झारखंड में बनेंगे 500 सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस
प्रदेश में आम लोगों को मिलेगी इंग्लिश मीडियम शिक्षा
जमशेदपुर में बोले शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन
झारखंड में सरकार शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने जा रही है। शिक्षकों की बंपर भर्ती होगी। अब प्रदेश की शिक्षा धीरे धीरे उस तरफ बढ रही है जहां गरीबों के बच्चे भी इंग्लिश मीडियम की पढाई कर सकेंगे। इसकी शुरुआत हो चुकी है। शिक्षा के क्षेत्र में क्या करने जा रही है इंडिया गठबंधन की सरकार।
झारखंड में शिक्षा में आमूल चूल बदलाव होने जा रहा है। शिक्षा मंत्री ने जमशेदपुर में बताया कि शिक्षकों की स्कूल में कमी नहीं होगी। राज्य में बावन हजार शिक्षकों की भर्ती होगी। शिक्षक भर्ती में कुछ अडचनें आ रही हैं। अभी छब्बीस हजार शिक्षकों की भर्ती का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। इसका फैसला आते ही प्रदेश सरकार छब्बीस हजार शिक्षकों की भर्ती करेगी। इसके बाद दूसरे चरण में फिर छब्बीस हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।
बदलेगी शिक्षा की व्यवस्था
झारखंड में अभी दोहरी शिक्षा प्रणाली चल रही है। एक वर्ग के बच्चे तो इंग्लिश मीडियम स्कूलों में अच्छी तालीम हासिल कर रहे हैं। तो वहीं गरीब वर्ग के बच्चों को हिंदी मीडियम की पढाई नसीब होती है। इंडिया गठबंधन की सरकार इस दोहरी शिक्षा प्रणाली को धीरे धीरे खत्म करने जा रही है। अब सरकार ने गरीबों को भी इंग्लिश मीडियम शिक्षा देने की कवायद शुरू की है। इंडिया गठबंधन की पिछली सरकार में ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गरीब छात्रों को इंग्लिश मीडियम शिक्षा देने के लिए सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की शुरुआत की थी। पिछले कार्यकाल में अस्सी सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस बनाए गए थे। अब सरकार ने एलान किया है कि इस कार्यकाल में पांच सौ सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस बनाए जाएंगे। पहले चरण में अस्सी और सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस बनेंगे। इस बात का एलान शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने किया। वह जमशेदपुर सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने कहा कि राज्य में पांच सौ सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस खुलने के बाद शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह बदल जाएगी। गरीब के बच्चे भी इंग्लिश स्कूल में पढाई कर देश विदेश में नौकरी के हकदार बनेंगे। उन्होंने कहा कि सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में सीबीएसई बोर्ड से पढाई कराई जा रही है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि नौकरी के लिए होने वाली परीक्षाओं में सीबीएसई बोर्ड पैटर्न के सवाल आते हैं। इसलिए, जो विद्यार्थी सीबीएसई बोर्ड से पढे होते हैं वह परीक्षा में सफल हो जाते हैं। जो इस बोर्ड से पढाई नहीं करते वह असफल होते हैं। इसी वजह से सरकार ने सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में सीबीएसई बोर्ड से पढाई की व्यवस्था की है।
जल्द शुरू होगी क्षेत्रीय भाषा की पढाई
शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने कहा है कि झारखंड में क्षेत्रीय भाषा की पढाई जल्द ही शुरू होगी। जिस विद्यालय में किसी भी क्षेत्रीय भाषा के दस स्टुडेंट हैं, वहां उस भाषा का एक टीचर नियुक्त किया जाएगा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि क्षेत्रीय भाषा में पढाई के लिए सरकार पूरे जोर शोर से कोशिश कर रही है। उन्होंने बताया कि आज ही उन्होंने स्कूल का निरीक्षण किया है। वहां स्टुडेंट कम और शिक्षक ज्यादा हैं। इसे ठीक किया जाएगा। रामदास सोरेन ने कहा कि प्रदेश की शिक्षा के बुनियादी ढांचा को मजबूत किया जाएगा। इसके लिए पांचों प्रमंडल में अधिकारियों के साथ समीक्षा मीटिंग होगी।
स्कूल के हेडमास्टर को शोकॉज
शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने जमशेदपुर सर्किट हाउस में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ एक मीटिंग भी की। इस मीटिंग के बारे में रामदास सोरेन ने बताया कि काफी खामियां मिली हैं। इन्हें दूर करने को कहा गया है। शिक्षा मंत्री ने बताया कि अधिकारियों को टास्क दे दिया गया है। इसे पूरा करने को कहा गया है। अगली समीक्षा मीटिंग में इस टास्क की समीक्षा होगी कि अधिकारियों ने इसे पूरा किया या नहीं। उन्होंने कहा कि वह आज एक स्कूल में गए थे। शिक्षा मंत्री ने साफगोई से कहा कि वह इस स्कूल का नाम नहीं बताएंगे। उन्होंने बताया कि इस स्कूल में पांच सौ बच्चे हैं। इनमें से तीन सौ बच्चे ही रिगुलर आते हैं। नियम है कि अगर यह बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं तो स्कूल के हेडमास्टर उनके घर जाएं और बच्चों को स्कूल बुला कर लाएं। ऐसा तो नहीं है कि यह बच्चे पढाई से महरूम कर दिए गए हों और किसी होटल में काम कर रहे हों। कोई इनसे भैंस चरवा रहा हो। शिक्षा मंत्री ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा है कि वह उस स्कूल के हेडमास्टर को शोकाज करें। उससे जवाब मांगें। वह जो जवाब दे उससे शिक्षा मंत्री को अवगत कराएं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि वह एक-एक बच्चे का हिसाब लेंगे। जो बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं। इसका कारण क्या है। अधिकारियों से कहा गया है कि मिड डे मील में किसी तरह की कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए। सभी छात्र-छात्राओं को ड्रेस दी जाए। कई स्कूल में अब घंटी बजनी बंद हो गई है। कई स्कूलों में तो घंटी ही नहीं है। इन सब व्यवस्था को ठीक करने को कहा गया है।
साकची में सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का किया निरीक्षण
शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने साकची में सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का निरीक्षण किया। इस मौके पर स्कूल की प्रिंसिपल ने शिक्षा मंत्री से कहा कि उनके स्कूल में प्ले ग्राउंड बहुत छोटा है। पीछे कुछ जमीन है जो अगर मिल जाती तो प्ले ग्राउंड बडा हो जाता। इस पर रामदास सोरेन ने कहा कि यह टाटा लीज की जमीन होगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए वह कोशिश करेंगे।