जमशेदपुर: भुइयांडीह में स्वर्णरेखा नदी किनारे घर तोड़ने के लिए जारी नोटिस के मामले में राजनीति लगातार तूल पकड़ती जा रही है। पूर्व सांसद कांग्रेस के नेता डॉ अजय कुमार ने सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि वह राजनीति में जीविकोपार्जन के लिए नहीं बल्कि जन सेवा करने के लिए आए हैं। वह राजनीति से कोई कमाई नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा कि वह सांसद नहीं थे। तब भी लोगों की मदद करते थे। भले ही यह अखबारों में नहीं आता था। उन्होंने कहा कि जनता के सुख-दुख में हमेशा खड़ा रहना ही उनकी कमाई और पूंजी है। लोग उन पर गलत आरोप लगा रहे हैं। ऐसे आरोप माता सीता पर भी लगाए गए थे। लेकिन वह आरोप से डरते नहीं हैं। वह इसके सामने डटकर खड़े हैं।
सरयू के स्वर्णरेखा महोत्सव से क्या हुआ फायदा
डॉक्टर अजय कुमार ने सवाल उठाया कि जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय हर साल स्वर्ग रेखा नदी तट पर महोत्सव का आयोजन करते हैं। इसी आयोजन से स्वर्णरेखा नदी को कितना लाभ हुआ। यह सरयू राय बताएं। उन्होंने कहा कि अचानक पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा का स्वर्णरेखा प्रेम कैसे जाग गया और उन्होंने एनजीटी में नदी किनारे बहुमंजिली इमारत और घरों के निर्माण की शिकायत कर दी। जबकि रांची में हरमू नदी नाला में तब्दील हो गई है। नदी गायब हो गई है। इसकी खबर राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में बनी। लेकिन कभी अर्जुन मुंडा ने उसके लिए चिंता नहीं की।
इंसान लालची हो गया, घर तुड़वाने को एनजीटी में की शिकायत
डॉक्टर अजय कुमार ने कहा कि इस मामले में उन्हें साजिश की बू आ रही है। डॉ अजय कुमार ने कहा कि भाजपा 30 साल से लोगों को ठग रही है। लोगों ने अपना खून पसीना बहा कर ₹1-1 जोड़कर घर बनाया है। हम लोग इतने लालची हो गए कि उसे घर को तुड़वाने पर लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि अर्जुन मुंडा कहते हैं कि इंसान लालची हो गया है। डॉ अजय कुमार ने कहा कि सबसे ज्यादा बीजेपी वाले ही लालची हो गए हैं। डॉ अजय कुमार ने कहा कि साल अगस्त 2023 में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने ही शिकायत की थी कि दलमा और स्वर्ण रेखा नदी बेसिन में अवैध निर्माण है इसी के बाद मामले की जांच शुरू हुई।
जनता से क्यों छुपाई रहे अर्जुन मुंडा की शिकायत का मामला
जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने एनजीटी में अपने वकील खड़े किए। आवेदन में लिखा कि अर्जुन मुंडा की शिकायत पर जो मामला चल रहा है उसी में उनके वकील पार्टी बन रहे हैं। लेकिन, यह बात जनता को नहीं बताई। पूर्व सांसद डॉ अजय कुमार ने सरयू राय से कुछ सवाल पूछे हैं, इसमें कहा गया है कि एनजीटी कोलकाता पीठ में सरयू राय के वकीलों ने एक आवेदन क्यों दायर किया गया जिसमें कहा गया की मूल आवेदन के कारण ऐसे नोटिस जारी किए जा रहे हैं। सरयू राय ने लोगों को अर्जुन मुंडा की शिकायत के बारे में जानकारी क्यों नहीं दी। जबकि अपने आवेदन में उन्होंने अर्जुन मुंडा की शिकायत का जिक्र किया। अर्जुन मुंडा इस मुद्दे पर क्यों नहीं बोल रहे हैं। वह छुट भइया नेताओं को आगे कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल का आदेश कोर्ट जैसा आदेश होता है। इसलिए अधिकारियों को जांच कर नोटिस जारी करनी पड़ी थी। डॉ अजय कुमार ने कहा कि जब तक वह हैं एक भी घर नहीं टूटने देंगे।