बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुखिया यूनुस ने लिया चार्ज, जानें कब तक चलेगी यह सरकार
नई दिल्ली : बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार की रात बंगभवन में आयोजित हुआ। शपथ ग्रहण समारोह के बाद सरकार ने चार्ज संभाल लिया है। शपथ ग्रहण समारोह बांग्लादेश के समय के अनुसार रात नौ बजे के आसपास शुरू हुआ था। बांग्लादेश के राष्ट्रपति शहाबुद्दीन ने सभी को शपथ दिलाई। इसमें सरकार के मुखिया नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के अलावा बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के मिर्ज फखरुल इस्लाम, आलमगीर, मुशर्रफ हुसैन, अमीर खुसरो, शम्सुज्जमां, अमानुल्लाह अमन, बैरिस्टर कैसर कमाल, शाहिद उद्दीन चौधरी, खैरुल कबीर खोकोन, सुल्तान सलाहुद्दीन, मिनाजुर्रहमान आदि ने अंतरिम सरकार में शपथ ली है। इस समारोह में अवामी लीग पार्टी का कोई भी नेता मौजूद नहीं था। इसके पहले मोहम्मद यूनुस दुबई से बांग्लादेश पहुंचे। बांग्लादेश में ढ़ाका के शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आर्मी चीफ वकारुज्जमां ने उनका इस्तकबाल किया।
किसी को नहीं पता कब तक चलेगी अंतरिक सरकार
बांग्लादेश में यह अंतरिम सरकार कब तक चलेगी यह किसी को नहीं पता है। बांग्लादेश के अखबार द डेली स्टार के अनुसार उन्होंने अंतरिम सरकार में शपथ लेने वाले कई नेताओं से इस संबंध में बात की मगर, किसी के पास इस सवाल का जवाब नहीं था कि उनकी अंतरिम सरकार कब तक के लिए बनाई गई है। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की लीडर बेगम खालिदा जिया ने मांग की है कि तीन महीने के अंदर मुल्क में आम चुनाव कराए जाएं और सत्ता चुने हुए जनप्रतिनिधियों को सौंपी जाए।
देश से पुलिस गायब, छात्र संभाल रहे ट्रैफिक
बांग्लादेश में पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों पर हमले हुए हैं। इसके बाद से पुलिस शहरों से गायब है। इस वजह से बांग्लादेश में अराजकता की स्थिति है। छात्र शहरों में ट्रैफिक की व्यवस्था संभाल रहे हैं। राजनीति के जानकारों का कहना है कि अंतरिम सरकार को चाहिए कि वह देश में कानून व्यवस्था की स्थिति की स्थिति को जल्द से जल्द ठीक करे।
तीन सलाहकार नहीं ले सके शपथ
अंतरिम सरकार में शामिल तीन लोग शपथ नहीं ले सके हैं। वह शपथग्रहण समारोह वाले समय पर ढ़ाका से बाहर थे। इन सलाहकारों में सुप्रदीप, विभान और फारूख हैं। इनके ढ़ाका लौटने पर बाद में शपथ दिलाई जाएगी।
पहले भी बन चुकी हैं अंतरिम सरकारें
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बनने का सिलसिला पुराना है। यहां पहले भी कई अंतरिम सरकारें बन चुकी हैं। साल 1991 में सैनिक तानाशाह हुसैन मोहम्मद इरशाद के सत्ता छोड़ने के बाद जस्टिस शहाबुद्दीन की लीडरशिप में अंतरिम सरकार बनाई गई थी। साल 1996 में जस्टिस मोहम्मद हबीबुर्रहमान के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनी थी। साल 2001 में जो केयरटेकर सरकार बनी उसके मुखिया जस्टिस लतीफुर्रहमान थे। अक्टूबर 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति इयाजुद्दीन अहमद के नेतृत्व में केयर टेकर सरकार बनी थी। साल 2007 में सेंट्रल बैंक के गवर्नर फखरुद्दीन केयरटेकर सरकार के मुखिया बने थे। साल 2011 में शेख हसीना ने केयर टेकर सरकार के फार्मूले को खत्म कर दिया था।