राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कई राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति की है, जिसमें झारखंड के नए राज्यपाल के रूप में संतोष कुमार गंगवार को चुना गया है। वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता हैं और बरेली लोकसभा सीट से आठ बार सांसद रह चुके हैं। उनके अलावा, कई अन्य राज्यों में भी राज्यपालों की नियुक्ति की गई है। आइए, जानें इन बदलावों के बारे में विस्तार से।
संतोष कुमार गंगवार: एक अनुभवी नेता
संतोष कुमार गंगवार को झारखंड का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है। वे भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और बरेली लोकसभा सीट से आठ बार सांसद रह चुके हैं। 1989 से 2009 तक लगातार छह बार चुनाव जीतने के बाद, 2009 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद 2014 और 2019 में उन्होंने फिर से शानदार जीत हासिल की। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में उन्होंने कपड़ा राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया और बाद में वित्त राज्य मंत्री और श्रम एवं रोजगार मंत्री की जिम्मेदारी भी निभाई।
अन्य राज्यों में नियुक्ति
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने झारखंड के अलावा तेलंगाना, पंजाब, राजस्थान, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में भी राज्यपालों की नियुक्ति की है। इनके अलावा पुडुचेरी में नए उपराज्यपाल की नियुक्ति भी की गई है। राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, निम्नलिखित नियुक्तियां की गई हैं:
महाराष्ट्र: सीपी राधाकृष्णन को महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया है, जिनके पास तेलंगाना का अतिरिक्त प्रभार भी होगा।
पंजाब: बनवारी लाल पुरोहित के इस्तीफे के बाद गुलाब चंद कटारिया को पंजाब का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है। वे वर्तमान में असम के राज्यपाल हैं।
असम: लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को असम का नया राज्यपाल बनाया गया है, जिनके पास मणिपुर का अतिरिक्त प्रभार भी होगा।
सिक्किम: ओम प्रकाश माथुर को सिक्किम का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
छत्तीसगढ़: रमन डेका को छत्तीसगढ़ का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
मेघालय: सीएच विजयशंकर को मेघालय का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
राजस्थान: हरिभाऊ किशनराव बाग्डे को राजस्थान का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
पुडुचेरी: के. कैलाशनाथ को पुडुचेरी का नया उपराज्यपाल बनाया गया है।
नियुक्तियों का प्रभाव
राष्ट्रपति भवन की विज्ञप्ति में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि सभी नियुक्तियां उनके कार्यभार संभालने की तारीख से प्रभावी होंगी। इन नियुक्तियों से राज्यों के प्रशासनिक ढांचे में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद है।
यह महत्वपूर्ण समाचार विभिन्न राज्यों के प्रशासनिक परिदृश्य को बदल सकता है। इसके साथ ही, नए राज्यपालों की नियुक्तियों से उन राज्यों के विकास और प्रशासन में नई दिशा मिलने की संभावना है।