कहा है कि विदेशी एजेंसियां हमेशा भारत को लेकर भ्रम फैलाती हैं।सिन्हा ने उदाहरण देते हुए कहा कि कुछ वर्ष पहले तक श्रीलंका को भारत से बेहतर देश बताया जा रहा था, लेकिन वर्तमान स्थिति से सब वाकिफ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ विदेशी एजेंसियां अफगानिस्तान में पत्रकारिता की स्वतंत्रता को भारत से बेहतर बताने की कोशिश कर रही हैं, जबकि वास्तविकता सभी को पता है।भाजपा नेता ने आगे बताया कि पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी हंगर इंडेक्स को भारत से बेहतर बताने वाली विदेशी एजेंसियों का उद्देश्य केवल भारत के खिलाफ एजेंडा चलाना है। उन्होंने विपक्षी दलों के नेताओं को इन एजेंसियों से सावधान रहने की सलाह दी।सिन्हा ने यह भी कहा कि भारत में कहीं भी भुखमरी जैसी समस्या नहीं है, क्योंकि केंद्र सरकार ने 80 करोड़ लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने की योजनाएं बनाई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विदेशी एजेंसियां अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को बदनाम करने के लिए षड्यंत्र रच रही हैं, जिसके प्रति सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
इस वर्ष के ग्लोबल हंगर रिपोर्ट में क्या है ?
2024 की वैश्विक भूख सूचकांक में भारत की स्थिति में थोड़ा सुधार देखा गया है, लेकिन फिर भी देश 105 वें स्थान पर है। इस वर्ष के ग्लोबल हंगर इंडेक्स में कुल 127 देशों में भारत का स्थान 105वां है, जो दर्शाता है कि देश में भूख से संबंधित गंभीर समस्याएं बनी हुई हैं।दिलचस्प है कि भारत अपने पड़ोसी देशों में पाकिस्तान को छोड़कर, नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश और म्यांमार जैसे देशों से भी पीछे है। यह स्थिति भारत के लिए चिंताजनक है और इसके खिलाफ उचित उपायों की आवश्यकता को दर्शाती है।