जमशेदपुर : भुइयांडीह में स्वर्णरेखा नदी के किनारे बसी बस्तियों को उजाड़ने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल यानि एनजीटी ने नोटिस जारी की है। इसे लेकर कई दिनों से जमशेदपुर की राजनीति में उथल-पुथल मची हुई है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। एनजीटी से मिले दस्तावेज के आधार पर कांग्रेस के नेता पूर्व सांसद डा. अजय कुमार ने आरोप लगा दिया है कि इन बस्तियों में नदी किनारे अतिक्रमण हटाने की शिकायत भाजपा नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने दिल्ली एनजीटी में की थी। इसके लिए उन्होंने एनजीटी के दस्तावेज भी पेश किए हैं। इस पर भाजपा और जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय बैकफुट पर हैं।
भाजपा दे रही सफाई
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष विनोद सिंह ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर इस मामले में सफाई दी है। उन्होंने भाजपा नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा का बचाव करते हुए कहा है कि अर्जुन मुंडा ने एनजीटी में शिकायत की है। मगर, वह भुइयांडीह या फिर आसपास के इलाकों के लिए नहीं है। वह नदी किनारे सभी जगह से अतिक्रमण हटाने को लेकर है। मगर, जानकार बताते हैं कि नदी किनारे अतिक्रमण हटाना और इस पर ध्यान देना एनजीटी का काम है। पहले भी एनजीटी इस तरह का काम करती रही है। मगर, खास तौर से किसी इलाके के लिए आदेश नहीं जारी किया जाता था। यह पहली बार है कि एनजीटी ने इस तरह किसी खास इलाके के लिए निर्देश जारी हुआ है जिस पर प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ से नोटिस जारी कर दी गई।
कांग्रेस ने विधायक की भूमिका पर उठाए सवाल
कांग्रेस की तरफ से प्रेस कांफ्रेंस कर जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय पर निशाना साधा गया है। इस प्रेस कांफ्रेंस में झारखंड प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष रईस रिजवी छब्बन ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि विधायक सरयू राय को पता था कि अर्जुन मुंडा ने इस मामले में एनजीटी दिल्ली में शिकायत की थी। इसी के बाद एनजीटी की कार्रवाई शुरू की गई। इसके बाद भी सरयू राय ने इस तथ्य को छिपाए रखा। कभी इस तथ्य का जिक्र नहीं किया। इस वजह से इस मामले में उनकी भूमिका भी संदिग्ध है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर जब अर्जुन मुंडा ने अपनी शिकायत में भुइयांडीह का नाम नहीं लिखा जैसा की भाजपाई या विधायक सरयू राय कह रहे हैं तो फिर एनजीटी के निर्देश पर भुइयांडीह में ही कार्रवाई क्यों हो रही है। और कहीं कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। झारखंड प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष रईस रिजवी छब्बन ने आरोप लगाया कि किसी बड़ी कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए यह भुइयांडीह में यह मामला शुरू किया गया है। जनता से वोट की अपेक्षा रखने वाले यह कैसे नेता हैं जो जनता का ही घर उजाड़ने पर आमदा हैं। इस प्रेस कांफ्रेंस में झारखंड प्रदेश युवा कमेटी के प्रदेश महासचिव राकेश साहू, जिला सचिव राजा सिंह राजपूत समेत अन्य लोग भी मौजूद रहे।
अर्जुन मुंडा की चुप्पी पर सवाल
झारखंड प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष रईस रिजवी छब्बन ने इस मामले में भाजपा नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इस मामले में अर्जुन मुंडा को अपनी शिकायत के दस्तावेज के साथ सामने आना चाहिए और जनता को बताना चाहिए कि उन्होंने एनजीटी में क्यों और किन हालात में शिकायत की थी। इस शिकायत का मकसद क्या है। झारखंड प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष रईस रिजवी छब्बन ने विधायक सरयू राय पर अपने इलाके में विकास कार्य नहीं करने का भी आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने मालिकाना हक दिलाने की लालच लोगों को दे कर पिछले विधानसभा में वोट लिए और जीतने के बाद जनता के साथ धोखा किया। इस बार जनता उन्हें सबक सिखाने के लिए तैयार है।