नई दिल्ली : ईडी के अधिकारी अलोक रंजन ने दिल्ली में ट्रेन नीचे आ कर सुसाइड कर लिया है। आलोक का शव साहिबाबाद रेलवे स्टेशन के पास से बरामद हुआ है। पूरे इलाके में इस घटना के बाद सनसनी फैली हुई है। अलोक के पास से किसी प्रकार का सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। इससे उनके सुसाइड करने के पीछे का कारण पता लगाया जा सके। यह कयास लगाए जा रहे हैं कि CBI से बचने के लिए उन्होंने सुसाइड किया था।
7 अगस्त को CBI ने किया था गिरफ्तार
CBI ने आलोक रंजन को 7 अगस्त को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उन पर यह आरोप था कि उन्होंने एक ज्वैलर से 50 लाख रूपए रिश्वत मांगी थी। इसकी सूचना मिलते ही CBI एक्शन मोड में आ गई। आलोक के ऊपर मनी लॉन्ड्रिंग का भी मुकदमा दर्ज किया गया था। CBI की इसी कार्रवाई की डर से आलोक ने मौत को गले लगा लिया।
क्या है मामला ?
आलोक की सुसाइड का मामला मुंबई से जुड़ा हुआ है। मुंबई के एक ज्वैलर के घर पर कुछ महीने पहले ईडी ने छापामारी की थी। सहायक निर्देशक संदीप सिंह के नेतृत्व में ईडी ने यह छापामारी की थी और ज्वैलर के बेटे को गिरफ्तार करने की धमकी भी दी थी। संदीप सिंह ने बेटे को छोड़ने के लिए 20 लाख रुपए की मांग की थी। लेकिन इसकी शिकायत ज्वैलर ने CBI को कर दी। संदीप को पैसे लेते हुए CBI ने दिल्ली के लाजपतनगर से रंगे हाथों पकड़ा था। संदीप पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस कर के CBI ने उन्हें सस्पेंड कर दिया।
क्या थे आलोक पर लगे आरोप
संदीप से CBI की पूछताछ के दौरान उसके आलोक रंजन का नाम लिया था। फिर CBI ने संदीप के बयान के आधार पर आलोक को हिरासत में लिया। आलोक पर 50 लाख रुपए रिश्वत लेने का आरोप था। कहा जा रहा है कि CBI की कार्यवाही से बचने के लिए आलोक ने सुसाइड कर लिया। उनका शव रेल लाइन से बरामद किया गया। शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस ने अभी तक कोई बयान नहीं दिया है।