जम्मू कश्मीर में 18, 25 सितंबर व एक अक्टूबर को वोटिंग, हरियाणा में एक अक्टूबर को डाले जाएंगे वोट, जानें महारष्ट्र में अभी क्यों नहीं कराया जा रहा मतदान
नई दिल्ली : निर्वाचन आयोग ने जम्मू कश्मीर और हरियाणा में चुनाव का एलान कर दिया है। जम्मू कश्मीर और हरियाणा में एक साथ चुनाव कराए जाएंगे। जम्मू कश्मीर में तीन चरण में वोटिंग होगी। हरियाणा में एक ही चरण में मतदान होगा। जम्मू कश्मीर में 18 सितंबर, 25 सितंबर और एक अक्टूबर को वोटिंग होगी। जबकि, हरियाणा में एक अक्टूबर को मतदान संपन्न कराया जाएगा। दोनों राज्यों में चुनाव के नतीजे 4 अक्टूबर को घोषित होंगे। निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की। इस प्रेस कांफ्रेंस में आयोग ने हरियाणा और जम्मू कश्मीर में चुनाव संपन्न कराने का एलान किया।
जम्मू कश्मीर में कब कितने चरण का मतदान
पहला चरण, 24 सीट, 18 सितंबर
दूसरा चरण, 26 सीट, 25 सितंबर
तीसरा चरण, 40 सीट, 1 अक्टूबर
जम्मू कश्मीर का चुनाव शेड्यूल
कुल सीटें- 90, बहुमत का आंकड़ा-46
चुनाव के इवेंट, पहला चरण, दूसरा चरण, तीसरा चरण
सीट, 24, 26, 40
नोटिफिकेशन, 20 अगस्त , 29 अगस्त, 5 सितंबर
नॉमिनेशन, 27 अगस्त, 5 सितंबर, 12 सितंबर
स्क्रुटनी, 28 अगस्त, 6 सितंबर, 13 सितंबर
नाम वापसी, 30 अगस्त, 9 सितंबर, 17 सितंबर
वोटिंग, 18 सितंबर, 25 सितंबर, 1 अक्टूबर
हरियाणा विधानसभा सीट
कुल सीटें- 90, बहुमत का आंकड़ा-46
चुनाव से जुड़े इवेंट, फेज वन
सीटें- 90
नोटिफिकेशन- 5 सितंबर
नॉमिनेशन- 12 सितंबर
स्क्रुटनी- 13 सितंबर
नाम वापसी- 16 सितंबर
वोटिंग -एक अक्टूबर
दुनिया ने देखी चुनाव में भारतीय लोकतंत्र की ताकत
प्रेस कांफ्रेंस में चीफ इलेक्शन कमिश्नर राजीव कुमार ने कहा कि थ्री जेंटलमैन आर बैक। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में सबने अपने लोकतंत्र की ताकत देखी। मतदाताओं का कतार में लगना। बुजुर्ग और युवा का वोट डालने जाना। दुनिया ने भारतीय लोकतंत्र की चमक देखी। यह उम्मीद और लोकतंत्र की झलक दिखाती है। लोग चाहते हैं कि देश में वह बदलाव के साक्षी बनें। अवाम अपनी तकदीर खुद बदलना चाहती है।
कश्मीर व हरियाणा के बाद महाराष्ट्र में चुनाव
जम्मू कश्मीर और हरियाणा में चुनाव संपन्न कराने के बाद चुनाव आयोग महाराष्ट्र में चुनाव संपन्न कराएगा। निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि जम्मू कश्मीर में चुनाव संपन्न कराने के लिए अतिरिक्त फोर्स की जरूरत पड़ेगी। इसी दौरान, हरियाणा में भी फोर्स तैनात की जाएगी। इसके अलावा, देश में पितृपक्ष नवरात्रि, दशहरा और दीपावली के त्योहार भी हैं। इस दौरान भी फोर्स की जरूरत पड़ेगी। इसी वजह से जम्मू कश्मीर के साथ महाराष्ट्र के चुनाव का एलान नहीं किया गया है। माना जा रहा है कि जम्मू कश्मीर और हरियाणा में चुनाव संपन्न कराने के बाद चुनाव आयोग महाराष्ट्र में चुनाव कराएगा।
झारखंड के साथ हो सकता है महाराष्ट्र का चुनाव
माना जा रहा है कि जम्मू कश्मीर और हरियाणा का चुनाव संपन्न कराने के बाद ही महाराष्ट्र का चुनाव कराया जाएगा। महाराष्ट्र के साथ ही झारखंड का चुनाव भी हो सकता है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि निर्वाचन आयोग महाराष्ट्र और झारखंड का चुनाव एक साथ ही संपन्न करा सकता है। सितंबर में महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव का एलान किया जा सकता है।
हरियाणा में हैं दो करोड़ से अधिक मतदाता
हरियाणा में दो करोड़ से अधिक मतदाता हैं। यहां की 90 में से 73 सीटें सामान्य हैं। यानि इन सीटों पर किसी भी जाति का उम्मीदवार चुनाव लड़ सकते हैं। यहां 27 अगस्त को मतदाता सूची जारी कर दी जाएगी। मुख्य निर्वाचन आयोग ने बताया कि हरियाणा में 20 हजार 629 पोलिंग स्टेशन हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा के बूथों पर मेल व फीमेल बाथरूम की व्यवस्था है। मतदान केंद्रों पर कतार लगने वालों के लिए शेड डाला गया है। 85 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं के लिए घर से ही वोट देने का प्रावधान किया गया है।
आयोग को था अमरनाथ यात्रा खत्म होने का इंतजार
निर्वाचन आयोग जम्मू कश्मीर में जल्द चुनाव कराना चाहता था। इसके लिए आयोग अमरनाथ यात्रा खत्म होने का इंतजार कर रहा था। अमरनाथ यात्रा खत्म होने के बाद निर्वाचन आयोग के अधिकारी कश्मीर गए और वोटिंग की तैयारी शुरू कराई। जम्मू-कश्मीर में 87.09 लाख वोटर हैं। यह वोटर अपना जनप्रतिनिधि चुनेंगे। यहां फाइनल वोटर लिस्ट 20 अगस्त के बाद जारी कर दी जाएगी।