जमशेदपुर : टाटानगर रेलवे स्टेशन से टाटानगर से पटना जाने वाले बंदे भारत एक्सप्रेस को पीएम ने रांची से राजभवन से हरी झंडी दिखाई। इस अवसर पर टाटानगर रेलवे स्टेशन पर झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री संजय सेठ, झारखंड के मंत्री इरफान अंसारी, जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो, आजसू के अध्यक्ष सुदेश महतो सहित कई लोग उपस्थित थे। संबोधित करते हुए टाटानगर रेलवे स्टेशन में केंद्रीय कृषि मंत्री एवं झारखंड के प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री ने टाटानगर में 660 करोड़ रुपए से अधिक की विभिन्न रेल परियोजनाओं का जो शिलान्यास किया है, वह देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में सहायता करेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के दो करोड़ लोगों को आवास देने की जो शुरुआत की है, इससे गरीब को अपना घर होगा। इसके साथ ही मजदूरी करने के लिए 95 दिन का मनरेगा की मजदूरी भी हम लोग देंगे। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी का दिल गरीबों के लिए धड़कता है। इस अवसर पर 20,000 प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को स्वीकृत पत्र बांटा गया। इसमें सांकेतिक तौर पर दो लोगों को राज्यपाल संतोष गंगवार ने स्वीकृति पत्र दिया गया। इस अवसर पर रोड शो का आयोजन भी किया गया था, जिसकी तैयारी में जमशेदपुर के विभिन्न भाषा – भाषी अपनी वेशभूषा में उपस्थित थे। लेकिन भारी बारिश के कारण रोड शो स्थगित कर दिया गया है। पीएम के आने के बाद इसके बारे में फैसला लिया जाएगा।
पीएम बोले झारखंड में करमा की उमंग
प्रधानमंत्री ने संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड में अभी करमा की उमंग है। हमने 660 करोड़ रुपए की विभिन्न रेल योजना ऑनलाइन की उद्घाटन- शिलान्यास किया है। इससे यात्रा सुविधा में विस्तार होगा। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि आदिवासी, युवा, महिलाओं को हम आगे बढ़ाएं। अभी बहुत तेजी से आधुनिक आधारभूत संरचना का निर्माण कर रहे हैं। इससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। विभिन्न स्थान से कनेक्टिविटी बढ़ने से उद्योग और पर्यटन बढ़ेगा। जमशेदपुर एक औद्योगिक नगरी है। इससे कनेक्टिविटी होने से उद्योगों के विकास में और तेजी आएगी। दूसरी ओर जमशेदपुर में लगातार बारिश होने के बावजूद भी लोगों में बेहद उत्साह देखा गया, लेकिन लोग काफी देर प्रतीक्षा करके मायूस होकर अपने घर लौट गए।