रांची : भाजपा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास का घेराव करने जा रहे सहायक पुलिस कर्मियों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। इस मामले को भुनाने में राजनीतिक दल जुट गए हैं।
असम के सीएम की प्रतिक्रिया
विधानसभा चुनाव के लिए झारखंड सहायक चुनाव प्रभारी बनाए गए असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा शनिवार को रिम्स अस्पताल पहुंचे और वहां भर्ती 15 घायल सहायक पुलिस कर्मियों से मुलाकात की। उनके साथ भाजपा के विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी और कांके के विधायक समरी लाल भी थे।
धरना और लाठीचार्ज
सहायक पुलिस कर्मी कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर रांची में धरना दे रहे थे। शुक्रवार को वे सीएम आवास का घेराव करने जा रहे थे, तभी उन पर लाठीचार्ज हुआ। रांची में धरने के दौरान लाठीचार्ज होना आम बात है। चाहे जिसकी भी सरकार रही हो, जब भी प्रदर्शनकारियों ने सीमा लांघने की कोशिश की, तब सुरक्षा कर्मियों ने उन पर लाठीचार्ज किया है।
असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा का बयान
असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि सहायक पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट उचित नहीं है। यह पुलिस के साथ काम करते हैं। अगर पुलिस इन पर इसी तरह लाठीचार्ज करती रही तो आगे चलकर सहायक पुलिस कर्मियों का तालमेल पुलिस के साथ खत्म हो जाएगा और फिर ठीक से काम नहीं हो सकेगा। सरकार को ऐसा नहीं करना चाहिए। सहायक पुलिस कर्मियों की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करना चाहिए था। उन्होंने सलाह दी कि इस मुद्दे को बातचीत से हल करें वरना यह बड़ा मुद्दा बनेगा। उन्होंने बताया कि सहायक पुलिस कर्मियों को नियमित वेतन नहीं मिलता, मेडिक्लेम नहीं मिलता और ड्यूटी के दौरान कुछ होने पर मुआवजे का प्रावधान नहीं है। असम के सीएम ने सरकार को सहायक पुलिस कर्मियों के प्रति संवेदनशील होने की सलाह दी।
मोरहाबादी मैदान में उपवास
सहायक पुलिस कर्मियों पर लाठीचार्ज के विरोध में राष्ट्रीय युवा शक्ति शनिवार को उपवास पर बैठी है। राष्ट्रीय युवा शक्ति के अध्यक्ष उत्तम यादव इस कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे हैं। उनका कहना है कि सहायक पुलिस कर्मियों पर लाठीचार्ज नहीं होना चाहिए था। ये सहायक पुलिस कर्मी कई दिनों से धरना दे रहे थे और जब अपनी व्यथा सुनाने सीएम आवास की तरफ जा रहे थे, तभी उन पर लाठीचार्ज किया गया।
कब-कब हुआ लाठीचार्ज
- 24 जनवरी 2017: पालिटेक्निक छात्रों पर हुआ लाठीचार्ज, आठ छात्र घायल।
- 18 दिसंबर 2018: पारा शिक्षकों पर हुआ लाठीचार्ज, एक की मौत।
- 9 अक्टूबर 2018: सीएम आवास का घेराव करने जा रही रसोइयों पर हुआ लाठीचार्ज।
यह घटना प्रदेश में राजनीतिक गरमी का कारण बन गई है और सरकार को इस मामले में संवेदनशीलता से पेश आने की आवश्यकता है।