लखनऊ : अयोध्या रामजन्म भूमि में बने राम मंदिर का खजाना बढ़ता ही जा रहा है। अब तक 5500 करोड़ का फंड देश विदेश से मंदिर के लिए आ चुका है। राम मंदिर के ट्रस्ट के अनुसार बीते 10 महीनों में लगभग 11 करोड़ का फंड विदेश से आया है। फंड देने वालों में नेपाल और अमेरिका के भक्तों की संख्या सबसे ज्यादा है। राम मंदिर का फंड यूपी सरकार के कई विभागों के बजट से ज्यादा है। राम मंदिर के निर्माण के लिए 5 अगस्त 2020 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूमि पूजन किया था। निधि समपर्ण अभियान 2021 में चलाया गया था। इस अभियान में RSS और भाजपा के कार्यकर्ता और पदाधिकारी घर घर तक पहुंचे थे। इस अभियान के तहत राम मंदिर के निर्माण के लिए लगभग 3500 करोड़ रुपए ट्रस्ट को दान में मिला था। इस दान की जानकारी ट्रस्ट ने सार्वजनिक की थी। 3 सालों में करीब 2000 करोड़ का दान मंदिर के मिला है। आयोध्या में आने वाले पुरे देश से भक्त बिना मांगे ही दान कर रहे है।
किस 6 विभाग के बजट से ज्यादा मिला है राम मंदिर को दान
यूपी सरकार के 6 विभागों के बजट से ज्यादा है राम मंदिर का फंड। जिसमें उद्योग विभाग का बजट 1900 करोड़ रूपए है। पर्यटन विभाग का 1500 करोड़ , पर्यावरण विभाग का 1500 करोड़ , प्राविधिक शिक्षा विभाग का 1100 करोड़ , महिला कल्याण विभाग का 4500 करोड़ और उच्च शिक्षा विभाग का 4700 करोड़ है। इन सभी विभागों के बजट से ज्यादा अब तक राम मंदिर के फंड में लगभग 5500 करोड़ रूपए है।
हर महीने 1 करोड़ का दान
रामलला के मंदिर के लिए दान विदेश से भी आता है, उनके भक्त विदेश में भी कम नहीं हैं। मंदिर निर्माण के लिए राम मंदिर ट्रस्ट ने निधि संपर्क अभियान कुल 42 दिनों तक चलाया था। जो 2021 के मकर संक्रांति से लेकर रविदास जयंती तक चलाया गया था। ट्रस्ट ने इसके लिए 1,000 और 10,100 रुपए की रसीद छपवाई थी। इस अभियान में देश के हर वर्ग के लोगों में अपने श्रद्धा के अनुसार दान किया था। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि मंदिर में दान में तेजी मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के बाद आई। लगभग 1 करोड़ रूपए से अधिक दान हर महीने मंदिर को मिलता है।
विदेश से 10 महीने में 11 करोड़ रूपए मिला दान
राम मंदिर को विदेश से चंदा लेने का अधिकार अक्टूबर 2023 में मिला। जिसके बाद विदेश से आए हुए दान में भी तेजी आ गई। पिछले 10 महीने में विदेश से करीब 11 करोड़ रुपए का दान ट्रस्ट को मिला है। विदेश से आए हुए दान में नेपाल और अमेरिका के भक्तों की संख्या सबसे ज्यादा है।
कैसे कर सकते हैं राम मंदिर में दान
अगर आप राम नंन्दिर में दान करना चाहते हैं तो उसके लिए चार तरीके हैं। पहला आप ऑनलाइन मंदिर में दान कर सकते हैं। आप पेटीएम और गूगल पे के माध्यम से सीधे राम मंदिर में दान कर सकते हैं। दोनी ही ऑनलाइन पेमेंट ऐप ने अपनी कैटेगरी में एक ‘दान’ का ऑप्शन इनेबल किया है। जिससे आप श्री राम जन्भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को पेमेंट कर सकते है।आप मंदिर परिसर में जा कर मंदिर में बने दान पेटी में जा कर भी दान कर सकते हैं। दान पेटी में लोग चेक भी डालते हैं। अगर आपको बड़ा दान करना है तो आपको ट्रस्ट से संपर्क करना होगा। दान देने के बाद ट्रस्ट आपको रसीद भी प्रदान करता है।
आप राम मंदिर में ज्वैलरी का भी दान दे सकते हैं। यह दान भी आपको ट्रस्ट के माध्यम से ही देना होगा इस दान के लिए आप पुजारियों के जरिए निवेदन भी कर सकते हैं।
10 किलो सोना और 100 क्विन्टल चांदी की ईंट का दान
ट्रस्ट से मिली जानकारी के मुताबिक 22 जनवरी 2024 को हुए प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब तक लगभग 100 क्विन्टल चांदी की ईंट अयोध्या पहुंच चुकी है। इसके अलावा 10 किलो सोना भी दान में मिला है। जिसमें गले का हार, मुकुट, बाजूबंद और पाजेब शामिल हैं। भारत सरकार के की संस्था मिंट
दान में आए हुए सोना और चांदी का मूल्यांकन करती है। दान में आई राशि का ऑडिट कराया जाता है। अब तक 3200 करोड़ रुपए के दान का रिकॉर्ड ऑडिट में आ चुका है। बाकी राशि का ऑडिट अभी जारी है।
6 महीने में 2.5 श्रद्धालुओं ने किया दर्शन
राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के बाद 6 महीनों में लगभग 2.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने दर्शन किया है। पहले हर रोज करीब 35 हजार भक्त दर्शन के लिए आते थे। अब इनकी संख्या बढ़ कर 70 हजार से 1 लाख तक हो गई है।
कितने क्षेत्र में बना है राम मंदिर
आयोध्या में राम मंदिर का प्रांगण 107 एकड़ का है। जिसमें मंदिर का मुख्य एरिया 2.77 एकड़ का है। जिसमें गर्भगृह भी शामिल है। मंदिर का कुल बिल्टअप एरिया 57,400 स्क्वायर फ़ीट है। मदिर की ऊंचाई 161 फ़ीट, लम्बाई 360 फ़ीट और चौड़ाई 235 फ़ीट है। राम मंदिर में कुल 3 फ्लोर बनेंगे। जिसके ग्राउंड फ्लोर में 160 खंभे हैं। फर्स्ट फ्लोर में 132 खंबे और दूसरे फ्लोर में 74 खंभे है। मंदिर के फ्लोर की ऊंचाई 20 फ़ीट है।