ऊपर के नेताओं के साथ सरयू राय का तालमेल अच्छा, बीच वालों से दिक्कत
जमशेदपुर : इंडिया गठबंधन की जीत इस तरह होगी। जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय ने नहीं सोचा था। वह बताते हैं कि वह समझ रहे थे कि झारखंड में इंडिया गठबंधन की सरकार दोबारा आएगी मगर, इतनी बहुमत की उम्मीद नहीं थी। विधायक सरयू राय ने इंडिया गठबंधन को इतनी सीटें मिलने की बात पर कहा कि यह बीजेपी की गलतियों की वजह से हुआ है। यह बातें विधायक सरयू राय ने एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में कही हैं।
विधायक सरयू राय ने कहा कि शुरुआत में सीएम हेमंत सोरेन पर कोई खदान अपने नाम आवंटित कराने का आरोप लगा था। तब भी उन्होंने कहा कि यह छोटी चीज है। ऐसा आरोप सीएम पर लगाने का कोई फायदा नहीं होगा। मगर, लोगों ने इस को बढ़ा चढा कर पेश किया। मगर, बाद में यह मुद्दा आगे नहीं बढ़ सका। सरयू राय ने कहा कि इसके बाद सरकार गिराने की बात आई। सरयू राय ने कहा कि उनके पास भी कुछ लोग आए थे। तभी उन्होंने ऐसा करने से मना किया था। मगर, लोग नहीं मानें और उनको छोड़ कर अपने काम में गिर गए। बाद में मामले का खुलासा हुआ। सरयू राय ने कहा कि इन सब वजहों से लोगों को लगा कि हेमंत सोरेन को परेशान किया जा रहा है।
मइयां सम्मान योजना से इंडिया गठबंधन को मिला लाभ
इसके बाद हेमंत सोरेन ने झारखंड मइयां सम्मान योजना शुरू की। सरयू राय ने इस योजना को शुरू करने पर हेमंत सोरेन की तारीफ की। सरयू राय ने कहा कि यह योजना काफी अच्छी योजना थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने खुद अपने जमशेदपुर पूर्वी में इस योजना के फार्म महिलाओं के बीच बंटवाए थे और कहा कि इसे भरिए और इसका लाभ लीजिए।
जेल से आने बाद परिपक्व हुए हैं हेमंत
सरयू राय ने कहा कि जब से हेमंत सोरेन जेल से बाहर आए हैं उन्होंने फूंक फूंक कर कदम रखा है। उन्होंने जनता की नब्ज पर सही जगह हाथ रखा है। उनके अंदर एक परिपक्वता आ गई है। उन्होंने कहा कि अगर इसी परिपक्वता के साथ हेमंत सोरेन अच्छा काम करते रहेंगे तो इसका लाभ झारखंड को मिलेगा।
पीड़ित उठाता तब असरदार होता घुसपैठ का मुद्दा
घुसपैठ के मुद्दे पर सरयू राय ने कहा कि दिल्ली में एक बार असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा से मुलाकात हुई थी। वहां उन्होंने इस मुद्दे के बारे में पूछा था। सरयू राय ने कहा कि इस बारे में उन्होंने हिमंता बिस्वा सरमा से कहा था कि यह मुद्दा तब असरदार होगा जब पीड़ित वर्ग इस बारे में इसे उठाए। उन्होंने कहा कि अगर आप असम से बयान दे दें। कोई रांची से बयान दे दे। इससे भाजपा के समर्थक तो खुश हो सकते हैं मगर, इसका प्रभाव चुनाव पर नहीं पड़ेगा। इस मुद्दे के बारे में आवाज पीड़ित वर्ग के बीच से आए तब काम बनेगा।
पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ सरयू का तालमेल अच्छा
सरयू राय ने कहा कि उनके साथ भाजपा के शीर्ष नेतृत्व और नीचे के कार्यकर्ता के साथ अच्छे संबंध है। दिक्कत बीच वालों को है। उन्होंने कहा कि पता नहीं बीच वाले नेताओं को उनसे क्या दिक्कत है। उन्होंने कहा कि इसका पता लगाने के लिए एक कमेटी बनाई जानी चाहिए। जो इस बात का पता लगाए कि भाजपा के बीच के नेता जो हैं उन्हें सरयू राय से क्या दिक्कत है।