मानसून सत्र के पहले दिन की कार्रवाई समाप्त, जानें सत्र के दौरान क्यों बन रहे सत्त पक्ष व विपक्ष में टकराव के आसार
रांची : झारखंड विधानसभा में शुक्रवार को मानसून सत्र शुरू हुआ। इस सत्र के शुरु होने से पहली ही भाजपा विधायकों ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया। भाजपाई विधायकों ने रोजगार, बेरोजगारी भत्ता, बांग्लादेशी घुसपैठ आदि मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया है। बाद में विधानसभा में सत्र की कार्यवाही शुरू हुई। विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने शोक प्रकाश के साथ सदन को संबोधित किया। इसके बाद सीएम समेत अन्य विधायकों ने शोक प्रकाश व्यक्त किया। बाद में इसे 29 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। क्योंकि 27 जनवरी और 28 जनवरी को छुट्टी है। इसके बाद सोमवार को सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होगी। मानसून सत्र दो अगस्त तक चलेगा।
भाजपा विधायकों ने किया प्रदर्शन
प्रदर्शन करने वालों में गोड्डा के विधायक अमित मंडल, सिमरिया के विधायक किशुन प्रसाद, बोकारो के विधायक बिरंची नारायण , कांके के विधायक समरी लाल, देवघर के विधायक आदि शामिल रहे। सभी विधायक पोस्टर लेकर विरोध कर रहे थे। इनमें आरोप लगाया गया था कि राज्य सरकार ने जनता से जो वादा किया था वह नहीं निभा पाई है। पांच लाख सरकारी नौकरी की बात कही गई थी। बाहरी लोगों को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है।
29 जुलाई को पेश होगा अनुपूरक बजट
विधानसभा में 29 जुलाई को मानसून सत्र की कार्यवाही दोबारा शुरू होगी। उस दिन प्रदेश का अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। 30 जुलाई को बजट पर चर्चा होगी। चर्चा है कि कुछ विधेयक भी इस सत्र में लाए जाएंगे। आखिरी दिन गैर सरकारी संकल्प होंगे। सोमवार से सत्र के दौरान विपक्ष हंगामा कर सकता है। सत्ता पक्ष और विपक्ष में टकराव के आसार हैं। सत्ता पक्ष को घेरने के लिए विपक्ष बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा उठा सकता है।
हेमंत सरकार का आखिरी सत्र
मानसून सत्र हेमंत सरकार का आखिरी सत्र होगा। इसके पहले विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी इस बैठक में सीएम हेमंत सोरेन भी पहुंचे थे। इसके अलावा, संसदीय कार्यमंत्री रामेश्वर उरांव, माले विधायक विनोद सिंह, आजसू विधायक लंबोदर महतो आदि मौजूद थे। इस बैठक में भाजपा के नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी नहीं पहुंच सके थे।