संसद में डंकी रूट पर हुई जोरदार बहस, जानें क्या होता है डंकी रूट
नई दिल्ली : संसद में शुक्रवार को मानसून सत्र के दौरान डंकी रूट पर चर्चा हुई। इस मुद्दे पर बहस हुई। यह मामला रोहतक के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने संसद में उठाया था। उन्होंने संसद को बताया कि डंकी रूट के जरिए हमारे युवा विदेश जा रहे हैं। इसे रोकने के लिए सरकार क्या कर रही है। उन्होंने कहा कि एक साल में 97 हजार युवा डंकी रूट से अमेरिका गए हैं। अमेरिका में ऐसे 15 लाख भारतीय रह रहे हैं। इसके जवाब में विदेश राज्य मंत्री कीर्तवर्धन सिंह ने कहा कि हमारी सरकार ने विदेश जाने वाले युवाओं के लिए ई माइग्रेट पोर्टल चला रही है। जो लोग इस पर रजिस्ट्रेशन कराते हैं सरकार उनकी विदेश में मदद करती है। उन्होंने कहा कि अमेरिका का वीजा सिस्टम काफी जटिल है। इसी वजह से युवा वहां डंकी रूट से जाते हैं।
क्या है डंकी रूट
डंकी रूट वह रूट है जिससे बिना वीजा लिए लोग विदेश जाते हैं। बताया जा रहा है कि अमेरिका का वीजा पाना काफी जटिल है। इस वजह से लोग बिना वीजा लिए ही अवैध तरीके से वहां जा रहे हैं। इस तरह जो भी अमेरिका जाते हैं उनके पास कोई डाक्यूमेंट नहीं होते। इनमें से ज्यादातर लोग मैक्सिको होकर अमेरिका में प्रवेश करते हैं। इसके अलावा, अन्य कई रास्तों से भी बिना वीजा लिए लोग अमेरिका में प्रवेश लेते हैं।
99 के आंकडे़ को लेकर कांग्रेस पर निशाना
संसद के मानसून सत्र में पंचायती राज मंत्री जदयू के रंजन सिंह ने अजीबो-गरीब बात कर दी। इस के बाद विपक्ष के सांसद शोर-गुल करने लगे। पंचायती राज मंत्री ने विपक्ष की तरफ इशारा करते हुए कह दिया कि यह गिद्ध हैं। बिहार में हमारे साथ थे। इसके बाद कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 99 का आंकड़ा बेहद खतरनाक होता है। लूडो खेला होगा तो जानते होंगे। सांप काट ले तो नीचे आ जाते हैं। पंचायती राज मंत्री की इस टिप्पणी पर विपक्षी सांसद शोर गुल करने लगे।
जदयू-भाजपा का गठबंधन फेवीकोल
पंचायती राज मंत्री रंजन सिंह ने कहा कि जदयू और भाजपा का गठबंधन चुनाव से पहले का है। इसलिए, उनका गठबंधन टूटने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि जदयू और भाजपा का गठबंधन फेवीकोल से जुड़ा है। दरअसल, जदयू और भाजपा के गठबंधन को लेकर लोग सवाल कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि यह गठबंधन कब तक चलेगा। दरअसल, जदयू के बारे में कहा जा रहा है कि यह पार्टी जिसके साथ भी गठबंधन करती है कुछ दिन बाद ही गठबंधन टूट जाता है। पंचायती राज मंत्री ने इसी का जवाब संसद में दिया।
एमएसपी पर कृषि मंत्री ने नहीं दिया जवाब
संसद में एमएसपी पर भी चर्चा हुई। संसद के बाहर आकर कांग्रेस के सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि संसद में यह सवाल पूछा गया कि केंद्र सरकार एमएसपी कानून लाएगी या नहीं। कृषि मंत्री ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया। जबकि, यह अहम मुद्दा है। इस पर जवाब देना चाहिए था। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि इस तरह, किसानों का अपमान किया गया।
संसद में कंगना भी बोलीं
मंडी से सांसद कंगना रनोट ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ी है। हिमाचल में बाढ़ आई है। कंगना ने हिमाचल प्रदेश की सरकार पर निशाना साधा और उसे लापरवाह करार दिया। कंगना ने कहा कि वित्त मंत्री ने हिमाचल प्रदेश के लिए बाढ़ से निपटने के लिए स्पेशल रिलीफ फंड का एलान किया है। यह अच्छी बात है।
कांग्रेस सांसद ने पीएम की गारंटी पर उठाया सवाल
हिसार से सांसद कांग्रेस के जय प्रकाश ने कहा कि अब पीएम की गारंटी को कौन मानेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को आज तक मुआवजा नहीं मिला। पीएम किसान योजना में साल में सिर्फ 6000 रुपये ही दिए जाते हैं। साल 2019 में डीजल 65 रुपये प्रति लीटर था। आज डीजल का रेट 100 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गया है। मगर, किसान सम्मान निधि में कोई इजाफा नहीं हुआ है। यूरिया के दाम कम बढ़ाए गए मगर, इसका वजन कम कर दिया गया।