हेमंत सोरेन की कैबिनेट का शपथ ग्रहण होने में कम समय बाकी है। अब तक इस बात का खुलासा नहीं हो सका है कि हेमंत सोरेन की कैबिनेट में कौन कौन मंत्री होंगे। कहा जा रहा है कि इस बार कुछ पुराने मंत्रियों का पत्ता कटेगा। कुछ नए चेहरे मंत्री परिषद में शामिल होंगे। सूत्रों की मानें तो बुधवार आज रात तक क्लीयर हो जाएगा कि झारखंड की कैबिनेट में कौन विधायक शामिल होने जा रहे हैं। मंत्रिपरिषद में शामिल होने के लिए लॉबिंग तेज हो गई है। कांग्रेस के विधायक दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के संपर्क में हैं तो जेएमएम के एमएलए मुख्यमंत्री आवास और गुरु जी शिबू सोरेन के पास तक पहुंच बना रहे हैं। मंत्रिमंडल में जेएमएम से पांच, कांग्रेस से चार और राजद से एक विधायक मंत्री बनेंगे।
राजद से संजय प्रसाद होंगे मंत्री
इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने अपने कोटे के मंत्री का एलान कर दिया है। राजद से गोड्डा के विधायक संजय कुमार यादव मंत्री बनने जा रहे हैं। राजद ने उनका नाम घोषित किया है। संजय प्रसाद यादव राजद के प्रदेश अध्यक्ष हैं। वह पहली बार मंत्री बनेंगे। राजद की तरफ से देवघर के सुरेश पासवान का नाम चल रहा था। मगर, सुरेश पासवान पहले भी मंत्री बन चुके हैं। जब हेमंत सोरेन 13 महीने के लिए मुख्यमंत्री बने थे। तब सुरेश पासवान राजद कोटे से झारखंड के नगर विकास मंत्री बने थे। इसलिए, उनकी जगह इस बार संजय प्रसाद यादव को तरजीह दी गई है। सुरेश पासवान को विधानसभा में राजद विधायक दल का नेता बना दिया गया है।
सविता महतो बन सकती हैं मंत्री
जेएमएम से पांच मंत्री बन सकते हैं। हफीजुर्रहमान, दीपक बिरुवा, रामदास सोरेन आदि के मंत्री बनने की चर्चा है। मगर, इस बार कुछ नए चेहरे भी शामिल होंगे। कोल्हान से एक नया नाम जुड़ने की बात चल रही है। हेमंत की पुरानी कैबिनेट में पहले जगरनाथ महतो मंत्री थे। उनके निधन के बाद उनकी पत्नी बेबी देवी डुमरी से जीती थीं और मंत्री बनी थीं। इस बार चुनाव में बेबी देवी हार गई हैं। उनकी जगह अब कुड़मी बिरादरी से ईचागढ़ की विधायक सविता महतो के मंत्री बनने की बात सामने आ रही है। सविता महतो जेएमएम कोटे के मंत्रियों को लेकर जो समीकरण है उसमें फिट बैठ रही हैं। सविता महतो को मंत्री बनाने से एक तरफ कोल्हान को भी पर्याप्त नेतृत्व मिल जाएगा तो दूसरी तरफ कुड़मी समीकरण भी सध जाएगा। जेएमएम से एक नए चेहरे का मंत्री बनना तय बताया जा रहा है। वह नाम है भवनाथपुर के विधायक अनंत देव प्रसाद का। माना जा रहा है कि अनंत देव प्रसाद इस बार मंत्री बनेंगे। गढ़वा के पूर्व विधायक पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर के हार जाने की वजह से अनंत देव प्रसाद की लाटरी लगने की बात कही जा रही है। मिथिलेश ठाकुर के हारने के बाद पलामू प्रमंडल से अब अनंत प्रसाद देव बन सकते हैं। यह पांच नाम रेस में काफी आगे हैं। इसके अलावा, चंदन कियारी के विधायक उमाकांत रजक का नाम भी चल रहा है। उमाकांत