87 बूथों में ध्वस्त किए गए कंपनी क्वार्टर, प्रशासन को दिया सिर्फ तीन बूथ का ही आंकड़ा
जमशेदपुर : जिला निर्वाचन अधिकारी अनन्य मित्तल वोटर लिस्ट को ठीक कराने में जुटे हुए हैं। उनकी कोशिश है कि इधर बीच जितने भी कंपनी क्वार्टर ध्वस्त किए गए हैं, उनमें रहने वालों के नाम उस मतदाता सूची में जोड़ दिए जाएं। इसे लेकर कंपनी प्रबंधन को पहले ही दिशा-निर्देश दिए जा चुके हैं। मगर, प्रबंधन की तरफ से अच्छा रिस्पांस नहीं है। सोमवार डीसी ने कंपनियों के प्रबंधन के साथ समीक्षा मीटिंग की तो पता चला कि इस मामले में प्रगति बेहद धीमी है। शहर में 87 बूथों में कंपनी क्वार्टर ध्वस्त किए गए हैं। मगर, अब तक सिर्फ 3 बूथों का ही आंकड़ा प्रशासन को उपलब्ध कराया गया है। इस वजह से काम असंतोषजनक पाए जाने पर डीसी ने नाराजगी जताई है।
नाराज डीसी ने फिर दिया 5 दिन का समय
डीसी ने कंपनी के प्रतिनिधियों को ध्वस्त क्वार्टरों की जानकारी को लेकर फिर 5 दिन का समय दिया है। इस समय-सीमा के अंदर इस बार हर हाल में ध्वस्त क्वार्टरों की जानकारी प्रशासन को देने की बात कही गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा है कि बीएलओ द्वारा मतदाताओं का घर-घर सत्यापन कार्य किया जा रहा है। इस दौरान कई कम्पनियों के आवासीय क्वार्टर ध्वस्त किए जाने और कर्मियों द्वारा क्वार्टर खाली कर अन्यत्र जाने की जानकारी मिली है। वैसे मतदाताओं का बीएलओ द्वारा सत्यापन करने अथवा नियमानुसार कार्रवाई करने में कठिनाई आ रही है। उन्होंने सभी कंपनियों के प्रबंधन से कहा कि जमशदेपुर पूर्वी, जमशेदपुर पश्चिमी और घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में अवस्थित कंपनी प्रबंधन जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराए गए मतदाता सूची पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए अपने स्थानांरित कर्मियों का वर्तमान पता और फोन नंबर उपलब्ध कराएं। ताकि, उन्हें नोटिस दिया जा सके। उन्होंने कहा कि स्वच्छ व त्रुटिरहित मतदाता सूची निर्माण के लिए जरूरी है कि सभी कंपनी प्रबंधन और मतदाता इस अभियान में अपनी भागीदारी निभाएं।
हेल्पलाइन नंबर पर करें फोन
जिला निर्वाचन कार्यालय ने कंपनियों को एब्सेंट, शिफ्टेड और डेड मतदाताओं की सूची उपलब्ध कराई है। डीसी ने कहा है कि कंपनियां इन सूची से एचआरएमएस का मिलान कर वोटर का नया पता या फोन नंबर उपलब्ध कराएंगी। इससे किसी एक स्थान के मतदाता सूची से उनका नाम निर्वाचन आयोग के नियमानुसार हटाया जा सकेगा । वोटर 1950 हेल्पलाइन नंबर, वोटर हेल्पलाइन एप या बीएलओ के माध्यम से भी खुद अपने पूर्व के निवास स्थान से नाम हटवा सकते हैं। मीटिंग में अपर उपायुक्त योगेन्द्र प्रसाद, उप निर्वाचन पदाधिकारी प्रियंका सिंह, एलआरडीसी गौतम कुमार, एसडीएम धालभूम पारूल सिंह, टाटा स्टील, जुस्को, टाटा कमिंस, टाटा पॉवर, टाटा मोटर्स, तार कंपनी, एचसीएल/आईसीसी मऊभंडार, यूसीआईएल व अन्य कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।