झारखंड मइयां सम्मान योजना में अब तक 24 लाख महिलाओं ने किए आवेदन, जानें सीएम ने क्या कह दिया
रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने महत्वाकांक्षी योजना झारखंड मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना शुरू की है। इस योजना में 48 लाख आवेदन आने का लक्ष्य रखा गया था। कहा गया था कि इस योजना के तहत 48 लाख महिलाओं को प्रति माह 1000 रुपये दिए जाएंगे। इस योजना में अब तक 24 लाख महिलाओं के आवेदन आ चुके हैं। इतनी संख्या में आवेदन आने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खुशी जाहिर की है और कहा है कि जल्द ही योजना में 48 लाख आवेदनों के लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने इस योजना को झारखंड के विकास में मील का पत्थर बताया। सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि महिलाएं मजबूत होंगी तभी प्रदेश का विकास होगा।
इस योजना में हर जिले में शिविर लगा कर महिलाओं का फार्म भरा जा रहा है। हर पंचायत में शिविर लगाए गए हैं। पहले इस योजना में ऑनलाइन फार्म भरे जा रहे थे। मगर, इस प्रक्रिया में महिलाओं को दिक्कत हो रही थी। सर्वर डाउन होने की शिकायत आ रही थी। शिविर पर आने वाली महिलाओं को फार्म नहीं भरने की वजह से वापस जाना पड़ता था। मगर, बाद में सरकार ने महिलाओं की दिक्कत को देखते हुए आवेदन भरने की प्रक्रिया को आसान बनाया है। अब ऑफलाइन फार्म भी भरे जा रहे हैं।
इंडिया गठबंधन सरकार का मास्टर स्ट्रोक
झारखंड में चल रही इंडिया गठबंधन सरकार ने हाल ही में यह योजना लागू की है। यह योजना महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी। योजना शुरू होने से महिलाएं काफी खुश हैं। रांची की रहने वाली महिला पुष्पा देवी का कहना है कि उन्होंने फार्म भर दिया है। अगर इस योजना में उन्हें पैसे मिलने शुरू हो जाएं तो अच्छा ही होगा। खाने-पीने के लिए हो जाएगा।
हिमंता के बयान पर झामुमो का निशाना
असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा इन दिनों झारखंड सरकार पर हमलावर हैं। वह लगातार बांग्लादेशी घुसपैठियों का मामला उठा रहे हैं। उन्होंने एक बयान में कहा है कि झारखंड में आदिवासियों की नहीं , घुसपैठियों की सरकार चल रही है। इस बयान पर झामुमो ने असम के सीएम को आड़े हाथों लिया है और माफी मांगने की मांग उठा दी है। झामुमो के नेताओं का कहना है कि असम के सीएम को आदिवासी घुसपैठिया दिखने लगे हैं।