जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले की छह विधानसभा सीटों पर मतदान संपन्न हो गया है। जिले में 64.87 फीसद मतदान हुआ है। यह वोटिंग परसेंटेज लोकसभा चुनाव में पड़े वोट से कम रहा है। मई में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में जिले में 66.79 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बार जिला प्रशासन ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था। मगर, कामयाबी नहीं मिल पाई।
विधानसभा निर्वाचन 2024
Approximate Voter Turnout- 64.87%
विधानसभावार
44- बहरागोड़ा- 76.15
45- घाटशिला- 70.05
46- पोटका- 72.29
47- जुगसलाई- 64.53
48- जमशेदपुर पूर्वी- 56.72
49- जमशेदपुर पश्चिम- 55.95
पिछले साल से आंकड़े की तुलना
इस चुनाव में सबसे अधिक बहरागोड़ा में मतदान हुआ जबकि, सबसे कम जमशेदपुर पश्चिम में मतदान हुआ है। बहरागोड़ा में 76.15 फीसद मतदान हुआ है। यह वोटिंग प्रतिशत साल 2019 के वोटिंग प्रतिशत से अधिक है। साल 2019 में बहरागोड़ा में 75.98 प्रतिशत ही वोटिंग हुई थी। इस चुनाव में जमशेदपुर पश्चिम में 55.95 प्रतिशत मतदान हुआ है। जमशेदपुर पश्चिम में साल 2019 के चुनाव में 53.89 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। इस बार यहां वोटिंग प्रतिशत कम है। मगर उम्मीद है कि गुरुवार को जब वोटिंग प्रतिशत रिफ्रेश किया जाएगा तो यह साल 2019 के वोटिंग प्रतिशत से थोड़ा आगे निकल जाएगा। इसके अलावा, इस चुनाव में घाटशिला में 70.05 फीसद हुई है। यह पिछले चुनाव 2019 के लगभग बराबर ही है। साल 2019 में घाटशिला में 70.03 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। अधिकारियों का मानना है कि गुरुवार की सुबह तक जो नए आंकड़े आएंगे उसके अनुसार घाटशिला में वोटिंग परसेंटेज और बढ़ेगा। इस साल पोटका में 72.29 प्रतिशत वोटिंग हुई है। यह पिछले चुनाव साल 2019 की तुलना में अधिक है। साल 2019 में पोटका में 69.12 प्रतिशत वोटिंग हुई है। इस साल जुगसलाई में 64.53 प्रतिशत मतदान हुआ है। जमशेदपुर पूर्वी में 56.72 फीसद मतदान हुआ है। इस विधानसभा सीट पर पिछले साल 2019 चुनाव में 56.93 प्रतिशत वोट पड़े थे।
गुरुवार को बढ़ सकता है वोटिंग प्रतिशत
आज के मतदान के आंकड़े की जानकारी डीसी अनन्य मित्तल ने प्रेस कांफ्रेंस में दी है। उन्होंने बताया कि जिले में शांतिपूर्ण मतदान हुआ है। कुछ जगहों पर थोड़ी बहुत मारपीट हुई है। इन मामलों में थाने में केस दर्ज हुआ है। डीसी ने बताया कि कई बूथों पर मतदाता पांच बजे तक लाइन में लगे रहे थे। डीसी ने बताया कि अभी मतदान प्रतिशत के जो आंकड़े बताए जा रहे हैं वह पांच बजे तक के हैं। इसके बाद जो वोटिंग हो रही है उसके आंकड़े बाद में आएंगे। गौरतलब है कि हर बार जिला प्रशासन पांच बजे तक का आंकड़ा पेश करता है। पांच बजे के बाद भी वोटिंग चलती रहती है। यह वह वोटर हाेते हैं जो पांच बजे तक बूथ के अंदर पहुंच कर कतार में लग जाते हैं। डीसी अनन्य मित्तल ने खुद अपनी पत्नी के साथ बिष्टुपुर के लोयोला स्कूूल में मतदान किया है।
लखाईडीह के लोगों ने किया मतदान
डीसी अनन्य मित्तल ने बताया कि पहले भीतर आमदा में 274 नंबर बूथ पर वोटिंग होती थी। लखाईडीह के लोगों को यहां से 24 किलोमीटर दूर भीतर आमदा में जाकर वोट डालने पड़ते थे। इलाके के लोगों ने लखाईडीह में ही वोटिंग कराने की मांग की थी। लोगों का कहना था कि जिला प्रशासन को लखाईडीह में ही पोलिंग बूथ बनाना चाहिए। इसके बाद डीसी अनन्य मित्तल ने लखाईडीह में बूथ बनवाया और यहां के लोगों ने खुशी खुशी वोट डाला। इस बार के चुनाव में मतदाताओं में काफी उत्साह रहा। जिला प्रशासन के मतदाता जागरूकता अभियान का खासा असर रहा। दिव्यांग भी बड़ी संख्या में निकले और बूथ पर जाकर वोट डाला।