मायावती की मोदी सरकार से बड़ी मांग, जानें क्या चाहती हैं बसपा नेता
नई दिल्ली : उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने समाजवादी पार्टी नेता और कन्नौज के सांसद अखिलेश यादव, कांग्रेस नेता, रायबरेली सांसद राहुल गांधी और भाजपा नेता हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर के बीच हो रही बहस के बीच सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पर लिखा कि संसद में कांग्रेस, भाजपा और अन्य के बीच हुई बहस जो खासकर जाति व जातीय जनगणना को लेकर हुई था, यह सब एक नाटकबाज़ी और ओबीसी समाज को छलने की कोशिश थी। उन्होंने कहा की दोनों पार्टियों का इतिहास इनके आरक्षण को लेकर घोर ओबीसी-विरोधी रहा है। चाहे वह खुलेआम हो या परदे के पीछे। इनपर भरोसा करना ठीक नहीं है।
मायावती ने कहा कि उसी की तरह राष्ट्रीय जातीय जनगणना जनता के हित का एक खास मुद्दा है। इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को गंभीर होना जरूरी है। इसका सीधा असर देश के विकास में करोड़ों गरीब, पिछड़े और बहुजनों के हक की पूर्ति में होगा। उन्होंने जातीय जनगणना को इस प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका देने की बात भी की है।
पीएम ने की अनुराग की सराहना
लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद अनुराग ठाकुर ने अपने भाषण में एक बार फिर से विपक्षी नेता राहुल गांधी के बयानों पर हमला बोला। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी तारीफ की और कहा कि अनुराग ठाकुर के भाषण में तथ्य और व्यंग्य का सही मिश्रण है, जो ‘इंडी’ गठबंधन की गंदी राजनीति को उजागर करता है। पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए उनके भाषण की सराहना की और उन्हें ‘मेरे युवा और ऊर्जावान सहयोगी’ कहा।
राहुल और अनुराग के बीच हुई बहस
लोकसभा में एक बड़ा हंगामा हुआ जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक नेता अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस सरकारों के दौरान हुए घोटालों पर सवाल उठाते हुए जाति आधारित कोटा के संदर्भ में आलोचनात्मक टिप्पणी की। उनके बयान के बाद राहुल गांधी की जाति से संबंधित बातों पर विपक्षी दलों ने इसे अपमानपूर्ण बताया और कहा कि जातिवार गणना की मांग पर अड़े रहने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ेगा।