बिहार के जहानाबाद में सिद्धेश्वरी मंदिर में भगदड़ से 7 श्रद्धालुओं की मौत, कई घायल
पटना: बिहार के जहानाबाद में मकदूमपुर स्थित सिद्धेश्वरी मंदिर में भगदड़ से 7 लोगों की मौत हो गई है। बताते हैं कि श्रद्धालु लंबी कतार में जलाभिषेक करने के लिए खड़े थे। तभी भक्तों के बीच ही धक्का मुक्की हो गई और लोग एक दूसरे पर गिर गए। सावन के सोमवार की वजह से मंदिर में जबरदस्त भीड़ थी।
मंदिर में बड़ी संख्या में जुटे थे श्रद्धालु
भारी संख्या में शिव की आराधना करने के लिए लोग आए थे। तभी भगदड़ मची और यह हादसा हुआ। इस हादसे में कई लोग घायल भी हुए हैं। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है। पुलिस ने हालात पर काबू पा लिया है। घटनास्थल पर मौजूद जहानाबाद के थाना प्रभारी दिवाकर कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि डीएम और एसपी ने घटनास्थल का जायजा लिया। वह स्थिति का जायजा ले रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारी मृतकों और घायलों के परिवार जनों से भी मिले हैं।
अब तक नहीं हो पाई मृतकों की पहचान
मृतकों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। पुलिस ने शव कब्जे में ले लिए हैं। इन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। बताते हैं कि धार्मिक स्थलों पर भीड़ जुटती है। लेकिन वहां एहतियाती कदम नहीं उठाए जाते। प्रशासनिक लापरवाही से ऐसी घटनाएं हो रही हैं। कुछ महीने पहले उत्तर प्रदेश के हाथरस में इसी तरह भगदड़ से 120 से अधिक लोग जान गंवा बैठे थे। वहां भोले बाबा की सत्संग हो रही थी और अचानक भगदड़ मच गई थी।
पुलिस पर लाठी चार्ज करने का आरोप
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि भगदड़ के बाद लोग गिरने लगे। दम घुटने से कई लोगों की जान चली गई। एक प्रत्यक्षदर्शी का आरोप है कि प्रशासन की तरफ से लाठी चार्ज किया गया। इसी वजह से भगदड़ मची। लोगों कहना है कि मामले की जांच होनी चाहिए। प्रत्यक्ष दर्शियों ने बताया कि घटनास्थल पर एनसीसी के जवान तैनात थे। एक अन्य ने बताया कि पहाड़ी पर पुलिस और श्रद्धालुओं के बीच बहस हुई। इसी के बाद पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। इससे लोग डर गए और भागने लगे। इसी की वजह से भगदड़ मची है।