झारखंड में सीट शेयरिंग को लेकर जदयू व भाजपा में फंस रहा पेच, जानें भाजपा के सामने आने वाली है क्या परेशानी
रांची: झारखंड में अक्टूबर-नवंबर में चुनाव होने वाले हैं। एनडीए के घटक दलों ने भी चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। इस बार एनडीए में भाजपा और आजसू के अलावा जदयू भी शामिल है। एक साथ चुनाव लड़ने को लेकर विधायक सरयू राय की पार्टी भारतीय जनतंत्र मोर्चा की जदयू से बातचीत हो गई है। विधायक सरयू राय भी जदयू के भरोसे अपनी नैया पार लगाना चाहते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की परंपरागत सीट रही जमशेदपुर पूर्वी पर सरयू राय दावा ठोक रहे हैं। राजनीति के जानकारों का मानना है कि इस बार एनडीए को सीट शेयरिंग फार्मूला तैयार करने में नाको चने चबाने पड़ सकते हैं।
पिछली बार भाजपा व आजसू में नहीं हो सका था सीटों का तालमेल
भाजपा और आजसू हर बार गठबंधन में ही विधानसभा चुनाव लड़ते हैं। मगर, पिछले बार विधानसभा चुनाव 2019 में इनके बीच सीटों का तालमेल नहीं हो सका था। क्योंकि, आजसू जितनी सीटें मांग रही थी, भाजपा उतना नहीं देना चाहती थी। इस वजह से भाजपा और आजसू दोनों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा। भाजपा ने सोचा था कि वह अकेले ही झारखंड फतह करने की कूवत रखती है। मगर, चुनाव नतीजों से साफ हो गया कि ऐसा नहीं है। भाजपा का सूपड़ा साफ हो गया। आजसू भी कोई खास सीटें नहीं जीत सकी। आजसू के तत्कालीन मंत्री रामचंद्र सहिस तक को अपनी परंपरागत जुगसलाई सीट गंवानी पड़ गई। इस हार के बाद अब दोनों पार्टियां संभल गई हैं। लोकसभा चुनाव दोनों दलों ने तालमेल बना कर साथ लड़ा है। माना जा रहा है कि इन दोनों दलों के बीच सीटों का फार्मूला तय करने में कोई ज्यादा दिक्कत नहीं होगी।
एनडीए में जदयू की इंट्री से हो रही दिक्कत
मगर, एनडीए में इस बार जदयू की भी इंट्री हो गई है। जदयू भी झारखंड में अच्छी खासी सीटों पर अपना दावा ठोंकने जा रही है। माना जा रहा है कि इंडिया गठबंधन में जितनी सीटों पर राजद चुनाव लड़ेगी उतने पर जदयू तो अपना दावा पेश करेगी ही इसके अलावा, धनबाद समेत बिहार के प्रभाव वाली अन्य सीटों पर भी जदयू चुनाव लड़ने की इच्छुक है। इस बार सीट शेयरिंग फार्मूले की मेज पर जदयू के नेता सीना तान कर बैठने वाले हैं क्योंकि, केंद्र में उनके समर्थन से भाजपा सरकार चल रही है।
इन सीटों पर है जदयू का दावा
राजनीतिक सूत्र बताते हैं कि जदयू अपने लिए डाल्टनगंज, विश्रामपुर, मांडू, बाघमारा, छतरपुर, चतरा, पांकी, तमाड़, हुसैनाबाद, गोड्डा, देवघर, डुमरी, जमशेदपुर पूर्वी, धनबाद, झरिया और टुंडी विधानसभा सीटों पर दावा ठोंकने का मन बना रही है। विधायक सरयू राय ने पिछला चुनाव पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की परंपरागत सीट से लड़ा था। इस बार उन्हें यहां से चुनाव लड़ने में वोट बैंक की दिक्कत आ रह है। रघुवर दास उनके लिए परेशानी खड़ी कर सकते हैं। ऐसे में सरयू राय जदयू के सहारे चुनावी वैतरणी पार करने का मन बना रहे हैं।