झारखंड के स्कूल से अतिक्रमण हटाने गई NHAI की टीम के सामने शिक्षिका ने किया आत्मदाह, जाने पूरा मामला
बोकारो: झारखंड के बोकारो जिले में एक गंभीर घटना घटी जब NHAI की टीम अतिक्रमण हटाने के लिए एक स्कूल में पहुंची। दारीद पंचायत के आनंद मार्ग स्कूल में, एक बुजुर्ग शिक्षिका ने प्रशासन के सामने आत्मदाह का कदम उठाया। जानकारी के अनुसार, भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत रांची-बोकारो सड़क निर्माण के लिए टीम अतिक्रमण हटाने गई थी।
जब NHAI की टीम स्कूल पहुंची, बुजुर्ग महिला ने दरवाजा बंद कर खुद को आग लगा ली। पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से दरवाजा तोड़कर महिला को बाहर निकाला गया। हालांकि, इस घटना के बाद टीम बिना अतिक्रमण हटाए लौट गई।
यह मामला पेटरवार थाना क्षेत्र के दारीद पंचायत का है, जहां आनंद मार्ग द्वारा संचालित स्कूल की देखरेख साध्वी करती थीं। भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत सड़क निर्माण के लिए उस जमीन को चिन्हित किया गया है। भू अर्जन विभाग ने 4 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि आवंटित की है, लेकिन जमीन के कब्जेदार और संस्था के बीच विवाद के कारण मुआवजा राशि अभी तक नहीं मिल सकी है और सड़क निर्माण अधर में लटका हुआ है।
90 प्रतिशत जलने के बाद मौत
स्थानीय प्रशासन और NHAI की टीम द्वारा कब्जेदार को समझाने के दौरान एक महिला ने अपने घर के अंदर खुद को आग लगा ली। इस घटना में महिला 90 प्रतिशत जल चुकी थी। मौके पर मौजूद पुलिस और लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन महिला की हालत गंभीर थी। उसे तुरंत पेटरवार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलने के बाद बेरमो एसडीएम अशोक कुमार और थाना क्षेत्र की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
दो गुटों के विवाद के बीच महिला ने खुद को लगा दी आग
बेरमो में सड़क निर्माण के मुआवजे को लेकर दो गुटों के बीच चल रही लंबी अवधि की लड़ाई के बीच, प्रशासन और NHAI की टीम आज विवाद को सुलझाने के लिए मौके पर गई थी। एसडीएम अशोक कुमार ने बताया कि प्रशासन पिछले दो वर्षों से मुआवजे की राशि देने की कोशिश कर रहा है, लेकिन गुटों के आपसी वर्चस्व के कारण मामला उलझा हुआ है। उन्होंने बताया कि महिला ने दबाव बनाने के लिए खुद को आग लगा दी थी, और इस घटना में लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं। मामले की जांच जारी है।