रजक ने चंदन कियारी विधानसभा सीट से भाजपा के तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी को हराया है। इसलिए उमाकांत रजक का कद ऊंचा हो गया है। जेएमएम से युवा चेहरे के तौर पर अमित महतो की भी चर्चा हो रही है। हफीजुर्रहमान मुस्लिम कोटे से मंत्री बनेंगे। पहले राजमहल से विधायक बनने वाले मोहम्मद ताजुद्दीन उर्फ एमटी राजा की चर्चा थी। मगर, उनकी जगह जेएमएम हफीजुर्रहमान को तरजीह दे रही है। क्योंकि, हफीजुर्रहमान अनुभवी हैं। उनके पिता हाजी हुसैन अंसारी मंत्री बनते रहे हैं। अब उनके निधन के बाद हाजी हुसैन अंसारी की सीट हफीर्जुरहमान को मिल गई है।
रामदास का पत्ता कटना मुश्किल
कोल्हान से रामदास सोरेन का पत्ता कटने की बात कही जा रही है। इनकी जगह जुगसलाई के विधायक मंगल कालिंदी या संजीव सरदार का नाम सामने आ रहा है। यह दोनों विधायक दूसरी बार जीत कर आए हैं। रामदास सोरेन को चंपई सोरेन की जगह मंत्रिपद दिया गया था। मगर, रामदास सोरेन का पत्ता काटना जेएमएम के लिए मुश्किल होगा। रामदास सोरेन झारखंड आंदोलनकारी होने के नाते मजबूत स्थिति में हैं। जेएमएम से पहले ही चंपई सोरेन नाराज हो चुके हैं। रामदास सोरेन पर आंच आती है तो जेएमएम को जवाब देना मुशिकल हो जाएगा। इसलिए, कोल्हान में बदलाव की उम्मीद कम है। झारखंड आंदोलनकारियों को पार्टी तरजीह देती रहेगी। अगर, पांच प्रतिशत संभावना में मान लिया जाए कि रामदास सोरेन की जगह दूसरे विधायक को मंत्री बनाने की नौबत आती है तो मंगल कालिंदी इस रेस में संजीव सरदार से आगे बताए जा रहे हैं।
कांग्रेस से राधा कृष्ण किशोर बन सकते हैं मंत्री
कांग्रेस से भी नए चेहरे के मंत्री बनने की संभावना है। इस बार छतरपुर से विधायक बने राधा कृष्ण किशोर को कांग्रेस कोटे से मंत्री बनाया जाएगा। राधा कृष्ण किशोर का पक्ष काफी मजबूत माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि राहुल गांधी खुद राधा कृष्ण किशोर को मंत्री बनाने के पक्ष में हैं। राधा कृष्ण किशोर दलित वर्ग से आते हैं। इंडिया गठबंधन इस बार दलित बिरादरी को मंत्रिपरिषद में हिस्सा देकर उन्हें अपने साथ जोड़ने की कवायद कर रही है।
चर्चा है कि इस बार रामेश्वर उरांव को मंत्रिपद मिलना मुश्किल है। हालांकि, रामेश्वर उरांव मंत्री मंडल में घुसने के लिए पूरी लाबिंग में लगे हैं। मगर, इस बार उनका पत्ता कटने की बात कही जा रही है। उनकी जगह, मांडर से दूसरी बार जीत कर आईं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बंधु तिर्की की बेटी शिल्पा नेहा तिर्की या नमन विक्सल कोंगाड़ी के नाम की चर्चा चल रही है। शिल्पा नेहा तिर्की मंत्री बन सकती हैं। उनके पास काबिलियत है। मगर वह युवा हैं। अधिक अनुभव नहीं है। इस वजह से उनका दावा थोड़ा कमजोर माना जा रहा है। नमन विक्सल कोंगाड़ी इनके आगे चल रहे हैं। इरफान अंसारी मंत्रिपद की रेस में काफी आगे हैं। उनके नाम पर कोई सवालिया निशान नहीं हैं। दीपिका पांडेय सिंह को भी रिपीट किए जाने की बात है।