हजारीबाग: विधानसभा चुनाव में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा की पार्टी अटल विचार मंच एनडीए को अटल झटका देगी। यशवंत सिन्हा ने चुनाव से ठीक पहले अपनी पार्टी का गठन कर इस बात के इशारे कर दिए हैं कि वह आने वाले चुनाव में भाजपा के लिए मुश्किल पैदा करने जा रहे हैं। यशवंत सिन्हा ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी झारखंड की सभी सीट पर चुनाव लड़ेगी। झारखंड में कायस्थ समाज की अच्छी खासी संख्या है। माना जा रहा है कि यशवंत सिन्हा की पार्टी भाजपा को बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है। यशवंत सिन्हा से साफ किया है कि वह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि वह सभी सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे। यशवंत सिन्हा का कहना है कि वह झारखंड में अपने समान विचारधारा वाली पार्टी से गठबंधन भी कर सकते हैं। यशवंत सिन्हा का कहना है कि भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है।
समाज में सांप्रदायिक जहर घोल रही भाजपा
बीजेपी मुद्दे से भटक गई है। वह समाज में बिखराव कर रही है और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण कर सत्ता तक पहुंचना चाहती है। यशवंत सिन्हा ने कहा कि वह ऐसा हरगिज नहीं होने देंगे और समाज को बिखरते नहीं देखना चाहते हैं। जसवंत सिंह ने आरोप लगाया कि असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा समाज में जहर घोल रहे हैं। उनके हाल में आए बयान बेहद आपत्तिजनक हैं। उनके बयान से देश की एकता और अखंडता को खतरा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह अटल एकता मंच के विचारों को आगे बढ़ाएं।
अटल की आईडियोलॉजी से मेल नहीं खाती बीजेपी की विचारधारा
यशवंत सिन्हा ने कहा कि अभी भाजपा की जो आईडियोलॉजी है वह अटल बिहारी वाजपेई की आयडियोलॉजी से मेल नहीं खाती। प्रधानमंत्री ने जमशेदपुर की सभा में कांग्रेस, राजद और झामुमो को झारखंड का दुश्मन बताया। उनका यह बयान ठीक नहीं था। कभी अटल बिहारी वाजपेई ने किसी को दुश्मन नहीं कहा। यशवंत सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री दुश्मन की जगह प्रतिद्वंदी शब्द का इस्तेमाल कर सकते थे। लेकिन उन्होंने ऐसे शब्द का चयन किया जो लोकतंत्र के लिए सही नहीं है।
प्रदेश भर में चलेगा अटल विचार मंच का सदस्यता अभियान
अटल विचार मंच का सदस्यता अभियान शुरू हो गया है। यशवंत सिन्हा ने इस पार्टी की सदस्यता ली। कहा जा रहा है कि जल्द ही पूरे प्रदेश में जोर-शोर से अटल विचार मंच का सदस्यता अभियान चलाया जाएगा।