जमशेदपुर:ओडिशा के राज्यपाल के पद से रघुवर दास ने इस्तीफा दे दिया है। रघुवर दास झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वह कई साल तक लगातार जमशेदपुर की पूर्वी विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं। इस बार जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट से उनकी बहू पूर्णिमा दास साहू विधायक हैं। रघुवर दास का इस्तीफा राष्ट्रपति ने मंजूर कर लिया है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि रघुवर दास को झारखंड प्रदेश का अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
रघुवर दास की झारखंड राजनीति में वापसी हो रही है। फिलहाल अभी बाबूलाल मरांडी प्रदेश अध्यक्ष हैं। लेकिन वह भाजपा को संभाल नहीं पा रहे हैं। बाबूलाल मरांडी लोकसभा चुनाव में भी भाजपा को ठीक-ठाक जीत नहीं दिला पाए थे। विधानसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। इसके चलते इंडिया गठबंधन की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनी। रघुवर दास पहले भी झारखंड बीजेपी की कमान संभाल चुके हैं। रघुवर दास ओडिशा के 26 वें राज्यपाल बने थे। वह पहले भी दो बार झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष के रूप में काम कर चुके हैं। झारखंड बीजेपी अध्यक्ष के रूप में उनका कार्यकाल अच्छा रहा था।
साल 2014 में उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली थी। 2019 तक वह मुख्यमंत्री रहे थे। 2019 में भाजपा की हार के बाद पार्टी ने रघुवर दास को ओडिशा की जिम्मेदारी सौंपी थी। सूत्र बताते हैं कि ओडिशा में भाजपा को मजबूत करने के लिए रघुवर दास को जिम्मेदारी सौंपी गई थी और इस बार ओडिशा में भाजपा की सरकार बन गई। रघुवर दास 1980 में भाजपा में शामिल हुए थे। सबसे पहले 1995 में वह जमशेदपुर पूर्वी से विधायक बने।
2005 में जब अर्जुन मुंडा मुख्यमंत्री थे तब रघुवर दास को शहरी विकास मंत्री बनाया गया था। 30 दिसंबर 2009 को उन्होंने झारखंड राज्य के उपमुख्यमंत्री का पद संभाला था। वह 2010 तक राज्य के उपमुख्यमंत्री रहे थे, तब शिबू सोरेन मुख्यमंत्री थे। साल 2019 के चुनाव में जमशेदपुर पूर्वी से वह भाजपा के पूर्व नेता निर्दलीय उम्मीदवार सरयू राय से हार गए थे।