रांची: झारखंड में चुनाव का ऐलान जल्द होने वाला है। इसके लिए निर्वाचन आयोग की तैयारी जोर-जोर से चल रही है। झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी साल 2025 को खत्म हो जाएगा। इससे पहले निर्वाचन आयोग को चुनाव कराने के बाद सरकार का गठन कर देना है। निर्वाचन आयोग चुनाव की तैयारी में जोर-शोर से जुटा हुआ है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के साथ मिलकर रांची में समीक्षा बैठक की है। इस बैठक में झारखंड में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराने पर मंथन किया गया। भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के साथ भी लंबी बैठक की है।
सभी बूथों पर लगाए जाएंगे सीसीटीवी कैमरा
राजनीतिक दलों ने मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार से बात की है कि सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। निर्वाचन आयोग की राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से भी मीटिंग हुई। इस मीटिंग में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पार्टियों के प्रतिनिधि शामिल हुए। राजनीतिक दलों ने मांग उठाई है कि सभी बूथों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। ताकि चुनाव प्रक्रिया की रिकॉर्डिंग होती रहे और किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं हो सके। राजनीतिक दलों के लोगों का कहना है कि अक्सर पोलिंग एजेंट को बूथ से हटा दिया जाता है। इससे गड़बड़ी की आशंका बढ़ जाती है। मांग की गई कि पोलिंग एजेंट को बूथ से नहीं हटाया जाए। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से कहा कि चुनाव के दौरान अक्सर हेट स्पीच का मामला सामने आता है।
हेट स्पीच देने वालों पर हो कड़ी करवाई
निर्वाचन आयोग निष्पक्ष रूप से सभी दलों के ऐसे नेताओं पर कार्रवाई करें जो हेट स्पीच देते हैं। कार्रवाई को प्रभावी बनाया जाए ताकि नेताओं में डर हो कि अगर वह हेट स्पीच देंगे तो उन पर कड़ी कार्रवाई होगी। अवैध नकदी और मुफ्त उपहार के इस्तेमाल पर भी रोक लगाई जाए। राजनीतिक दलों के लोगों का कहना है कि अक्सर चुनाव के दौरान शराब, कपड़ा आदि बांटने की शिकायत आती है। प्रशासनिक अधिकारी इस पर ध्यान दें। निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें समझाया कि चुनाव निष्पक्ष पारदर्शी और शांतिपूर्ण तरीके से हो।
दो करोड़ 59 लाख मतदाता चुनेंगे विधायक
राज्य की सीमाओं को सील कर दिया जाए। ताकि दूसरे राज्य से किसी भी तरह का खतरा न रहे। खूंटी और लातेहार जैसे संवेदनशील इलाकों पर निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है।
इस झारखंड में 2 करोड़ 59 लाख मतदाता विधायकों को चुनेंगे। इनमें से 11 लाख 5000 मतदाता युवा हैं, जिनका नाम पहली बार मतदाता सूची में जोड़ा गया है। यह युवा पहली बार वोट डालेंगे। निर्वाचन आयोग के अधिकारियों का कहना है कि चुनाव को एक उत्सव की तरह संपन्न कराया जाए। शहरी क्षेत्र में मतदाता जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। निर्वाचन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि देखा जा रहा है शहरी क्षेत्र में मतदान प्रतिशत कम होता है। शहर के लोग मतदान करने कम निकलते हैं। इसलिए शहरी इलाके में मतदाता जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है।
महाराष्ट्र से लौटकर निर्वाचन आयोग जारी कर देगा चुनाव का शेड्यूल
राजीव कुमार ने बताया कि चुनाव आयोग झारखंड में चुनाव कराने की तैयारी कर चुका है। निर्वाचन विभाग के अधिकारी महाराष्ट्र जा रहे हैं। महाराष्ट्र से लौटने के बाद झारखंड के चुनाव पर मंथन होगा और यह तय किया जाएगा कि झारखंड में चुनाव कब से कब तक कराया जाए। जल्द ही चुनाव का शेड्यूल जारी किया जाएगा। इसे लेकर निर्वाचन आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा।
मतदान केंद्र पर मतदाताओं के लिए हो सहूलियत
निर्वाचन आयोग ने जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए अभियान शुरू किया जाए। जब वोटर वोट देने आए तो सबको बराबर समय मिले। पोलिंग स्टेशन पर वोटरों के लिए सारी सुविधाएं होनी चाहिए। कहीं ऐसा ना हो कि पेयजल की कमी हो। पोलिंग बूथ पर माहौल भी अच्छा हो। ताकि मतदाताओं को किसी तरह की कोई दिक्कत ना हो। निर्वाचन आयोग ने सभी को निर्देश दिया है कि मतदान शुरू होने से 5 दिन पहले बूथ पोलिंग स्टेशन गेट से 200 मीटर दूर होगा। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वोटों की गिनती के दौरान पोस्टल बैलट की गिनती का रिकॉर्ड रखा जाएगा। ताकि बाद में अगर कोई चैलेंज करे तो उसे दिखाया जा सके। सीसीटीवी कैमरे से भी उसकी रिकॉर्डिंग की जाएगी। ताकि कोर्ट में रिकॉर्डिंग पेश की जा सके और पारदर्शिता बनी रहे।