एक विधानसभा क्षेत्र से लगभग 50 से 100 प्रत्याशियों के आ रहे आवेदन
रांची: झारखंड में अक्टूबर- नवम्बर के महीने में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसे लेकर सभी पार्टियों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस ने भी अपनी तैयारी तेज कर ली है। विधानसभा सीटों के चयन और उम्मीदवारों को चिन्हित करने के लिए कांग्रेस ने स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया है। वहीं, स्क्रीनिंग कमेटी के तीन सदस्यों की टीम झारखंड के दो दिन के दौरे पर थी। 30 अगस्त को राज्य के सभी बड़े नेताओं के साथ स्क्रीनिंग कमेटी ने मीटिंग की और सीटों पर मंथन किया। 1 सितंबर को स्क्रीनिंग कमेटी ने सभी जिला अध्यक्षों और उम्मीदवारों के साथ मुलाकात की। स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष गिरीश चोडानकर ने प्रेस वार्ता कर कहा की इस कमेटी के गठन के बाद दिल्ली में दो बैठक हो चुकी है। वह झारखण्ड में दो दिन के दौरे में आए थे।
फिर बनेगी इंडिया गठबंधन की सरकार
इस दौरे में उन्होंने प्रदेश के सभी बड़े नेताओं के साथ मुलाकात की है। इस मुलाकात में 81 विधानसभा क्षेत्र में जो उम्मीदवार दावेदारी कर रहे हैं उनको लेकर चर्चा हुई। इस दौरे के दौरान उन्होंने उम्मीदवारों की भावना को समझने का प्रयास किया। अब जिला स्तर पर स्क्रीनिंग कमेटी का भ्रमण होगा। जो लोग पार्टी के लिए लम्बे समय से संघर्ष कर रहे हैं। उनसे मुलाकात करेंगे। आगे उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा लग रहा है कि एक बार फिर से उनकी सरकार बनने वाली है। एक विधानसभा क्षेत्र से लगभग 100 प्रत्याशियों के आवेदन आ रहे हैं।
पूरे देश की जिम्मेदारी कांग्रेस के ऊपर
स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि जो लोग राजनीति में आना चाहते हैं, वे भी अब पार्टी से जुड़ रहे हैं। यह एक सकारात्मक संकेत है। उन्होंने बताया कि कई सीनियर नेता जो लंबे समय से राजनीति को समझते हैं, अब कांग्रेस पार्टी में शामिल हो रहे हैं। अध्यक्ष ने यह भी कहा कि कांग्रेस पर आज पूरे देश की जिम्मेदारी है कि वह बीजेपी को कैसे रोके। क्योंकि देश की जनता कांग्रेस को पसंद कर रही है। उन्होंने यह आश्वासन भी दिया कि पार्टी के साथ लंबे समय से जुड़े हुए नेताओं के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। जातीय समीकरण के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से सोशल इंजीनियरिंग की चैंपियन रही है। लोकसभा या विधानसभा चुनावों में पार्टी के सिद्धांतों की नकल कई अन्य पार्टियों द्वारा की जा रही है।