जमशेदपुर : झारखंड में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। पिछले चुनाव में कोल्हान गच्चा खा चुकी भाजपा इस बार यहां पूरा फोकस कर रही है। इस वजह से झामुमो भी कोल्हान का अपना किला बचाने के लिए रेस हो गई है। झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने गुरुवार को उलियान में शहीद निर्मल महतो सामुदायिक भवन में एक मीटिंग की और पार्टी के पदाधिकारियों को विधानसभा चुनाव में जुट जाने को कहा। विनोद पांडेय ने बाद में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में झामुमो को कुल 28 लाख वोट मिले थे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना लागू की है। इस योजना में अब तक 48 लाख महिला लाभुक जुड़ चुकी हैं। इसका मतलब साफ है कि भाजपाइयों के घर की महिलाएं भी इस योजना की कतार में लगी हैं। यह अतिरिक्त 20 लाख लोग वही हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना की सफलता से भाजपाई डरे हुए हैं।
किसी देश से नहीं लगी झारखंड की सीमा
झामुमो के केंद्रीय महासचिव ने कहा कि झारखंड की सीमा किसी देश से नहीं लगती। अगर बांग्लादेश से घुसपैठ हो रही है तो इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है। वह बांग्लादेश की सीमा पर चौकसी बढ़ाए। जहां से घुसपैठ हो रही है वह इलाका केंद्र सरकार के आधीन है। वहां सीमा सुरक्षा बल तैनात हैं। झारखंड की पुलिस वहां तैनात नहीं है। इस मुद्दे पर जवाब भाजपा को देना है कि बांग्लादेश से घुसपैठ क्यों और कैसे हो रही है। इसे रोकना उन्हीं का काम है।
भाजपा की बदली है डेमोग्राफी
झामुमो के केंद्रीय महासचिव ने कहा कि भाजपा की डेमोग्राफी बदल गई है। अब भाजपा में खांटी भाजपाई नजर नहीं आते। कांग्रेस और झामुमो से नेताओं का आयात कर पार्टी को चलाया जा रहा है। भाजपा में हर तरफ झामुमो, कांग्रेस और झाविमो के नेता ही दिखाई देते हैं। उन्होंने कहा कि जब से भाजपा ने सीएम हेमंत सोरेन को बेकसूर जेल भेजा है। ग्रामीण इलाकों में भाजपा के प्रति लोगों में आक्रोश है। कोई भी भाजपा का बैनर व पोस्टर लेकर ग्रामीण इलाकों में नहीं जाना चाहते।