NEET पेपर लीक मामले में राघव चड्डा ने सरकार को घेरा, कहा तैयार हो रहे मुन्ना भाई एमबीबीएस, जानें पूरा मामला
नई दिल्ली : हाल ही में NEET-UG 2024 परीक्षा के पेपर लीक मामले को लेकर आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया है। राज्यसभा में अपनी बात रखते हुए चड्ढा ने भारतीय शिक्षा प्रणाली की समस्याओं पर चिंता जताई और NEET परीक्षा में हुई गड़बड़ियों को लेकर सरकार से ठोस कार्रवाई की मांग की। चड्ढा ने कहा, “लाखों NEET अभ्यर्थी अनियमितताओं के कारण परेशान हैं। अगर इस तरह की घटनाएं लगातार होती रहीं, तो देश में ‘मुन्ना भाई MBBS’ जैसे डॉक्टर देखने को मिल सकते हैं।” उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि सरकार को NEET पेपर लीक की गंभीर जांच करनी चाहिए और दोषियों को दंडित करना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इस मामले ने शिक्षा प्रणाली की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं, और राघव चड्ढा के इस बयान ने इस मुद्दे को और अधिक महत्वपूर्ण बना दिया है।
अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे छात्र
राघव चड्ढा ने देश की बिगड़ती शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि भारतीय शिक्षा प्रणाली, जो कभी देश का गौरव थी, अब एक युद्ध का मैदान बन गई है। चड्ढा ने आरोप लगाया कि आज के छात्र ज्ञान या अधिकार के लिए नहीं, बल्कि अपना अस्तित्व बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
प्रतिस्पर्धा के दबाव में दबते जा रहे छात्र
राघव चड्ढा ने छात्रों की मौजूदा स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि बहुत कम उम्र से ही छात्रों को लगातार प्रतिस्पर्धा की दौड़ में धकेल दिया जाता है। इस दबाव के चलते बच्चों की सीखने की जिज्ञासा दब जाती है और शिक्षा प्रणाली उन्हें सिखाती है कि उनकी योग्यता केवल नंबरों, ग्रेड्स, या रैंकों से ही मापी जाएगी। चड्ढा ने कहा कि यह स्थिति विद्यार्थियों की आत्म-प्रेरणा और विकास को प्रभावित कर रही है।
नीट पेपर लीक मामले पर SC की टिप्पणी, NTA को सख्त निर्देश
सुप्रीम कोर्ट ने NEET पेपर लीक मामले में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) को फटकार लगाई है। कोर्ट ने शुक्रवार को NEET परीक्षा को रद्द कर नए सिरे से कराने के आदेश देने से इनकार कर दिया। हालांकि, कोर्ट ने एनटीए से परीक्षा में हुई गड़बड़ियों के विभिन्न पहलुओं पर गंभीरता से विचार करके एक प्रोटोकॉल तैयार करने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि NEET पेपर लीक एक सिस्टेमैटिक फेलियर नहीं है और यह मामला केवल पटना और हजारीबाग तक सीमित है।