2027 में जस्टिस बीवी नागरत्ना बनेंगी पहली महिला चीफ जस्टिस, जानें सुप्रीम कोर्ट में अगले 8 मुख्य न्यायाधीश के बारे में
नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट में अब तक कोई भी महिला चीफ जस्टिस नहीं बनी है। मगर, साल 2027 में सुप्रीम कोर्ट को महिला चीफ जस्टिस मिलने वाली हैं। इनका नाम है जस्टिस बीवी नागरत्ना। लेकिन, जस्टिस बीवी नागरत्ना का कार्यकाल काफी छोटा रहेगा। वह सिर्फ 36 दिनों के लिए ही चीफ जस्टिस बनेंगी। जस्टिस बीवी नागरत्ना ने अपने कॅरियर की शुरुआत एडवोकेट के तौर पर 1987 में की थी। लगभग 23 साल वकालत करने के बाद उन्हें 2008 जज की भूमिका में काम करने का मौका मिला। तब वह एडीशन जज बनीं थीं। बाद में साल 2010 में वह स्थायी जज बन गई थीं।
नवंबर में रिटायर होंगे डीवाई चंद्रचूड़
अभी सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ हैं। इनके बाद कई न्यायमूर्ति ऐसे हैं जो आने वाले दिनों में सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस बनेंगे। सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ इसी साल नवंबर में रिटायर हो जाएंगे। उनका कार्यकाल दो साल का रहा है। सुप्रीम कोर्ट में नियम है कि सीनियर मोस्ट न्यायाधीश को चीफ जस्टिस बनाया जाता है। इस नियम के दायरे में आइए जानते हैं कि डीवाई चंद्रचूड़ के बाद अगला मुख्य न्यायाधीश कौन होगा। यही नहीं हम जानेंगे अगले सात साल तक कौन कौन सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बनेंगे।
न्यायमूर्ति संजीव खन्ना होंगे अगले चीफ जस्टिस
सुप्रीम कोर्ट के डीवाई चंद्रचूड़ के रिटायरमेंट के बाद न्यायमूर्ति संजीव खन्ना को सुप्रीम कोर्ट का अगला मुख्य न्यायाधीश बनाया जाएगा। न्यायमूर्ति संजीव खन्ना इसी साल नवंबर में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बनेंगे। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की सेवानिवृत्ति के बाद संजीव खन्ना इस पद को संभालेंगे। उनका कार्यकाल महज 6 महीने का होगा। संजीव खन्ना को दिल्ली हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट भेजा गया था। अपने सुप्रीम कोर्ट में चार साल के कार्यकाल में वह कई महत्वपूर्ण केस का हिस्सा रहे हैं। इनमें शिल्पा शैलेश बनाम वरुण श्रीवानिवासन के केस में उन्होंने जो जजमेंट लिखा वह ऐतिहासिक माना जाता है। इसमें उन्होंने एकमत होकर जजमेंट लिखा कि सुप्रीम कोर्ट संविधान के आर्टिकल 142 के तहत सीधा तलाक दे सकता है।
संजीव खन्ना के बाद बीआर गवई बनेंगे अगले चीफ जस्टिस
चीफ जस्टिस संजीव खन्ना मई 2025 तक सुप्रीम कोर्ट में अपना कार्यभार संभाले रहेंगे। इसके बाद जस्टिस बीआर गवई सुप्रीम कोर्ट के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे। जस्टिस बीआर गवई मुंबई हाईकोर्ट में थे। वहां से उन्हें सुप्रीम कोर्ट लाया गया है। न्यायाधीश बीआर गवई चार साल से सुप्रीम कोर्ट में हैं। जस्टिस बीआर गवई ने केंद्र की साल 2016 की डीमोनिटाइजेशन स्कीम पर भी फैसला लिखा था। वह उस पांच सदस्यीय बेंच का भी हिस्सा थे जिसने यह फैसला सुनाया कि अधिकारियों के बयान के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार नहीं है। जस्टिस बीआर गवई नवंबर 2025 में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के पद से रिटायर हो जाएंगे।
नवंबर 2025 में सूर्यकांत बनेंगे चीफ जस्टिस
चीफ जस्टिस बीआर गवई के नवंबर 2025 में रिटायरमेंट के बाद जस्टिस सूर्यकांत देश के अगले चीफ जस्टिस होंगे। वह नवंबर 2025 में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस की कुर्सी संभालेंगे। जस्टिस सूर्यकांत पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में थे। उन्हें वहां से साल सुप्रीम कोर्ट लाया गया था। सुप्रीम कोर्ट में अपने कार्यकाल के दौरान जस्टिस सूर्यकांत उस बेंच में रहे हैं जिसने वन रैंक वन पेंशन स्कीम मामले में फैसला सुनाया था। जस्टिस सूर्यकांत फरवरी 2027 तक देश के चीफ जस्टिस रहेंगे।
