जमशेदपुर: जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने अपने ऊपर आहार पत्रिका घोटाले में लग रहे आरोपों का जवाब दिया है। उन्होंने बिष्टुपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले को खोखला बताया। उन्होंने कहा कि इस मामले में कोई दम नहीं है। भाजपा नेता कई साल पहले जो आरोप लगा रहे थे। उन्हें आरोपों को दोहराया जा रहा है। सरयू राय ने कहा कि इसी मामले में ध्रुव थाने में एक एफआईआर दर्ज हुई थी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को एफआईआर दर्ज नहीं करानी चाहिए थी। धुर्वा थाने में जो एफआइआर दर्ज हुई थी। उसी में आगे कार्रवाई कर देते।
विधायक बोले जल्दबाजी में बिना टेंडर के निकल गई थी आहार पत्रिका
विधायक सरयू राय ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता अपने विभाग से कार्रवाई नहीं करवा पाए तो अपना आदमी खड़ा कर एफआईआर करवा दिया। विधायक सरयू राय ने सफाई देते हुए कहा कि राष्ट्रीय खाद्य दिवस पर आहार पत्रिका का विमोचन होना था। समय ज्यादा नहीं था इसलिए बिना टेंडर किए पत्रिका निकाल दी गई। बाद में विभाग के सचिव तत्कालीन सचिव डॉ अमिताभ कौशल ने कहा कि इसमें टेंडर निकालना चाहिए। फिर बाकायदा टेंडर निकाला और टेंडर में जो न्यूनतम दर्ज थी उस दर पर आहार पत्रिका निकाली गई। बिना टेंडर के जो आहार पत्रिका निकाली थी। उसका भी भुगतान इसी टेंडर वाली दर से हुआ।
भाजपाइयों ने पहले ही सब जगह दिए थे आवेदन
विधायक ने कहा कि पत्रिका के कार्यकारी संपादक उनके निजी सचिव आनंद कुमार बने थे। लेकिन आनंद कुमार को इससे कोई पैसा नहीं मिला। सचिव के तौर पर जो उनका वेतन मिलता था उसी से उन्होंने आहार पत्रिका का संपादन भी किया। विधायक सरयू राय ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि इस मामले में पहले भाजपा नेता जी कुमार और विनय सिंह ने अलग-अलग एसीबी के अलावा सब जगह आवेदन दिया था। इस मामले में विनय कुमार ने हाई कोर्ट में रिट भी फाइल की थी। हाईकोर्ट ने कहा कि यह कोर्ट का मामला नहीं है। इस मामले में थाने में एफआईआर दर्ज कराया। इसके बाद यह लोग धुर्वा थाना गए थे।