जमशेदपुर : एसटी के लिए रिजर्व सीट जुगसलाई में जयराम महतो की पार्टी JLKM (झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा) इस बार झामुमो की राह का रोड़ा बन सकता है। इस सीट पर झामुमो विधायक मंगल कालिंदी की राह आसान नहीं होगी। झामुमो से मंगल कालिंदी ने चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है तो एनडीए से रामचंद्र सहिस भी कमर कस रहे हैं। मुख्य मुकाबला इन्हीं दोनों के बीच होने की बात है। मगर इस बार जय राम महतो की पार्टी JlKM का फैक्टर सबको डरा रहा है। इससे बेफिक्र होकर आजसू अपनी सियासी किलाबंदी में जुट गया है।
भाजपा व आजसू में तालमेल नहीं होने का झामुमो को मिला था फायदा
पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा व आजसू के बीच तालमेल नहीं होने का सीधा फायदा झामुमो ने उठाया था। माना जा रहा है कि भाजपा व आजसू का गठबंधन नहीं होने की वजह से झामुमो के पक्ष में माहौल बन गया था। लेकिन, इस बार जुगसलाई में सियासी सीन अलग हो सकता है। अनुसूचित जनजाति के कई कद्दावर नेता JLKM से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। कुछ नेता जहां झामुमो से भी टिकट चाहते हैं। अगर, इन्हें कहीं से टिकट नहीं मिला तो यह निर्दलीय चुनाव लड़ जाएंगे। ये नेता अगर चुनावी अखाड़े में उतरे तो मुकाबला रोमांचक बन जाएगा।
कांग्रेस व भाजपा रहेंगे सीन से बाहर
इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों बड़ी पार्टियां जुगसलाई में सीन से बाहर रहेंगी। क्योंकि, कांग्रेस का गठबंधन झामुमो के साथ है। इस सीट पर झामुमो का सिटिंग विधायक होने की वजह से यह सीट उसी की झोली में जाएगी। इसी तरह, आजसू व भाजपा का गठबंधन है। रामचंद्र सहिस यहां से दोबार विधायक रह चुके हैं। पिछले चुनाव में भी वह बीजेपी को नीचे खिसका कर दूसरे पायदान पर रहे थे। इसलिए, इस सीट पर आजसू का ही मजबूत दावा है। इसलिए इस सीट पर बीजेपी आजसू को ही सपोर्ट करेगी।
नौ चुनाव में पांच बार जीती है झामुमो
इस सीट पर 1980 से लेकर अब तक नौ बार विधानसभा चुनाव हुए हैं। इनमें सबसे अधिक पांच बार झामुमो ने जीत दर्ज की है। इस सीट से झामुमो के दुलाल भुइंया तीन बार विधायक रह चुके हैं। वह साल 1995, 2000 और 2005 में जुगसलाई से विधायक बने थे। जबकि आजसू के रामचंद्र सहिस ने यहां से दो बार चुनाव जीता है। रामचंद्र सहिस साल 2009 और साल 2014 में विधायक बने हैं।
टिकट की कतार में पूर्व विधायक दुलाल भुइयां का बेटा भी
जुगसलाई के विधायक रह चुके झामुमो नेता दुलाल भुइयां अपने बेटे विप्लव भुइयां को टिकट दिलाने के लिए लाबिंग कर रहे हैं। इसके लिए दुलाल भुइयां ने झामुमो के कई वरिष्ठ नेताओं से संपर्क साधा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और झामुमो के सुप्रीमो शिबू सोरेन तक अपनी बात पहुंचा दी है।
विजय मछुआ समेत कई नेता चाहते हैं टिकट
