जमशेदपुर: कदमा के शास्त्री नगर में रविवार की रात हुई मारपीट के मामले में कांग्रेस और जदयू आमने सामने है। सरयू ने आरोप लगाया था कि जिस युवक ने रात को मारपीट की वह बन्ना गुप्ता का करीबी है। युवक पर भाजपा कार्यकर्ताओं से मारपीट करने का आरोप है। जबकि, बन्ना गुप्ता ने कहा है कि जिस युवक की बात सरयू राय कर रहे हैं वह कल तक सरयू राय के ही साथ था। अब जबकि युवक सरयू राय का चुनाव में साथ नहीं दे रहा तब उस पर सरयू आरोप लगा रहे हैं।
बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरयू राय जान गए हैं कि इस चुनाव में उनकी हार सुनिश्चित है. इस वजह से वे अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं. इसी कारण वे बेवजह अनाप शनाप बयानबाजी कर रहे हैं. वैसे भी सरयू राय दूसरों पर इल्जाम लगाने में माहिर हैं. जमशेदपुर पूर्वी की जनता से पूछिए कि पिछले चुनाव में मंत्री रहते हुए गली गली में घूमकर अपने ही मुख्यमंत्री पर दोषारोपण कर रहे थे. तब ये कहते थे कमल को हराना है, आज कहते हैं कि कमल ही सिलेंडर है. जदयू नेता सरयू राय झूठे किस्से गढ़कर जनता को भ्रमित कर रहे हैं. दूसरों पर झूठे आरोप लगाना उनकी आदत है. लोकसभा चुनाव में वे धनबाद के भाजपा प्रत्याशी ढुल्लु महतो पर इल्जाम लगा रहे थे. पिछले विधानसभा चुनाव में वे रघुवर दास पर आरोप लगाते थे. उसके पहले वे मधु कोड़ा पर आरोप लगा रहे थे. ये तीनों नेता आज भाजपा से जुड़े हुए हैं और आज सरयू राय खुद भाजपा की नाव पर सवार होकर नैया पार करना चाहते हैं. किंतु मतदाता अब ऐसे नेता का चाल चरित्र जान गई है, इसलिए उनके किसी झांसे में नहीं आएगी.
मैं सरयू राय के साथ उसकी तस्वीर साझा कर रहा हूँ. सरयू राय खुद को वाशिंग मशीन समझते हैं. जो उनके साथ रहे वो संत और जो मेरे साथ रहे वो गुंडे बदमाश, सरयू राय और रायता मत फैलाइये. एक आंख में काजल- एक आंख में सुरमा अब यह नहीं चलेगा, जनता सब जान गई है. असल में सरयू राय इस बयान की आड़ में जमशेदपुर पश्चिमी के युवा कार्यकर्त्ताओं को डराने धमकाने का काम कर रहे हैं.