साल 2027 में जस्टिस विक्रम नाथ बनेंगे चीफ जस्टिस
चीफ जस्टिस बीआर गवई के रिटायरमेंट के बाद जस्टिस विक्रम नाथ सुप्रीम कोर्ट के अगले चीफ जस्टिस होंगे। चीफ जस्टिस बीआर गवई साल 2027 में फरवरी में रिटायर हो जाएंगे। इसके बाद जस्टिस विक्रम नाथ को अगला चीफ जस्टिस बनाया जाएगा। जस्टिस विक्रम नाथ गुजरात हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस थे। वह इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी थे। वहां से उन्हें सुप्रीम कोर्ट लाया गया था। जस्टिस विक्रम नाथ सुप्रीम कोर्ट में अपने कार्यकाल के दौरान कई संवैधानिक बेंच का हिस्सा रहे हैं। जस्टिस विक्रम नाथ उस संवैधानिक बेंच का हिस्सा थे जिसने भोपाल गैस त्रासदी को लेकर केंद्र की पेटीशन को खारिज कर दिया था। केंद्र ने भोपाल गैस त्रासदी के पीडि़तों को अतिरिक्त मुआवजे को लेकर यह क्यूरेटिव पेटीशन डाली थी। जस्टिस विक्रम नाथ उस उस नौ जज वाली बेंच का हिस्सा थे जिसने सबरीमाला केस में रिविव पेटीशन की सुनवाई की थी। जस्टिस विक्रम नाथ फरवरी 2027 में रिटायर हो जाएंगे।
जस्टिस बीवी नागरत्ना 36 दिनों के लिए बनेंगी मुख्य न्यायाधीश
चीफ जस्टिस विक्रम नाथ के सितंबर 2027 में रिटायरमेंट के बाद जस्टिस बीवी नागरत्ना को मुख्य न्यायाधीश बनाया जाएगा। वह सिर्फ 36 दिनों के ली ही सुप्रीम कोर्ट की चीफ जस्टिस रहेंगी। जस्टिस बीवी नागरत्ना कर्नाटक हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट आई हैं। वह केंद्र सरकार की डिमोनिटाइजेशन स्कीम पर फैसला सुनाने के लिए संवैधानिक बेंच का हिस्सा रही हैं। उन्होंने पाया कि केंद्र की यह स्कीम ठीक नहीं थी। वह उस बेंच का भी हिस्सा थीं जिसने यह फैसला दिया कि सरकारी अधिकारियों को रिश्वत के मामले में पारिस्थितिकीय सबूतों के आधार पर सजा दी जा सकती है।
अक्टूबर 2027 में पीएस नरसिम्हा बनेंगे चीफ जस्टिस
अक्टूबर 2007 में चीफ जस्टिस बीवी नागरत्ना रिटायर हो जाएंगी। इसके बाद जस्टिस पीएस नरसिम्हा चीफ जस्टिस बनेंगे। वह जस्टिस एसएम सीकरी और यूयू ललित की तरह बार से जस्टिस बने हैं। जस्टिस पीएस नरसिम्हा कई संवैधानिक बेंच का हिस्सा रहे हैं। हाल ही में एनसीटी की सर्विसेज में केंद्र की बजाए दिल्ली सरकार का कंट्रोल रहेगा। इस फैसले की संवैधानिक बेंच का वह हिस्सा रहे हैं। जस्टिस पीएस नरसिम्हा महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट के मुद्दे पर बनी संवैधानिक बेंच में भी रहे हैं। चीफ जस्टिस पीएस नरसिम्हा मई 2008 में अपने पद से रिटायर होंगे।
मई 2028 में जस्टिस पारदीवाला होंगे मुख्य न्यायाधीश
चीफ जस्टिस पीएस नरसिम्हा के रिटायरमेंट के बाद जस्टिस पारदीवाला सुप्रीम कोर्ट के अगले चीफ जस्टिस बनेंगे। वर्तमान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के बाद चीफ जस्टिस पारदीवाला ऐसे पहले चीफ जस्टिस होंगे जिनका कार्यकाल दो साल से अधिक का होगा। वह सुप्रीम कोर्ट के चौथे पारसी जज भी हैं। जस्टिस पारदीवाला कई संवैधानिक बेंच का हिस्सा रहे हैं और महत्वपूर्ण याचिका का निपटारा किया है। जस्टिस पारदीवाला ने हाल ही में कमजोर वर्ग के लिए आरक्षण को लेकर एक फैसला दिया था। चीफ जस्टिस पारदीवाला अगस्त 2030 में रिटायर होंगे।
अगस्त 2030 में जस्टिस केवी विश्वनाथन बनेंगे चीफ जस्टिस
जस्टिस पारदीवाला के रिटायरमेंट के बाद जस्टिस केवी विश्वनाथन
चीफ जस्टिस बनेंगे। वह भी बार से सीधे जस्टिस बनाए गए हैं। केवी विश्वनाथन सुप्रीम में जस्टिस बनने से पहले एक बड़े वकील थे। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में वाट्स एप प्राइवेसी पालिसी केस समेत कई अहम मुकदमे लड़े हैं।