झामुमो के सूत्र बताते हैं कि झामुमो में भी जुगसलाई का टिकट चाहने वाले कई नेता मौजूद हैं। इन नेताओं की पहुंच झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन तय है। यह नेता टिकट के लिए रांची का चक्कर काटने भी लगे हैं। इनमें विजय मछुआ प्रमुख हैं। विजय मुखी झामुमो के एक कद्दावर नेता है और पटमदा और बोड़ाम इलाके में सक्रिय रहते हैं।
जयराम महतो की पार्टी से कई मुखी नेता दावेदार
जयराम महतो की पार्टी जेएलकेएम से कई नेता पार्टी के दावेदार हैं। इनमें जमशेदपुर के जुगल किशोर मुखी और भास्कर मुखी का दावा मजबूत माना जा रहा है। कहा जा रहा है इन्हीं दोनों में से किसी एक को जयराम महतो टिकट देंगे। इसके अलावा, बबलू रूहिदास, बोड़ाम के मधुर सहिसल जमशेदपुर की सुंदरी देवी आदि भी टिकट की कतार में है।
मंगल कालिंदी व रामचंद्र सहिस में हो सकता है मुख्य मुकाबला
जुगसलाई विधानसभा सीट पर इंडिया गठबंधन से मंगल कालिंदी और एनडीए से रामचंद्र सहिस के उम्मीदवार बनने की उम्मीद जताई जा रही है। कहा जा रहा है की मुख्य मुकाबला इन्हीं दोनों के बीच होगा। जयराम महतो की पार्टी अगर झामुमो का वोट काटने में सफल हो जाती है तो भाजपा की राह आसान हो जाएगी।
जुगसलाई सीट का परिचय
भारत के चुनाव आयोग के संसदीय और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन आदेश के अनुसार जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र का गठन किया गया था। इसमें जुगसलाई, गोविंदपुर, घोड़ाबांधा, पटमदा, बोड़ाम आदि इलाके में है। यह सीट अनुसूचित जाति वर्ग के उम्मीदवार के लिए आरक्षित है।
जुगसलाई विधानसभा सीट
साल 2000, दुलाल भुइयां, झारखंड मुक्ति मोर्चा
2005, दुलाल भुइयां, झारखंड मुक्ति मोर्चा
2009, रामचंद्र सहिस, आजसू
2014, रामचंद्र सहिस, आजसू
2019, मंगल कालिंदी, झारखंड मुक्ति मोर्चा
चुनाव परिणाम विधानसभा चुनाव 2019
मंगल कालिंदी, झारखंड मुक्ति मोर्चा 88581 वोट, 21934 वोट से जीते
मुचीराम बाउरी, भाजपा, 66647 वोट
रामचंद्र सहिस, आजसू, 146789 वोट
रामचंद्र पासवान, झारखंड विकास मोर्चा प्रजातांत्रिक, 3008 वोट
बबलू रूही दास, एसएचएस 1362 वोट
चैतूराम, डीएसपी 1223 वोट
विधानसभा चुनाव साल 2014
रामचंद्र सहिस, आजसू, 82302, 25045 वोट से जीते
मंगल कालिंदी, झामुमो, 57257 वोट
दुलाल भुइंया, कांग्रेस, 42101 वोट
रमेश मुखी, सीपीआई, 4736
विशाल कुमार दाव, जेवीएम, 3544
विधानसभा चुनाव 2009
रामचंद्र सहिस, आजसू, 42810 वोट, 3482 वोट से जीते
राखी राय, बीजेपी, 39328 वोट
दुलाल भुइंया, जेएमएम, 35629 वोट
रीतिका मुखी, कांग्रेस, 17087
शारदा देवी, आरजेडी, 2894
विधानसभा चुनाव साल 2005
दुलाल भुइंया, झामुमो, 59649 वोट, 2654 वोट से जीते
हराधन दास, बीजेपी, 56995 वोट
बलदेव हाजरा, आरजेडी, 6796 वोट
राखी राय, आजसू, 6225 वोट
दीपक कुमार लाल, बीएसपी, 2674
ताराचंद्र कालिंदी, समाजवादी जनता पार्टी राष्ट्रीय, 1616
गोपाल रूही दास, निर्दलीय, 1569
लखन मुखी, टीएमसी, 1495
पोकर्मल रजक, निर्दलीय, 1066
विधानसभा चुनाव साल 2000
