गोलमुरी में झारखंड यूरोलॉजी सोसाइटी का दो दिवसीय वार्षिक कांफ्रेंस सफलता पूर्वक संपन्न
गोलमुरी स्थित ताज विवांता होटल में झारखंड यूरोलॉजी सोसाइटी द्वारा 20से21जुलाई तक दो दिवसीय वार्षिक कॉन्फ्रेंस रविवार को सफलता पूर्वक संपन्न हो गया । प्रथम दिन उद्घाटन कार्यक्रम में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे । उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि झारखंड में चिकित्सकों की सुरक्षा को लेकर मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को लागू कराने और क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट को सरल बनाने की दिशा में सरकार काम कर रही है। जल्द ही इस दिशा में कार्रवाई दिखेगी। इस कार्यक्रम में देशभर से यूरोलॉजी के चिकित्सकों ने हिस्सा लिया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि चिकित्सकों को शोध पर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है। झारखंड में चिकित्सकों के प्रमोशन के लिए रिसर्च जरूरी कर दिया गया है। वहीं रांची रिम्स में 30 प्रतिशत समय चिकित्सक रिसर्च पर ध्यान दे रहे हैं। रिसर्च आने वाली पीढ़ी के लिए दस्तावेज होगा। इस दौरान उन्होंने उपस्थित चिकित्सकों को संबोधित करते हुए मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि चिकित्सक भगवान का दूसरे रूप होते हैं। बहुत ऐसे चिकित्सक हैं, जो मरीज को छूते ही उसका 10 से 15 प्रतिशत रोग ठीक कर देते हैं। नई पीढ़ी को यह सीखना चाहिए।
विचार साझा करने से सर्जरी होगी और आसान
दो दिवसीय कांफ्रेंस में चिकित्सकों ने विचार साझा किए। पहले दिन यूरो सर्जरी में आए बदलाव पर चर्चा हुई। पुणे से आए डॉ. पंकज जोशी ने कहा कि अब प्रोस्टेट की सर्जरी आसान हो गई है। खासकर बगैर काटे की जाने वाली आरआईआरएस (रेट्रोग्रेड इंट्रा रेनल सर्जरी) विशेष लेजर सर्जरी पर चर्चा हुई। इसमें पेशाब के रास्ते से बिना काट-छांट, बिना छेद, बिना खून के सफल आपरेशन संभव हो सका है। इस अवसर पर डॉ. संजय जौहरी, डॉ. डीके मिश्रा, डॉ. चंपई सोरेन, डॉ. हरप्रीत सिंह, डॉ. अंशु अग्रवाल, डॉ. हिमांशु शेखर, डॉ. चंद्रमोहन, डॉ. पंकज, डॉ. अमित घोष उपस्थित थे