दुलाल भुइयां, जेएमएम, 69989 वोट, जीते 43341 वोट
मंगल राम, बीजेपी, 26648 वोट
हरी मुखी, कांग्रेस, 12999 वोट
भास्कर मुखी, आरजेडी, 3961 वोट
राम अयोध्या राम, सीपीआई, 3685 वोट
उमाशंकर परिहार, झारखंड पीपुल्स पार्टी, 184 वोट
नरेश प्रसाद रजक, समाजवादी पार्टी, 169 वोट
जवाहर लाल, बीएसपी, 105 वोट
विधानसभा चुनाव साल 1995
दुलाल भुइयां, जेएमएम, 38816 वोट, 16486 मतों से जीते
हरी मुखी, कांग्रेस, 22330 वोट
ताराचंद्र कालिंदी, बीजेपी, 22141 वोट
मंगलराम, जनता दल, 21967 वोट
कालीचंद्र प्रसाद, सीपीएम, 12145 वोट
राखी राय, झापीपा, 2009 वोट
आनंद मुखी, झारखंड मुक्ति मोर्चा मार्डी गुट – 1787 वोट
जवाहर लाल, निर्दलीय, 1524 वोट
रामप्रसाद दास, निर्दलीय, 1333 वोट
विभीषण बिर्नेट, समता पार्टी, 1220 वोट
गणेश चंद्र दास, निर्दलीय, 1158 वोट
रंजय कुमार पासवान, निर्दलीय, 983 वोट
वी राम, निर्दलीय, 612 वोट
कार्तिक पासवान, निर्दलीय, 606 वोट
नरहरि रजक, निर्दलीय, 456 वोट
जयदेव सीट, निर्दलीय, 422 वोट
सुरेंद्र प्रसाद, बीएसपी, 347 वोट
धरनीधर रूहीदास, निर्दलीय, 273 वोट
पानो देवी, निर्दलीय, 249 वोट
अलख निरंजन लाल, निर्दलीय, 220 वोट
सियाराम बैठा, निर्दलीय, 217 वोट
नारायण प्रसाद कालिंदी, निर्दलीय, 110 वोट
विधानसभा चुनाव 1990
मंगल राम, जेएमएम, 28626 वोट, जीते 14218 वोट से
आरएस देवहरि, बीजेपी, 14408 वोट
तुलसी रजक, सीपीआई, 12790 वोट
त्रिलोचन कालिंदी, कांग्रेस, 11967 वोट
कार्तिक पासवान, जनता दल, 60223 वोट
बसंत, निर्दलीय, 2412 वोट
निरंजन दास, झारखंड पार्टी, 670 वोट
चंद्रमा पासवान, निर्दलीय, 642 वोट
गोपाल रूहीदास, निर्दलीय, 505 वोट
ताराचंद्र मान, निर्दलीय, 267 वोट
हजारीराम, निर्दलीय, 210 वोट
राकेश विनीत, निर्दलीय, 216 वोट
शिव प्रसाद राम, भारतीय कृषि उद्योग संघ, 163 वोट
शंकर लाल, निर्दलीय, 147 वोट
कपिल रजक, निर्दलीय, 102 वोट
निर्मल बेहरा, निर्दलीय, 96 वोट
वोकोदर रूही दास, निर्दलीय, 95 वोट
शिवचरण कालिंदी, निर्दलीय, 58 वोट
कमलेश्वरी पासवान, निर्दलीय, 51 वोट
बीके नायक, निर्दलीय, 29 वोट
विधानसभा चुनाव 1985
त्रिलोचन कालिंदी, कांग्रेस, 32132 वोट, 16788 वोट से जीते
तुलसी रजक, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, 15344 वोट
नागेश्वर बैठा, बीजेपी, 5441 वोट
गंगा प्रसाद रजक, निर्दलीय, 590 वोट
प्रेम लाल मुखी, जेएमएम, 572 वोट
भगवत सहिस, निर्दलीय, 437 वोट
भगवान दास, निर्दलीय, 421 वोट
जगदीश मांझी, निर्दलीय, 300 वोट
रामप्रसाद राम, निर्दलीय, 219 वोट
शंकर, निर्दलीय, 130 वोट
विधानसभा चुनाव 1980
तुलसी रजक, सीपीआई, 22993 वोट, 12275 वोट से जीती
रतुल मुची, कांग्रेस आइ, 10718 वोट
राम सनेही देवहारी, बीजेपी, 9361 वोट
कार्तिका कुमार, जनता पार्टी सेक्यूलर, 2122 वोट
नथुनीराम , कांग्रेस यू, 991 वोट
के चिनॉय, जनता पार्टी सेक्यूलर, 401 वोट
लक्ष्मी राम, जनता पार्टी जेपी, 296 वोट
गंगा प्रसाद रजक, झारखंड पार्टी, 222
शंकर लाल मुखी, निर्दलीय, 193 वोट